बिहार में इन दिनों एक से बढ़ कर एक संग्रहालय बनाने की कड़ी चल रही. संग्रहालय बनाने की इस कड़ी में बापू टावर और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण होना है. उम्मीद है की इसका निर्माण कार्य इसी वर्ष सितम्बर या अक्टूबर तक पूरा हो जायेगा. आपको बता दें की इन दोनो संग्रहालयों का निर्माण पूरे गुणवत्ता को ध्यान में रख कर किया जा रहा. अधिकारीयों और ठेकेदारों को निर्देश दिया गया है की काम को तेज लेकिन गुणवत्ता पूर्ण तरीके से आगे बढायें. इस दर्शनीय संग्रहालय बापू टावर का निर्माण पटना के गर्दनीबाग में लगभग 9679 वर्गमीटर इलाके में करना है. मिली जानकारी के अनुसार बापू टावर संग्रहालय के निर्माण में लगभग 72 लाख रुपये की लागत से हो रहा. अब बात करते हैं बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय की. तो आपको बता दें की बुद्ध सम्यक दर्शन का निर्माण करीब 72 एकड़ में हो रहा. वहीँ इसके निर्माण कार्य की लागत 315 करोड़ रुपये आ रही.

आपको बता दें की संग्रहालय निर्माण के पश्चात बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा को लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार ने दलाई लामा को बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय के लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया है. बताते चलें की भवन निर्माण विभाग के देखरेख में ही इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है. लिहाजा, अब तक इसके निर्माण कार्य का काम हो जाना चाहिए था. लेकिन कोरोना संकट की वजह से इसके निर्माण कार्य में देरी हुई.

आइये अब अपनी चर्चा के बीच हम जानते हैं की किस तरह की आधुनिक सुविधाओं से संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा. तो सबसे पहले हम बात करते हैं बापू टावर की. आपको बता दें की यह संग्रहालय 6 मंजिला होगी. 6 मंजिल का यह बापू टावर संग्रहालय पूरे तरीके से भूकंपरोधी होगा. ऐसे में यदि इस प्रकार के प्राकृतिक आपदा आते हैं तो होने वाली क्षति से बचा जा सकेगा. इसकी ऊंचाई लगभग 120 फूट होगी. लिहाजा, इस संग्रहालय में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जीवन से जुडी चीजें खास कर उनके द्वारा की गयी बिहार यात्रा और चंपारण सत्याग्रह से जुडी स्मृतियां दर्शन के लिए मौजूद होंगे. साथ ही साथ महात्मा गाँधी से जुड़े इतिहास भी होंगे. आने वाले पर्यटकों के सुविधा के लिए कैफेटेरिया भी रहेंगे. वहीँ पार्किंग व्यवस्था में बस, कार और दोपहिया वाहनों के लगाने की सुविधा उपलब्ध होगी. 6 मंजिल बिल्डिंग ऊँची होने के कारण यहाँ चढ़नेउतरने के लिए लिफ्ट की भी सुविधा होगी. इसके अलावा कांफ्रेंस रूम की सुविधा भी मौजूद होगी.

आइये अब हम बात करते हैं बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय की. पहले ही हमने इस बात को लेकर चर्चा की, कि वैशाली में बन रहा यह बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय लगभग 315 करोड़ रुपये की लागत से 72 एकड़ में बनाया जा रहा. यहाँ स्तूप को केवल पत्थर से बनाया जा रहा. गौरतलब है की केवल पत्थर से बना देश का यह पहला स्तूप होगा. बताते चलें की इसी स्थल पर पुरातात्विक खुदाई के समय गौतम बुद्ध के अवशेष बांस की टोकरी में प्राप्त हुए थे. केवल पत्थर से बनने वाले इस स्तूप की ऊंचाई 128 फूट और व्यास 131 फूट होगी. कुल 36 हजार पत्थरों को इस स्तूप के निर्माण में लगाये जाने हैं. यह पत्थर राजस्थान के बंशी से मंगवाए गये हैं. इस स्तूप की आयु लगभग 1 हजार वर्ष होगी और इसमें लगभग 1500 पर्यटकों के बैठने की जगह होगी. दर्शनीय चीजों में यहाँ स्तूप के साथसाथ गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी, म्यूजियम, विजिटर सेंटर और मैडिटेशन हॉल होंगे. इसके अलावे एक भव्य पार्क का निर्माण भी किया जा रहा. इस पार्क का निर्माण 22 एकड़ जमींन में किया जा रहा. आपको बता दें की यह हमारे राज्य के अद्भुत पार्कों में से एक होगा.

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