भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड यानि बीपीसीएल ने यू फिल की घोषणा की है. यानि ग्राहक अब खुद से ही डिजिटल अनुभव के जरिये ईंधन भर सकेंगे. आपको बताते चलें की बीपीसीएल एक सरकारी तेल की कंपनी है. इस कंपनी के अनुसार इस डिजिटल तकनीक यानि यू फिल की सुविधा ग्राहकों को देते हैं तो ग्राहकों द्वारा ईंधन भरने में तेजी आएगी. आपको बता दें की यह सुविधा अक्सर विदेशों में देखी जाती थी लेकिन आने वाले दिनों में पटना के साथ–साथ बिहार राज्य के अन्य जिलों में भी दूसरे पेट्रोल पम्पों पर यह सुविधा अब आपको देखने को मिलेगी. कई बार ग्राहकों से घटतौली की भी शिकायत मिलती थी, लेकिन इस सिस्टम के शुरू हो जाने से ग्राहकों को 0.4 फीसदी ईंधन अधिक मिलेगी. ईंधन लेने के इस प्रक्रिया में होने वाले काम ग्राहक और मशीन के बीच ही रहेंगे तथा कर्मचारी की कोई भी भूमिका नहीं होगी.
आपको बता दें की पटना के 6 जगहों पर बीपीसीएल का यू फिल सिस्टम लागू हो चूका है. इसमें भुगतान की गयी राशी के मेसेज के जरिये बिल भी मिलेगा. साथ ही साथ इसके क्रिएट वाउचर को दुसरे के साथ भी साझा किया जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार इस यू फिल सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया गया है, और इसे सफलता भी मिली. बताते चलें की पायलट प्रोजेक्ट किसी भी नए कार्य के लिए एक प्रारंभिक प्रयोग होता है. इसमें प्रोजेक्ट में इस बात को देखा जाता है की छोटे स्तर पर जो चीजें शुरू की गयी है वह कितनी असरदार है. साथ ही साथ इसके फायेदे और नुकसान क्या हैं और बड़े पैमाने पर इसे शुरू कर सकते हैं या नहीं. आपको बता दें की सूबे के 50 पेट्रोल पम्प पर इस सिस्टम को लागू किया गया है, और आने वाले कुछ ही दिनों में इसे सूबे के लगभग 250 पेट्रोल पम्पों पर लागू किया जाना है.
लिहाजा मिली जानकारी के अनुसार इस सिस्टम का प्रयोग केवल वहीँ कर सकते हैं जिनके पास ऑनलाइन पेमेंट करने की सुविधा है. बताते चलें की भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ने एमपीडी ऑटोमेशन तकनिक को अपने पेट्रोल पम्पो पर लागू किया है. इस ऑटोमेशन तकनीक को एक आसान भाषा में यदि परिभाषित करें तो यह एक लेबर सेविंग मशीन है. जहाँ कम से कम या ना के बराबर कर्मचारियों की जरूरत होती है. अधिकारीयों के अनुसार इस तकनीक और सिस्टम के जरिये घटतौली पर लगाम लगेगा और पारदर्शिता बनी रहेगी.
आइये अपने चर्चा के बीच हम आपको इस जानकारी से अवगत करवाते हैं की आखिर किस प्रकार यह सिस्टम काम करेगा. दरअसल पहले ही हमने इस बात की चर्चा करी की इस सिस्टम का लाभ केवल ऑनलाइन पेमेंट करने वालों को ही मिलेगा. सिस्टम के इस्तेमाल के लिए ग्राहकों को क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद खुद से ही गाड़ी में ईंधन भरा जा सकेगा. चलिए इसके सिस्टम प्रक्रिया पर एक नज़र डालते हैं. बीपीसीएल के क्यूआर कोड को किसी भी यूपीआई एप के जरिये स्कैन कर पेमेंट किया जा सकता है. जब आप पेमेंट के प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं तो आपके मोबाइल पर एक लिंक आता है. जब आप इस लिंक को खोलते हैं तो आपको एक क्यूआर कोड मिल जाता है. फिर उस क्यूआर कोड को पीओएस से स्कैन करते ही आपकी भुगतान की गयी राशी अपने आप दर्ज हो जाएगी. साथ ही साथ आप बीपीसीएल एप के जरिये यू फिल से भी वाउचर क्रिएट कर के ईंधन भरवाया जा सकता है. फिर गाड़ी के टैंक में नोजल डालकर ईंधन भरा जा सकता है. और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की यदि इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या आती है तो 48 घंटे के अन्दर पैसे वापस आ जायेंगे. मिली जानकारी के अनुसार अभी के लिए इस काम को कर्मचारी के जरिये किया जाना है. लेकिन भविष्य में कर्मचारियों पर निर्भरता को कम किया जा सकता है.
आपको बता दें की फिलहाल पटना में इस यू फिल सिस्टम की सुविधा बीपी पटना डाकबंगला चौराहा, बीपी अनीसाबाद, राजेश सर्विसेज एएन कॉलेज, NEAS कुम्हरार, राजधानी फ्यूल स्टेशन और जया फ्यूल्स और बोरिंग कैनाल रोड में होगी. इसके अलावे यदि हम पूरे बिहार की बात करें तो मधुबनी में पांच, भोजपुर और गया में चार–चार, वहीँ मुजफ्फरपुर, भागलपुर और पश्चिम चंपारण में तीन–तीन, फिर वैशाली, सिवान, सारण,किशनगंज, गोपालगंज, और दरभंगा में एक–एक साथ ही साथ पूर्णिया बक्सर, कटिहार, समस्तीपुर में भी दो–दो और आखिरी में मुधुबानी में पांच पेट्रोल पम्प की सुविधा होगी.