आपने अपने जीवन में बड़े-बड़े अपराधियों , नकासल्वादियों को पकड़वाने की घोषणा तो सुनी ही होगी . लेकिन आज हम जो बात बताने जा रहे हैं वो शायद ही आपको कही सुनने को मिलें. क्या आपने कभी सुना है कि अगर किसी इंसान ने किसी भ्रस्टाचारी राशन डीलर को पकड़वाया है तो उसे इनाम दिया गया हैं. शायद ही आपने ऐसी बात किसी से सुनी होंगी. अगर नही सुना है तो, आज हम आपको ऐसी ही एक बात बताने जा रहे हैं जहां अगर कोई व्यक्ति किसी भ्रस्टाचारी राशन डीलर को पकड़वाता है तो उसे इसके लिए इनाम दिया जायेगा. बता दे कि यह मामला बिहार के वैशाली जिला से जुड़ा है , जहां मुखिया ने भ्रस्टाचार पर लगाम लगाने के लिए ये कवायद की हैं. प्रखंड क्षेत्र के चकअल्हदाद पंचायत के मुखिया के द्वारा यह निश्चय किया गया है कि वह भ्रस्टाचारी डीलरों को सबक सिखा कर रहेगा. इस कड़ी में मुखिया ने इनाम के रूप में 51 हजार रुपया देने का ऐलान किया हैं. मुखिया के द्वारा भ्रस्टाचार को कम करने के लिए उठाए गए इस कदम से उस क्षेत्र में मौजूद वैसे परिवार जिनकी गिनती गरीब परिवारों में की जाती हैं उन्हें काफी मद्दत मिलेगी. अब कोई भी राशन डीलर घोटाला कर के न तो राशन को बाहर बेच पाएगा और न ही राशन की कीमत लोगों के लिए बढ़ा पायेगा.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जब से इस बात कि घोषणा मुखिया के द्वारा की गयी है तब से वहां के पंचायत के जनवितरण प्रणाली दुकानदारों में हड़कंप मच गयी हैं. मुखिया ने इस एलान की घोषणा बकायदा अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भी कर दिया हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि भ्रस्टाचार राशन डीलर को पकड़वाने वाले व्यक्ति को सार्वजिनक रूप में 51 हजार रुपये कहे अनुसार इनाम के रूप में दिए जाएंगे. बताते चले कि मुखिया के द्वारा इस अलान की घोषणा इसलिए की गयी है क्योंकि वह पूरी तरह से उन भ्रस्टाचार राशन डीलरों से परेशान हो गए थे जो बार-बार पंचायत के लोगों को कम राशन देते थे और साथ ही घपला-घोटाला भी करते थे. मुखिया का कहना है कि पंचायत की सभी लोग डिलरों की मनमानी से परेशान हो गए थे और यही वजह है कि एक बार उन्हें पुलिस के मौजूदगी में सभी पंचायत के लोगों को अनाज का वितरण करवाना पड़ा था.

वहीं पंचायत की वैसी महिलाएं जो कार्डधारी हैं, उनका कहना है कि राशन डीलरों के द्वारा उन्हें हमेशा कम समान दिया जाता है. इसके अलावा हम माहिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता हैं. वहीं मुखिय के द्वारा भ्रस्टाचार को कम करने के लिए उठाए गए इस कदम पर गांव वाले भी सराहना कर रहे हैं. अबी उन सभी गांव वालों को लगता है कि मुखिया ने जो इस पहल की शुरुआत की है उसका सकारात्मक परिणाम जरुर निकलेगा और उसके बाद डीलर अपनी मनमानी नही कर पाएंगे. वहीं अगर मुखिया के कार्यकाल की बात करें तो, मुखिया दूधनाथ राय लगातार दूसरी बार इस गांव के मुखिया चुने गए हैं. इनकी गिनती पूरे जिलें में एक साफ़ सुथरी छवी और इमानदारी के साथ-साथ कड़क मुखिया में भी की जाती हैं.

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