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बहुत जल्द दो इकोनॉमिक कोरिडोर की होगी शुरुआत, लोगों को मिलेगा रोजगार

Bihari News

बिहार में पिछले कुछ सालों में सड़कों को लेकर सबसे ज्यादा काम हुआ है. गांव से लेकर शहरों तक में सड़कों में सुधार देखने को मिल रही है. पिछले कुछ सालों में गांव से मेन रोड तक जु़ड़ने वाली सड़कों की भी स्थिति में सुधार हुआ है. इन सड़कों के साथ ही बिहार में एक्सप्रेस-वे और हाइवे का निर्माण किया जा रहा है. कई एक्सप्रेस वे और हाइवे पर कार्य शुरू भी हो गया है. कई अभी पाइप लाइन में हैं. इन सब के बीच में एक खबर सामने आ रही है जिसमें यह बताया जा रहा है कि बिहार में दो इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण बहुत ही जल्द होने वाला है. पहला कोरिडोर वाराणसी- औरंगाबाद से चोरदाहा तक के लिए होगा जिसकी लंबाई 137 किमी की होगी. वहीं दूसरा कोरिडोर पटना से बख्तियारपुर से रांची के ओरमांझी तक के लिए होगा जिसकी लंबाई बिहार में 135 किमी की होगी. इसके साथ ही पटना में कन्हौली-रामनगर सहित तीन सड़कों का करीब 311 किमी लंबाई में अगले साल निर्माण पूरा हो जाएगा.

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इन दोनों इकोनॉमिक कॉरिडोर के बन जाने के बाद से बिहार उद्योगिक क्षेत्र से आसानी से जुड़ सकेगा. बताया जा रहा है कि इस कॉरिडोर से प्रदेश में रोजगार के साधनों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. सड़कें बेहतर होगी तो उद्योग में बढ़ावा मिलेगा. पिछले केंद्रिय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पहली ही सर्त यही है कि आपके यहां कि सड़कें बेहतर होनी चाहिए. जोकि बिहार में पिछले कुछ सालों में बेहतर हुई है. इसके साथ ही पटना रिंग रोड जोकि कन्हौली से रामनगर तक जाएगी इसकी भी शुरुआत अगले साल होने की उम्मीद जताई जा रही है. बता दें कि कन्हौली से रामनगर की दूरी 39 किमी की होगी. बता दें कि इस पूरी परियोजना को 7 अलग अलग हिस्सों में बांट कर बनाया जाना है जिसका पहला हिस्सा है कन्हौली से रामनगर. यह रिंग रोड बिहटा के पास स्थित कन्हौली से शुरू होकार सदीसोपुर, नौबतपुर, डुमरी होते हुए पटना मसौढ़ी के रास्ते लखना के पास रामनगर नेशनल हाइवे 78 में जाकर मिल जाएगी. बताया जा रहा है कि इस पूरी परियोजना को बनाने में कुल 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही जा रही है.

अगर हम पहले इकोनॉमिक कोरिडोर की बात करें तो यह वाराणसी से शुरू होकर बिहार में औरंगाबाद के रास्ते चोरदाहा तक जाएगी. इस कोरिडोर के निर्माण में करीब 5 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही जा रही है तो वहीं इसकी कुल लंबाई 262 किमी है. आपको बता दें कि यह औद्योगिक कोरिडोर वाराणसी से शुरू होकर बिहार के रास्ते झारखंड के धनवाद तक जाएगी. जिससे बिहार में उद्योग के नए दरबाजे खुलेंगे. लोगों को रोजगार मिलेगा. इस कोरिडोर का एक बड़ा हिस्सा बिहार से गुजर है जिसकी लंबाई है 135 किमी जबकी उत्तर प्रदेश में यह 57 किमी गुजरेगी. इस कोरिडोर को लेकर यह बताया जा रहा है कि इसके 192 किमी की लंबाई पर वर्तमान में काम चल रहा है जिसे अगले साल शूरू होने की संभावना जताई जा रही है. बाकि बचे हुए 70 किमी के काम का निर्धारण कर दिया गया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि बाकि बचे हुए रोड 2024 तक पूर्ण होने की बात कही जा रही है.

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वहीं अगर हम दूसरे कोरिडोर की बात कें तो यह कोरिडोर पटना के बख्तियारपुर से शुरू होकर रांची के ओरमांझी तक जाएगी जिसकी लंबाई 280 किमी है. बता दें कि इस कोरिडोर के बनने में करीब 7 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही जा रही है बताया जा रहा है कि इस कोरिडोर का 116 किमी हिस्सा बनकर तैयार हो गया है ऐसे में कहा जा रहा है कि 2024 तक यह पूरा कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा.

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