17 साल बाद पाकिस्तान की धरती पर टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरी इंग्लैंड की टीम ने दिखा दिया कि असली टेस्ट क्या होता है और वो किस तरह से टेस्ट क्रिकेट को खेलना चाहते हैं. कप्तान बेन स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम की जोड़ी ने पूरी दुनिया को टेस्ट क्रिकेट के एक नए ब्रांड से परिचय करवाया है. यही वो पिच है, जहां कुछ महीनों पर ऑस्ट्रेलिया की टीम टेस्ट सीरीज खेलने आई थी और सीरीज का कोई नतीजा नहीं निकल सका था. लेकिन स्टोक्स की कप्तानी वाली इंग्लैंड की टीम ने दिखा दिया कि इस पिच पर भी टेस्ट मैच जीते जा सकते हैं.
रावलपिंडी में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 74 रनों से हराकर 3 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. यह टेस्ट मैच इंग्लैंड की टीम ने पांचवें दिन आखिरी सत्र के आखिरी कुछ मिनटों में जीता था, जब स्पिनर जैक लीच ने 10वां विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी. दिलचस्प बात ये है कि पाकिस्तान की इस हार से भारतीय टीम को फायदा हुआ है.
दरअसल, रावलपिंडी में इंग्लैंड से टेस्ट मैच हारने के बाद पाकिस्तान की टीम का जीत प्रतिशत ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 सत्र में 51.85 प्रतिशत से घटकर 46.67 हो गया है, जिससे अब टीम इंडिया WTC 2021-23 टेबल में पाकिस्तान से आगे निकल गई है. हालांकि पाकिस्तान की टीम फाइनल के रेस में अभी भी बनी हुई है.
WTC 2021-23 अंक तालिका में इस समय टॉप पर ऑस्ट्रेलियाई टीम है, जिनका जीत प्रतिशत 72.73 है जबकि 60 प्रतिशत के साथ दक्षिण अफ्रीका दूसरे नंबर पर हैं. तीसरे नंबर पर 53.33 प्रतिशत के साथ श्रीलंका की टीम है. भारत और पाकिस्तान क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर खड़े हैं. फ़िलहाल यही 5 टीम WTC फाइनल के रेस में बनी हुई है. ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में से तो कोई एक टीम जगह जरुर बनाएगी.
इंग्लैंड की बात करें तो 7वें पायदान पर खड़ी यह टीम फाइनल की रेस से बाहर है. 8वें नंबर पर न्यूजीलैंड और 9वें नंबर पर बांग्लादेश की टीम है. न्यूजीलैंड ने पिछली बार भारत को हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया था.