आईपीएल में 5 विकेट-हॉल और हैट्रिक, इंटरनेशनल डेब्यू पर बने ‘मैन ऑफ द मैच’
मुंबई इंडियन्स के खिलाफ फाइव विकेट हॉल प्राप्त करने वाला पहला गेंदबाज, RCB के लिए खेलते हुए दूसरा गेंदबाज
आईपीएल के इतिहास में बेस्ट बॉलिंग फिगर हासिल करने वाला गेंदबाज
दमदार गेंदबाज, जो अपने इंटरनेशनल डेब्यू पर बना मैन ऑफ़ द मैच
क्रिकेट के लिए जो अपने परिवार के साथ नहीं गया अमेरिका
जिसने आईपीएल के एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेकर मचाया तहलका, 20 लाख से 10 करोड़ हो गई बोली
दोस्तों, पहले की तुलना में क्रिकेट काफी बदल गया है. खासकर जब से क्रिकेट का सबसे छोटा प्रारूप टी20 क्रिकेट आया है तब से. क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर कहते हैं कि क्रिकेट पहले की तुलना में काफी तेज हो गया है. हमारे समय का औसत स्कोर और अब के औसत स्कोर में काफी इजाफा हो गया है. अब बल्लेबाजों को ज्यादा सुविधा मिलती है. इम्पैक्ट प्लेयर के नियम से खेल बिलकुल बदल गया है. तो ऐसे दौर में, जहां बल्लेबाजी आसान हुई है, बल्लेबाजों को ध्यान में रखकर नियम बनाए जाते हैं, कोई गेंदबाज अगर उम्दा गेंदबाजी करता है तो इसका सारा श्रेय उसे ही मिलना चाहिए. और वह गेंदबाज सचमुच काफी तारीफ के योग्य है. चक दे क्रिकेट की टीम अपनी खास पेशकश में लेकर आया है एक खास गेंदबाज की अनसुनी दास्तां.
इस लेख में हम बात करेंगे एक टी20 स्पेशलिस्ट गेंदबाज के बारे में. टी20 क्रिकेट, जिसमें अच्छे-अच्छे गेंदबाज मार खा जाते हैं, वहां इस गेंदबाज ने अपनी गेंदबाजी की अमिट छाप छोड़ी है. इनकी गेंदों पर बड़े से बड़ा बल्लेबाज चकमा खा जाते हैं. और अगर कोई बल्लेबाज इनकी गेंद पर बड़ा हिट लगा भी देता है तो अगली गेंद पर अपना विकेट गंवाकर उन्हें उसकी कीमत चुकानी पड़ती है. आज बात करेंगे उस गेंदबाज की, जो चकमा देने में माहिर है, जिसे दुनिया हर्षल पटेल के नाम से जानती है. इस लेख में हम टीम इंडिया के प्रतिभाशाली खिलाड़ी हर्षल पटेल के जीवन और क्रिकेट करियर से जुड़ी कुछ जानी-अनजानी और अनकही बातों को जानने की कोशिश करेंगे.
हर्षल पटेल का जन्म 23 नवंबर, 1990 को गुजरात के सानंद जिले में हुआ था. हर्षल के पिता का नाम विक्रम पटेल और मां का नाम दर्शनी पटेल है. उनके पिता एक प्राइम फ्लाइट एविएशन में कार्यरत हैं जबकि मां डंकिन दोनट्स में नौकरी करती हैं. हर्षल पटेल के एक भाई भी हैं, जिनका नाम तपन पटेल है. हर्षल को बचपन से ही क्रिकेट में गजब की दिलचस्पी थी, वो क्रिकेट के अलावा कुछ और सोचते ही नहीं थे. यही कारण था घरवालों के डांट-फटकार के बावजूद वो खुद को क्रिकेट से दूर नहीं रख पाते थे.
हर्षल पटेल ने अपनी शुरुआती शिक्षा सानंद के प्राइवेट स्कूल से पूरी की. बचपन में हर्षल स्कूल से आने के बाद सीधे क्रिकेट खेलने मैदान की तरफ भागते थे. इस वजह से कई बार उन्हें घर वालों से डांट भी सुनना पड़ता था. लेकिन हर्षल इन सब बातों की परवाह किए बिना बस क्रिकेट के धुन पर रमे हुए थे. हर्षल ने गुजरात के एच ए कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इससे आगे की पढ़ाई में उन्होंने कोई उत्सुकता नहीं दिखाई ताकि वो अपना सारा ध्यान क्रिकेट में लगा सकें. हर्षल ने मन ही मन ठान लिया था, कि वो भारत के लिए क्रिकेट खेलेंगे. ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने खुद को क्रिकेट की भट्टी में झोंक दिया.
यहां उनको मिले कोच तारक त्रिवेदी. तारक त्रिवेदी हर्षल के अंदर क्रिकेट के प्रति जुनून से काफी प्रभावित थे. हर्षल ने उनके मार्गदर्शन में ही अपने खेल को आगे बढ़ाया और सुधारा.
साल 2005 में हर्षल के पिता का ट्रान्सफर अमेरिका में हो गया तो पूरा परिवार अमेरिका में शिफ्ट होने की सोच रहे थे लेकिन हर्षल ने अमेरिका जाने से इनकार कर दिया. वह भारत में ही रहकर अपने क्रिकेट करियर को बनाना चाहते थे. इसी वजह से वो परिवार के साथ अमेरिका ना जाकर अकेले ही भारत में रहे और कड़ी मेहनत जारी रखा.
हर्षल के कोच तारक त्रिवेदी ने उनकी गेंदबाजी पर काफी मेहनत की और हर्षल को एक गेंदबाज के रूप में विकसित किया. हर्षल ने भी अपनी गेंदबाजी पर काम किया और 2008-09 अंडर-19 वीनू-मांकड़ ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने 23 विकेट चटकाए थे, हर्षल ने 2009-10 सीजन में गुजरात के लिए अपना वनडे यानी लिस्ट-ए डेब्यू किया था. 15 फरवरी, 2009 को हर्षल पटेल ने विजय हजारे ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ अपने लिस्ट ए डेब्यू मैच में 7 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें उन्होंने 48 रन खर्च किए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था. न्यूजीलैंड में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप 2010 के लिए भी हर्षल को टीम इंडिया के स्क्वाड में चुना गया था . प्रभावशाली प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें गुजरात की फर्स्ट क्लास टीम में नहीं चुना, जिसके बाद वो इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर इअन पोंट के साथ मिलकर अपने खेल और बेहतर करने में लग गए. हर्षल तब हरयाणा चले गए और 2011-12 सीजन के दौरान उन्होंने अपना रणजी यानी फर्स्ट क्लास डेब्यू कर लिया. 3 नवंबर, 2011 को दिल्ली में दिल्ली के खिलाफ हरयाणा के लिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. दिल्ली और हरयाणा के बीच खेला गया यह मैच ड्रा हुआ था और हर्षल ने 1 विकेट लिया था. पूरे सीजन में हर्षल पटेल ने 7 मैचों में 28 विकेट चटकाए थे.
हर्षल पटेल ने घरेलु मैचों में अपनी गेंदबाजी की गजब छाप छोड़ी और वो टीम के बहुमूल्य खिलाड़ी साबित हुए क्योंकि वो जरुरत पर विकेट चटकाकर देते थे और खासकर डेथ में उनकी गेंदबाजी कमाल की रहती थी. बेंगलुरु के फ्लैट बैटिंग पिच पर हर्षल ने 5 विकेट हासिल किए, जो काफी बड़ी बात थी. अगले मैच में डिफेंडिंग राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पटेल ने 34 रन देते हुए 8 विकेट चटका लिए. राजस्थान की टीम सिर्फ 89 रनों पर ढेर हो गई थी. वह 1991 के बाद अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं की निगाह में आने वाले हरियाणा के पहले खिलाड़ी बने.
रणजी में लाजवाब प्रदर्शन के चलते इसके बाद 2012 में आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें महज 8 लाख रूपए में अपनी टीम में शामिल कर लिया. 7 अप्रैल, 2012 को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हर्षल ने अपना आईपीएल डेब्यू किया था. उन्होंने 2 ओवर गेंदबाजी की थी, 10 रन दिए थे, उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था. हालांकि 2013 में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था. 2014 सीजन में भी फ्रेंचाइजी ने उन्हें अपने साथ बनाए रखा. आपको बता दें 2010 में हर्षल पटेल मुंबई इंडियन्स की टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं. 2018 के आईपीएल ऑक्शन में हर्षल पटेल को दिल्ली डेयरडेविल्स(जो अब दिल्ली कैपिटल्स है) ने उनके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा . लेकिन 2021 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने वापस हर्षल को अपने साथ जोड़ लिया. आईपीएल 2021 यानी आईपीएल का 14वां सीजन हर्षल पटेल के लिए ड्रीम सीजन रहा.
9 अप्रैल, 2021 को मुंबई इंडियन्स के खिलाफ हर्षल पटेल ने 4 ओवर के अपने कोटे में 27 रन देते हुए 5 विकेट चटका लिए थे. आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के खिलाफ फाइव विकेट हॉल प्राप्त करने वाले वो पहले गेंदबाज बने. यह आईपीएल के इतिहास का सबसे बेस्ट बॉलिंग फिगर है. यही नहीं उनका 5 विकेट हॉल आईपीएल में एक अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी द्वारा तीसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का आंकड़ा बन गया.
जहां एक तरफ हर्षल पटेल के नाम उस सीजन में प्रतिष्ठित रिकॉर्ड दर्ज हुआ, वहीं दूसरी तरफ एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी उसी सीजन में दर्ज हो गया. हर्षल ने 25 अप्रैल, 2021 को आईपीएल के इतिहास का सबसे महंगा ओवर फेंका. चेन्नई सुपरकिंग्स के विरुद्ध मैच में हर्षल पारी का अंतिम ओवर फेंकने आए, जब बल्लेबाजी कर रहे रवीन्द्र जडेजा ने हर्षल के उस ओवर में 37 रन कूट दिए थे.
आईपीएल का यह सीजन हर्षल के लिए ऐतिहासिक रहा था. 26 सितंबर, 2021 को मुंबई इंडियन्स के विरुद्ध खेलते हुए हर्षल पटेल ने हैट्रिक विकेट ले लिया और प्रवीण कुमार और सैमउअल बद्री के बाद RCB के लिए हैट्रिक लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए. हर्षल ने उस मैच में पहले हार्दिक पंड्या को आउट किया, इसकी अगली गेंद पर काइरोन पोलार्ड को और तीसरी गेंद पर राहुल चाहर को चलता कर दिया. उस मैच में हर्षल पटेल ने 3.1 ओवर में 17 रन देकर 4 विकेट लिए थे. 32 विकेटों के साथ हर्षल सीजन के सबसे सफल गेंदबाज बने और पर्पल कैप जीता. आईपीएल में दमदार प्रदर्शन का इनाम उनको तुरंत ही मिला और 13 अक्टूबर, 2021 को 2021 ICC मेंस टी20 वर्ल्ड कप के लिए हर्षल को भारतीय टीम में बतौर नेट बॉलर चुना गया.
फिर नवंबर, 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले टी20 सीरीज के लिए उनको भारतीय टीम में चुना गया. 19 नवंबर, 2021 को हर्षल पटेल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ रांची में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू कर लिया. अपने डेब्यू मैच में हर्षल ने 2 विकेट चटकाए और ‘मैन ऑफ द मैच’ बने. हर्षल ने 4 ओवर के अपने कोटे में सिर्फ 25 रन खर्च करते हुए 2 विकेट लिए थे. भारत ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराया था. अगले मैच में भी हर्षल पटेल ने 2 विकेट लिए और अंतराष्ट्रीय मंच पर भी दुनिया ने हर्षल की जबरदस्त गेंदबाजी देखी.
इसके बाद 2022 में आईपीएल का मेगा ऑक्शन हुआ जिसमें हर्षल को खरीदने के लिए तीन टीम भिड़े. पहले RCB और चेन्नई सुपरकिंग्स ने बिडिंग शुरू की. 4.2 करोड़ के बाद चेन्नई बिड से बाहर हो गई और अब सनराइजर्स हैदराबाद की एंट्री हुई. RCB और SRH के बीच हर्षल के लिए काफी देर तक लड़ाई हुई लेकिन अंत में RCB ने 10.75 करोड़ रूपए की बोली लगाकर हर्षल को अपना बना लिया.
जून, 2022 में आयरलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए हर्षल पटेल को टीम इंडिया में चुना गया था. इसके बाद वो श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज खेले. आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में जगह पाने वाले हर्षल पटेल भारतीय टी20 क्रिकेट टीम के अहम सदस्य बन गए हैं. लेकिन यहां तक पहुंचने में उन्होंने काफी संघर्ष किया है और बहुत साड़ी चीजों का त्याग किया है. अपना घर बार छोड़ा है, यहां तक कि अपने परिवार का भी त्याग कर दिया है. हर्षल की कहानी हर क्रिकेटर बनने वाले बच्चे के लिए एक प्रेरणा है.
हर्षल पटेल ने भारत के लिए अबतक 25 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 26.55 की औसत से 29 विकेट चटकाए हैं. निचले क्रम में उन्होंने बल्ले से भी टीम के लिए बहुमूल्य योगदान देते हैं, जो उन्हें खास खिलाड़ी बनाते हैं.
हर्षल पटेल के नाम 67 फर्स्ट क्लास मैचों में 232 विकेट दर्ज हैं और 1386 रन. हर्षल ने फर्स्ट क्लास में 5 अर्द्धशतक भी बनाए हैं. लिस्ट ए क्रिकेट में हर्षल ने 60 मैचों में 85 विकेट चटकाए हैं और 4 अर्द्धशतकों की मदद से 645 रन भी बनाए हैं. हर्षल पटेल ने 165 घरेलु टी20 मैचों में 198 विकेट हासिल किए हैं. बात IPL की करें तो हर्षल ने अबतक 86 मैचों में 107 विकेट अपने नाम किए हैं और 236 रन भी बनाए हैं.
निजी जिंदगी की बात करें तो हर्षल अभी सिंगल हैं. चक दे क्रिकेट की टीम हर्षल पटेल के उज्जवल भविष्य की कामना करती है. आपके अनुसार हर्षल पटेल कैसे खिलाड़ी हैं ? कमेंट करके अपनी राय दें.