पूरे बिहार में बिजली उपभोक्ता कई जगहों पर ज्यादा बिल आने के कारण परेशान हैं. अब राज्य सरकार द्वारा इस मामले की जांच करवाई जाएगी. मामले को लेकर मुख्य सचिव समेत सभी सम्बंधित अधिकारीयों को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को लेकर कहा है की इस तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. दरअसल इस मामले का पता तब चला जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को समाधान यात्रा को लेकर अररिया जिले में गये थे. यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री को स्थानीय लोगों की तरफ से अधिक बिजली बिल आने की शिकायत मिली. शिकायत मिलते हीं उन्होंने पदाधिकारियों को जांच के निर्देश दिए. पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री से इस सम्बन्ध में सवाल भी खड़े किये गये. इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की इसी वजह से वे हर जगह घूम रहें है. ताकि वह जान सकें की जो भी योजनाएं बनी हैं या जो भी काम किया गया है उसमे अब तक कितनी प्रगति हुई है. इन कामों को और योजनाओं को हर जगह किया गया है या नहीं. आगे नीतीश कुमार ने बताया की कहाँ पर क्या होना चाहिए. जहाँ कहीं भी जाएंगे, अगर वहां किसी को दिक्कत हो रही है, तो उन परेशानियों को जानेंगे तभी तो कुछ कर पाएंगे. अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की आज ही हमने देखा है की कई जगहों पर लोगों ने बताया है की बिजली का बिल ज्यादा दिया जा रहा है. इसलिए इस मामले को लेकर मुख्य सचिव से लेकर एक अधिकारी को भी हमने कह दिया है. साथ हीं साथ डीएम को भी कहा गया है. सबको कहा गया की पूरे तौर पर इस मामले को देखिए की क्यों इस तरह का बिजली बिल आ रहा है.

दरअसल अचानक से बढ़ते बिजली बिल को लेकर लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं. इसलिए उनकी परेशानी को दूर करने के लिए सरकारी की तरफ से मुख्य सचिव को जरुरी दिशानिर्देश दिए गए हैं. बता दें की बिजली बिल वाले मामले की समस्या को लेकर समाधान यात्रा हो या जनता दरबार हर जगह उन्हें यह मामले सुनने को मिले हैं. उनकी तरफ से यह भी कहा गया की समाधान यात्रा के दौरान सबसे अधिक बिजली बिल वाला मामला हीं सामने आया है. जो की बहुत हीं गलत है और बर्दाश्त के बाहर हैं.

बता दें की बिजली बिल बढ़ने वाले मामले स्मार्ट मीटर के आने के बाद कई उपभोक्ताओं द्वारा की गयी थी. उनके द्वारा कहा गया था की पहले के मीटर की अपेक्षा स्मार्ट मीटर में ज्यादा बिजली बिल कट रहा है. इस समस्या को देखते हुए बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की शंका को दूर करने के लिए नयी तरकीब लाई गयी. जिसमे उपभोक्ताओं के घर पर स्मार्ट मीटर के साथसाथ पुराने मीटर को भी रहने दिया गया है. ताकि बिजली उपभोक्ता स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर में बिजली खर्च के आंकड़े को देख सकें और निश्चिंत हो जाएँ की किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है और उनसे बिजली बिल के नाम पर अधिक वसूली भी नहीं की जा रही है.

अधिक बिजली बिल आने का एक मामला गोपालगंज में भी देखा गया. दरअसल साल 2021 में गोपालगंज से आए एक युवक ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान उसने बताया की वह वर्ष 2013 से हीं नियमित तौर पर बिजली का भुगतान करता आ रहा है. बावजूद इसके उसे 45 हजार का बिजली बिल भेजा गया. और इस मामले में बिजली के भुगतान को लेकर उस व्यक्ति को जुनियर इंजिनियर द्वारा परेशान भी किया गया. इस बात की जानकारी जैसे हीं मुख्यमंत्री को मिली वैसे हीं उन्होंने उर्जा विभाग के सचिव को फ़ोन कर के जिम्मेदार कर्मियों पर कार्यवाई करने का निर्देश दिया था. साथ हीं साथ शिकायतकर्ता की बात सुनने के बाद उन्होंने यह भी कहा की निश्चित रूप से इसमें फाल्ट हुआ है. जब हर महीने उपभोक्ता द्वारा बिजली बिल का भुगतान किया जा रहा है तो इतनी बड़ी बिजली बिल की राशी कैसे आ सकती है.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *