बिहार और बिहारियों को हमेशा अंडररेटेड ही समझा जाता है लेकिन मौके पे यही बिहारी इतिहास रच जाते हैं. धोनी के संयास के बाद जो टीम चरमरायी है वो सुधरने का नाम नहीं ले रही. लग ही नही रहा ये वही विश्वविजेता टीम है जिसके सामने खेलने से दुनिया की बड़ी से बड़ी टीम को सोचना पड़ता था. भारतीय टीम फिलहाल इतने बुरे दौर से गुज़र रही है कि लगातार निरीक्षण ही चल रहा है किसे टीम में खिलाना है किसे कप्तान बनाना है ये अब तक संशय का ही विषय बना हुआ है. बांग्लादेश दौरे पे आज भारतीय टीम का तीसरा एकदिवसीय मैच था. पिछ्ले दो मुकाबले में हार चुकी टीम ने चोटिल रोहित की जगह आज बिहार के ईशान किशन को मौका दिया तो उन्होंने साबित कर दिया कि उन्हें बस मौके की जरुरत है बाकी खिलाडी तो वो लम्बी रेस के हैं. धोनी ने जिस तरह फ्लोप होने के बाद भी रोहित को लगातार टीम में जगह दे स्टार बल्लेबाज़ बना दिया उसी तरह ईशान को एक ऐसे कप्तान की जरुरत है जो उसे मौके दे और वो खुद को साबित कर पाए. ईशान आज शिखर धवन के साथ सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलने आए, शिखर धवन के जल्दी आउट हो जाने के बाद इन्होने विराट कोहली के साथ टीम की कमान संभाली और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 126 गेंदों पर दोहरी शतकीय पारी खेल नया कृतिमान रच दिया.
ईशान ने 18 जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मुकाबले से भारतीय टीम में डेब्यू किया था. किशन ने अबतक मात्र 9 एकदिवसीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 3 अर्धशतकों की मदद से 237 रन बनाया है. जिसमें अबतक का सर्वाधिक 93 था जिसे आज शतकीय पारी खेलते हुए इन्होने इसे ध्वस्त कर दिया.
ईशान इससे पहले झारखंड की घरेलू टीम से रणजी और आईपीएल में गुजरात लायंस और मुंबई इंडियन की ओर से खेलते हुए देखे गए. किशन ने 2016-17 में दिल्ली के विरुद्ध 237 की पारी खेल झारखण्ड के सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन गए, 2017-18 रणजी सीजन में इन्होनें 6 मैच खेल 484 रन बना उस साल के रणजी के टॉप स्कोरर रहे. 2018-19 के विजय हजारे ट्राफी में 9 मैचों 405 रन उस साल के टॉप–स्कोरर रहे.
ईशान ने आज लम्बी शतकीय पारी खेल साबित कर दिया वो बहुत लम्बी रेस के घोड़े हैं उन्होंने आज पहला शतक नहीं दोहरा शतक जड़ चयनकर्ताओं को चेता दिया कि अब अधिक दिनों तक टीम से बाहर नहीं रखा जा सकता है. आज के 210 रनों की पारी में ईशान ने कुल 24 चौके 10 छक्के लगाये.