आपके नाम पर कितने सिम कनेक्शन एक्टिव हैं इस बात का पता बिहार राज्य के मोबाइल उपभोक्ता भी अब घर बैठे लगा सकते हैं. एक्टिव सिम कनेक्शन का पता चलते ही यह पता लगाया जा सकता है की इनमे फर्जी आईडी उपयोग करने वालों की संख्या क्या है, और इसे कब से इस्तेमाल किया जा रहा है. दरअसल इस बात का पता टेफकोप यानि टेलिकॉम एनालिटिकल फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन के जरिये होगा. आपको बता दें की हमारा राज्य बिहार भी अब इस टेफकोप पोर्टल से जुड़ने का प्रयास कर रहा. इस बात की जानकारी गिरजेश कुमार मिश्रा जो की दूर संचार विभाग बिहार सर्किल के वरिष्ठ उप महानिदेशक हैं उन्होंने दी. उन्होंने बताया की यदि बिहार टेफकोप पोर्टल से जुड़ जाता है तो साइबर क्राइम और देश विरोधी एक्टिविटी में फर्जी सिम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. इन फर्जी सिम का इस्तेमाल राज्य के सीमावर्ती इलाके विशेषतः पूर्णिया, किशनगंज, सीतामढ़ी और कटिहार जैसे इलाकों में अधिक होती है और बड़े पैमाने पर सूचना आती रहती है. अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की विशेष तौर पर इस पोर्टल को नार्थ ईस्ट स्टेट से जोड़ा गया है.
आपको बता दें की वर्ष 2020 में आँध्रप्रदेश से इसे शुरू किया गया था. फ़िलहाल टेफकोप को आँध्रप्रदेश के अलावे त्रिपुरा, केरल, जम्मूकश्मीर, तेलंगाना, राजस्थान, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश से जोड़ा गया है. धीरे–धीरे एक–एक राज्य का चयन कर इसे लागू किया जा रहा है. अधिकारी ने बताया की जिस भी राज्य में इस पोर्टल को शुरू करना होता है तो उससे पहले उस राज्य का डेटा इकट्ठा करने के बाद एक टेस्ट लिया जाता है. इस प्रोसेस में लगभग दो से तीन महीने का समय लगता है.
आइये अब इस चर्चा के बीच हम जानेंगे की आखिर टेफकोप है क्या. दरअसल टेफकोप दूरसंचार विभाग की तरफ से जारी किया गया एक ऑनलाइन पोर्टल है. इसका पूरा नाम टेलिकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन यानि धोखाधड़ी प्रबंधन और उपभोक्ता संरक्षण के लिए एक दूर संचार विश्लेषण पोर्टल है. इस पोर्टल को विकसित करने की वजह यह है की लोग जान सकें की उनके नाम पर काम कर रहे मोबाइल कनेक्शनों की संख्या कितनी है. साथ ही साथ इसे उनके अतिरिक्त मोबाइल कनेक्शनों को नियमित करने के लिए आवश्यक कार्यवाई करने हेतु विकसित किया गया है.
आइये अब इस पोर्टल से मिलने वाली सुविधाओं को आपसे अवगत करवाते हैं. जिन लोगों के नाम पर नौ से अधिक सिम हैं, उन लोगों को एसएमएस के जरिये सूचित किया जायेगा. यदि वे सभी सिम को आपके अलावा कोई और आपके बिना जानकारी के इस्तेमाल कर रहा है तो आप उस पर कार्यवाई कर सकते हैं. साथ ही साथ आप अपने नाम पर रजिस्टर्ड नंबर को बंद कर स्थिति की जांच भी कर सकते हैं. आपको बता दें की कई बार लोग आपके नाम से किसी भी फर्जी काम या फ्रॉड काम को अंजाम दे सकते हैं. लेकिन इस पोर्टल के जरिये आप आसानी पता लगा सकते हैं की आपके नाम और आपके आधार कार्ड के नाम पर कितने सिम कार्ड हैं. यदि आपके नाम से सिम कार्ड है भी और वह चालू स्थिति में नहीं है तो आप उसे बंद भी करवा सकते हैं.
चलिए अब जानते हैं की इस बात का पता कैसे लगाये की आपके आधार कार्ड के नाम पर कितने सिम कार्ड हैं. आपके नाम पर कितने सिम कार्ड हैं या आधार कार्ड से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को जांचने के लिए ब्राउजर को खोले फिर सर्च बार में tafcop consumer पोर्टल टाइप करें. इसे खोलते ही स्क्रीन पर बीच में इंटर योर मोबाइल नंबर का ऑप्शन नज़र आएगा उस पर अपना मोबाइल नंबर डालें. आपने जो मोबाइल नंबर डाला है उस पर एक ओटीपी आएगा. ओटीपी को डालें. ओटीपी डालते ही स्क्रीन पर नंबर नज़र आयेंगे. यदि स्क्रीन पर नज़र आने वाले मोबाइल नंबर से आप अवगत नहीं है या आपको नहीं याद की नंबर आपने कब निकलवाया या अब आप उसे इस्तेमाल नहीं कर रहे तो उस पर रिपोर्ट कर सकते हैं. रिपोर्ट करने के लिए मोबाइल नंबर के आगे दिए गये बॉक्स पर क्लिक करें. रिपोर्ट करने के बाद आपको आईडी नंबर भी दिया जाता है. इससे आप रिपोर्ट नंबर की स्तिथि चेक कर सकते हैं. पोर्टल पर इन सभी कामों का निपटारा करने के बाद वेबसाइट से खुद को लॉग आउट करना ना भूलें.