अब वैसे छात्र जो सोचते थे कि BPSC जैसी परीक्षाओं को वो तुक्का मारते हुए पास कर सकते है. अब उन छात्रों की चाहत अधूरी रहने वाली है क्योंकि अब तुक्का मारना भी उन पर बहोत भारी पर सकता है. इतना भारी के उनके नंबर नेगेटिव में भी आ सकते हैं. बता दे कि BPSC यानी कि बिहार लोक सेवा आयोग एक बार फिर नया प्रयोग करने जा रहा है. BPSC के द्वारा यह प्रयोग इसलिए किया जा रहा ताकी अब प्रश्न पत्र लीक न हो और साथ ही बच्चों को भी थोड़ी सुविधा मिले. इसके साथ ही एग्जाम के पैटर्न में भी कुछ बदलाव किये गए है.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि BPSC के द्वारा जो परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किये गए है इस बदलाव को BPSC की 68विं परीक्षा से लागू किया जायेगा. अब 68विं BPSC परीक्षा के पैटर्न नए तरह से तैयार किये जाएंगे और साथ ही अब नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान किया गया है. अगर पहले की बात करें तो, पहले छात्र सभी प्रश्नों के जवाब तुक्का मार के दे देते थे लेकिन अब अगली बार से छात्रों के लिए ये कर पाना मुश्किल हो जायेगा. क्योंकि ऐसा करने से अब उनके मार्क्स को काटे भी जायेंगे. इसके अलावा BPSC की परीक्षा में अब दो तरह के सवाल पूछे जायेंगे. पूछे जाने वाले 150 सवालों में 50 सवाल प्रश्न पत्र में ऐसे दिए जायेंगे जिसका जवाब देने में छात्रों को थोड़ी मुश्किल होगी यानी की 50 सवाल टफ लेवल के होंगे. लेकिन इन सवालों का सही जवाब देने वाले छात्रों को 2 मार्क्स दिए जाएंगे. वहीं अगर ऐसा होता है कि छात्र इस सवाल के जवाब को गलत दे देते है तो उनके एक अंक काट लिए जायेंगे. यानी कि नेगेटिव मार्किंग कर दी जाएगी.बता दे कि 68विं BPSC परीक्षा में सवाल 150 ही होंगे लेकिन अगर मार्क्स की बात की जाये तो अब पिटी की परीक्षा 200 नंबर के होंगे. आगे होने वाले परीक्षा में 150 सवाल में 50 सवाल ऐसे होंगे जो छात्रों को करने में कठिन लगेगा. लेकिन ये कठिन सवाल हर सेक्शन में पूछे जायेंगे . इसमें उन बच्चों को काफी लाभ होगा जो इस परीक्षा के लिए पूरी मेहनत से  पढ़ाई करते है लेकिन साथ ही उन छात्रों के लिए ये बहोत गलत होगा जो यह सोचकर परीक्षा देते है कि वो तुक्का मार कर इस परीक्षा को पास कर जाएंगे. बता दे कि हर साल BPSC की परीक्षा देने वाले छात्रों की तादाद में इजाफा होते जा रहा है. क्योंकि बच्चों का मानना है कि यह एक ऐसी नौकरी है जो हमारे लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. अब आगे यह देखना होगा कि BPSC ने जो अपने नियम में बदलाव किये है वे छात्र और परीक्षा के लिए कितना लाभकारी शाबित होता है और जो जिन बातों को सोच कर ये बदलाव किये गए है वो पूरा हो पाता है या नहीं.

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