Placeholder canvas

इस्तीफे के बाद कार्तिकेय कुमार का पहला बयान, कहा- जाती के कारण से मुझे पद छोड़ना पड़ा

Bihari News

अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विधि विभाग के पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने इस बार खुलकर मीडिया से बातचीत की और इस बातचीत के दौरान मीडिया से अपने इस्तीफे का कारण भी बताया है. बता दे कि इस बातचीत के दौरान कार्तिकेय कुमार ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला.

कार्तिकेय कुमार ने मीडिया से इस बातचीत के दौरान बताया कि बीजेपी नही चाहती हैं की भूमिहार समाज से किसी को मंत्री बनाया जाये, ये बीजेपी को बिलकुल भी बर्दाश्त नही हैं. वे कई बार मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर चुकें है और कई तरह की तरकीबों का भी इस्तेमाल कर चुके हैं. इससे लोगों के बीच मेरी इमेज तो खराब हो ही रही थी, लेकिन साथ-साथ पार्टी और मेरे नेता की भी छवि धूमिल हो रही थी।इसलिए मैंने इन सब चीजों से बेहतर इस्तीफा देना सही समझा.

बता दे कि विभाग बदल दिए जाने को लेकर जब पत्रकारों ने कार्तिकेय कुमार से ये पूछा कि क्या इसे लेकर आपको कोई नाराज़गी थी, तो इसके जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा की मुझे इससे कोई नाराज़गी नहीं थी. सरकार के द्वारा मुझपर भरोसा जताया गया था और मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गयी थी. और मैं यह जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभाना चाहता था. लेकिन बीजेपी के द्वारा मेरी इमेज बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश की गयी हैं. इन्हीं वजहों से मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और आज अपहरण केस की कोर्ट में सुनवाई भी होने वाली हैं. इस केस से जुड़े फैसले आने के बाद , सरकार मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभाऊंगा.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गन्ना उद्योग मंत्री कार्तिक कुमार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा था. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी. अब कार्तिक कुमार राज्य मंत्री परिषद के सदस्य नहीं रहे. कार्तिक कुमार के त्यागपत्र के साथ ही गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को सौप दिया गया है.

 

गौरतलब है कि कार्तिकेय कुमार को नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिलते ही विवादों में घेर लिया गया था. उनके ऊपर आरोप लगा था कि उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा चुका है. बता दें, 2014 में राजीव रंजन को अगवा कर लिया गया था, जिसके बाद इस मामले में संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया. कार्तिकेय सिंह ने अभी तक इस मामले में ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है. इस मामले को लेकर विपक्ष का कहना है कि जिनके खिलाफ खुद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जा चूका हो, उसे विधि विभाग का मंत्री कैसे बनाया जा सकता है.कार्तिकेय कुमार को बाहुबली अनंत सिंह के समर्थक ‘कार्तिक मास्टर’ के नाम से भी जाना जाता हैं. जानकारी है कि अनंत सिंह के लिए सभी राजनीतिक दांव-पेंच पर्दे के पीछे से कार्तिकेय की मदद से ही अनंत सिंह संभालते हैं. अनंत सिंह कार्तिकेय कुमार को खुद ‘मास्टर साहब’ कहकर पुकारते हैं. कार्तिकेय राजनीति में आने से पहले स्कूल में शिक्षक थे. वहीं कार्तिकेय कुमार की पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार मुखिया भी बन चुकी हैं.

Leave a Comment