आप सभी जानते हैं भारत में अभी क्रिकेट का त्यौहार आईपीएल चल रहा है। आईपीएल भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सर्वश्रेष्ठ T20 क्रिकेट लीग है। इस टूर्नामेंट में ना जाने कितने खिलाड़ियों का भविष्य सवार दिया है। यह एक ऐसा मंच है जहां विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आकर खेलते हैं और हमें उभरते हुए सितारों को देखने का मौका मिलता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम में जगह बनाने का आईपीएल एक बहुत अच्छा जरिया है जिसे युवा खिलाड़ी भरपूर प्रयोग करना चाहते हैं। इसके अलावा इस क्रिकेट लीग में भरपूर पैसा खिलाड़ियों को मिलता है। आईपीएल ने क्रिकेट की दुनिया को ही बदल के रख दिया है.
2008 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का विश्व भर में क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार करते हैं। आप सब जानते हैं कि इस क्रिकेट लीग की बदौलत भारत ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ियों ने भी काफी नाम और पैसा कमाया है। यह सूची बहुत लंबी है जो शायद हम कुछ घंटों में खत्म ही ना कर पाए। लेकिन क्या आप जानते हैं आईपीएल में भी कई बार विवाद हो चुका है। चलिए देखते हैं आईपीएल के इतिहास के सबसे बड़े पांच विवाद।
5) धोनी और अंपायर–
वैसे तो महेंद्र सिंह धोनी को कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है और यह मैदान पर सबसे शांत खिलाड़ी हैं। लेकिन एक बार आईपीएल के दौरान ऐसा वाक्या हो गया कि महेंद्र सिंह धोनी का पूरे विश्व को रूद्र रूप देखने को मिला। गुस्से से लाल महेंद्र सिंह धोनी की यह झलक सबसे अलग थी। दरअसल यह बात आईपीएल 2019 की है जब चेन्नई सुपर किंग्स के सामने राजस्थान रॉयल्स की टीम थी। अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर बेन स्टोक्स ने यार्कर फेंकने के चक्कर में मिचेल सैंटनर को फुल टॉस गेंद फेंक दी और यही गेंद विवाद का कारण बन गई। अंपायर ने नो बॉल का इशारा कर दिया और नो बॉल का सायरन भी बज गया। लेकिन लेग अंपायर ने नो बॉल का इशारा नहीं दिया। हाइट की नो बॉल का फैसला लेग अंपायर करता है और लेग अंपायर को यह नो बॉल नहीं लगी जिसकी वजह से नो बॉल नहीं दी गई। यह बात महेंद्र सिंह धोनी को खल गई और वह बाउंड्री लाइन से चिल्लाने लगे। फिर स्ट्राइक पर खड़े रविंद्र जडेजा भी अंपायर से बहस बाजी करने लगे और देखते ही देखते महेंद्र सिंह धोनी मैदान में घुसकर अंपायर के पास पहुंच गए। कैप्टन कूल ने अपनी नाराजगी जाहिर की और नॉन स्ट्राइक छोर पर खड़े अंपायर की तरफ इशारा कर कर रहे थे। हालांकि कुछ देर बहस करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी बाहर चले गए और नो बॉल नहीं दी गई। अंतिम गेंद पर सैंटनर ने छक्का लगाकर चेन्नई सुपर किंग्स को मैच जिता दिया। मैच खत्म होने के बाद धोनी ने रेफरी के सामने अपनी गलती स्वीकारी और उन पर मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया।
4) ऋषभ पंत और अंपायर–
आईपीएल के पिछले सीजन विकेटकीपर बल्लेबाज और दिल्ली कैपिटल्स टीम के कप्तान ऋषभ पंत भी काफी आग बबूला हो गए थे और अंपायर के साथ काफी गरमा गर्मी हो गई। इस बार भी विपक्षी टीम राजस्थान ही थी। यह वाकया भी मैच के अंतिम ओवर में हुआ। अंपायर के एक फैसले से ऋषभ पंत काफी नाराज हो गए और फिर जमकर बवाल हुआ। अंतिम छह गेंदों में दिल्ली कैपिटल्स को जीत के लिए 36 रन की दरकार थी। कैरेबियन बल्लेबाज पॉवेल स्ट्राइक पर थे और पहली दो गेंदों में इस बल्लेबाज ने 2 छक्के लगा दिए। तीसरी गेंद पर भी इन्होंने छक्का लगा दिया लेकिन यह गेंद ऐसी लग रही थी जैसे की कमर से काफी ऊपर हो और इसी वजह से बल्लेबाज और डगआउट में बैठी दिल्ली कैपिटल्स की टीम नो बॉल की मांग करने लगी। अंपायर ने नो बॉल करार नहीं दिया और बल्लेबाज पॉवेल अंपायर से बात करने लगे। ऐसे में बाउंड्री लाइन के बाहर ऋषभ पंत भी काफी गुस्सा दिखाई दे रहे थे। कुछ देर में उन्होंने बल्लेबाजों को मैदान से बाहर आने को कहा और सहायक कोच प्रवीण को अंपायर से बात करने भेजा। लेकिन किसी की अंपायर के सामने एक ना चली। अंतिम 3 गेंद पर दिल्ली को 18 रन चाहिए थे लेकिन वह सिर्फ 3 रन बना पाए। लिहाजा इस मुकाबले को राजस्थान रॉयल्स ने जीत लिया।
3) पोलार्ड बनाम मिचेल स्टार्क–
यह विवाद आईपीएल इतिहास का सबसे खतरनाक विवादों में से एक है। आईपीएल 2014 के दौरान मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स के बीच खेले जा रहे मुकाबले में कैरेबियन ऑल राउंडर कायरन पोलार्ड और ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के बीच गरमा गरमी का माहौल पैदा हो गया। मैच के 17वें ओवर में स्टार्क ने पोलार्ड को एक तेजतर्रार बाउंसर मारी जिससे वह खेल नहीं पाए और इस पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने तंज कस दिया। इस पर पोलार्ड ने उन्हें हाथ से वापस जाने का इशारा किया। अगली गेंद फेंकने के लिए स्टार्क भागते हुए आ रहे थे और अंतिम समय पर पोलार्ड तैयार ना होने की बात कहकर पीछे हट गए। इसके बावजूद भी स्टार्क ने उनकी तरफ गेंद फेंक दी। इतनी देर पोलार्ड भी कहां शांत रहने वाले थे और उन्होंने अपना बल्ला मिचेल स्टार्क की तरफ फेंकने का दिखावा कर अपने पैरों की तरफ फेंक दिया। यह उन्होंने स्टार्क को डराने के लिए किया। इसके बाद अंपायर ने बीच–बचाव कराने की कोशिश की और विराट कोहली एबी डिविलियर्स रोहित शर्मा युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों ने भी दोनों खिलाड़ियों को समझाने का प्रयास किया।
2) गौतम गंभीर और विराट कोहली–
यह विवाद आईपीएल के सबसे चर्चित विवादों में से एक है। यह विवाद दिल्ली के दो खिलाड़ी गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच का है। गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे तो वहीं रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की कप्तानी विराट कोहली के हाथों में थी और दोनों कप्तान आपस में ही भिड़ गए। विराट कोहली शानदार ढंग से बल्लेबाजी कर अपनी टीम को जीत की तरफ धकेल रहे थे। लेकिन बालाजी की एक गेंद पर विराट कैच आउट हो गए। विराट कोहली मैदान छोड़कर पवेलियन की तरफ जा रहे थे लेकिन उन्हें गौतम गंभीर का सेलिब्रेट करने का तरीका रास नहीं आया। गंभीर ने भी विराट कोहली पर कोई टिप्पणी कर दी। ऐसे में विराट कोहली पवेलियन जाने की जगह गौतम गंभीर की तरफ बढ़ गए और दोनों खिलाड़ी एक दूसरे पर चढ़ने लगे। ऐसे में साथी खिलाड़ियों ने दोनों को अलग किया और विवाद को रोकने का प्रयास किया। हालांकि डगआउट में विराट कोहली काफी निराश देखें। मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों को लेवल 1 के तहत दोषी पाया गया और जुर्माना लगाया गया।
1) हरभजन सिंह और श्रीसंत–
आईपीएल का यह विवाद काफी सुर्खियों में रहा। यह वाकया मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच आईपीएल 2008 में हुआ। उस समय मुंबई इंडियंस की कप्तानी हरभजन सिंह कर रहे थे और श्रीसंत पंजाब की टीम का हिस्सा थे। मैच के बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें हरभजन सिंह ने श्रीसंत को थप्पड़ जड़ दिया। मैच में किंग्स इलेवन पंजाब ने जीत दर्ज की थी और मैच खत्म होने के बाद खिलाड़ी हाथ मिला रहे थे तब श्रीसंत ने हरभजन सिंह को हार्ड लक कहा जिस पर वह आग बबूला हो गए और श्रीसंत को एक थप्पड़ लगा दिया। इसके बाद श्रीसंत रोते हुए दिखाई दिए। हालांकि इस घटना में हरभजन सिंह को दोषी पाया गया और उन्हें पूरे आईपीएल सीजन से बैन कर दिया गया। यही नहीं बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने उन्हें पांच वनडे अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से भी बैन किया। यह आईपीएल इतिहास की सबसे हाई प्रोफाइल घटना रही।