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धनतेरस को लेकर कन्फ्यूजन हुआ खत्म , इस दिन मनाए त्योहार…

Bihari News

दिवाली का त्योहार को लेकर लोगों के बीच ख़ास उमंग देखने को मिलता है. हम सभी जानते है कि दिवाली की शुरुआत धनतेरस से होती है. बता दे कि मान्यताओं के अनुसार इस दिन धन की देवी लक्ष्मी का आगमन धरती पर होता है. इसलिए इस त्योहार को धनमानी का भी त्योहार कहा जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शंतेरस कार्तिक मॉस कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. वहीं अगर इस साल की बात करे तो, इस दिवाली पर सूर्यग्रहण की छाया है और ऐसे में लोगों के बीच त्योहार की तिथियों को लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है.

सोशल मीडिया पर दिवाली से जुड़ा एक सवाल काफी वायरल हो रहा कि इस साल धनतेरस कब है? ” बताते चले कि इस वर्ष त्रयोदशी तिथि शुरुआत और समापन की वजह से धनतेरस को लेकर असमंजस की स्थिति लोगों के बीच पैदा हो गयी है. इस साल की कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 2 मिनट से आरम्भ हो रही है और इस तिथि की समाप्ति 23 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 3 मिनट पर होगी. ज्योतिषियों की माने तो उनके अनुसार 22 अक्टूबर को यमदीप को जलाना शुभ होगा. वहीं उनका मानना है कि उदय तिथि की मान्यता के अनुसार 23 अक्टूबर को धनतेरस को मनाना ज्यादा उचित होगा. दरअसल, ज्योतिषियों का कहना है कि 23 अक्टूबर को शाम तक प्रदोषकाल है. ऐसे में लोग 23 अक्टूबर को ही धनतेरस मनाएंगे.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि धनतेरस को त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन देवातों के वैद्य धन्वन्तरी की जयंती मनायी जाती है , और लोग ईद दिन सोनाचाँदी और अन्य वस्तुओं की खरीदारी अक्र्ते है और अपने घर लाते हैं. इन चीजों की खरीदारी करना लोग शुभ मानते हैं. ज्योतिशोयों का कहना है कि जो लोग भी धनतेरस का व्रत रखते है वे सभी 23 को ही रखे. क्योनी 23 अक्टूबर को प्रदोषकाल का समय शाम तक अहि. ऐसे में लोगों को धनतेरस पूजा करने के लिए करीब सवा घंटे का शुभ समय प्राप्त होगा. इस दिन शुभ मुहुरुत में जो भी माँ लक्ष्मी की पूजा करेंगे उनके धनसम्पति में वृद्धि होगी और साथ ही उनके परिवार की भी उन्नति होगी.बता दे कि 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 45 मिनट से रात 8 बजकर 17 मिनट तक प्रदोष काल का मुहूर्त है. जिसके बाद वृषभ काल की शुरुआत शाम 7 बजकर 1 मिनट से रात 8 बजकर 56 मिनट तक रहेगी. वहीं अगर पूजा के शुभ मुहुरुत की बात करे तो, शुभ मुहुरुत की शुरुआत शाम 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगी. इसके साथ ही ज्योतिषियों का कहना है कि 23 अक्टूबर को शनि देव मार्गी हो रहे है, ऐसी स्थिति में कई राशियों को लाभ मिल सकता हैं.

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