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‘मेरे बुरे दौर में केवल वही थे जिन्होंने संपर्क किया’ : फॉर्म में लौटते ही विराट कोहली ने किया बड़ा खुलासा

Bihari News

भारत के जितने भी क्रिकेट फैंस हैं, क्रिकेट के दीवाने हैं, उनके लिए खुशखबरी है क्योंकि विराट कोहली फॉर्म में लौट गए हैं. एशिया कप में विराट का बल्ला गरज रहा है और सभी को विंटेज कोहली की झलक मिल रही है. करीब 1 महीने के ब्रेक के बाद लौटे विराट कोहली ने बड़े टूर्नामेंट में फॉर्म में लौटने के संकेत दिए हैं और यही तो महान खिलाड़ियों की निशानी होती है. बड़े खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट में निखरके आते हैं और युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा देते हैं. पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के सुपर-4 के अहम मुकाबले में विराट कोहली ने 60 रनों की पारी खेली और टीम का स्कोर 180 के पार पहुंचाया. हालांकि टीम इंडिया को इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा लेकिन विराट कोहली ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसने करोड़ों भारतीय फैंस को जरुर सूकून दिया है. विराट ने अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी की, उनमें रनों की भूख दिख रही थी. उन्होंने अपनी पारी में 8 डबल लिए यानी 8 बार 2 रनों के लिए भागे और पूरा किया. इस एक चीज ने भी कोहली के फॉर्म में लौटने के संकेत दिए हैं. कोहली के बल्ले से निकला हर एक रन बिलकुल अथॉरिटी वाला था.

और दोस्तों इसी साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा और कोहली का फॉर्म में लौटना बेहद ही शुभ संकेत है. अगर कोहली सचमुच फॉर्म में लौट गए हैं तो वर्ल्ड कप में हमारी जीत को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि कोहली का बल्ला जब गरजता है तो गेंदबाजों की खटिया खड़ी हो जाती है और विरोधी कप्तान सर धूनते रह जाते हैं. अभी तक एशिया कप के तीनों मैचों में कोहली का बल्ला चला है. 3 में से 2 में कोहली ने अर्धशतक लगाया है. और यही तो खास बात है कोहली के फॉर्म की. कि जब वो फॉर्म में होते हैं तो कंसिस्टटेंटली रन बनाते हैं, हर एक मैच में रन बनाते हैं. इसलिए उनको बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी कहा जाता है. टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड कोहली के ही नाम है. पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में अर्धशतक लगाकर कोहली ने रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ दिया, वो अब टी20 में 32 अर्धशतकों के साथ टॉप पर पहुंच गए हैं. अगर कोहली इसी तरह बल्लेबाजी करते हैं तो हो सकता है भारत दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर कब्जा कर ले.

टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने विराट कोहली की जमकर तारीफ की है और कहा है कि कोहली का कद ही इतना बड़ा है कि हम उनसे बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं. सहवाग ने कहा कि हम उनसे कम से कम तो शतक ही चाहते हैं, जब वो 40, 50 या 60 बनाते हैं तो हम गिनते भी नहीं हैं. सहवाग ने कहा कि उनके लिए कोहली हमेशा फॉर्म में थे, बस अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहे थे.

केवल एक व्यक्ति से संदेश मिला, वो धोनी थे

विराट कोहली ने भी माना है कि वो फॉर्म में लौट आए हैं. विराट ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी याद किया और उनके बारे में एक दिलचस्प खुलासा भी किया. कोहली ने कहा कि जब वो बुरे फेज से गुजर रहे थे तो एक ही इंसान थे, जो उनतक पहुंचे और वो धोनी ही थे. कोहली ने बताया कि जब उन्होंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी थी तो सिर्फ धोनी का मैसेज आया. कोहली ने कहा कि जब भी वो लो फील करते हैं या फिर कोई सलाह लेनी होती है तो वो धोनी से पूछते हैं, उनसे बात करते हैं. पोस्ट मैच कॉनफ्रेंस में विराट कोहली ने कहा, “मैं आपको एक बात बता सकता हूं: जब मैंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी, तो मुझे केवल एक व्यक्ति का संदेश मिला, जिसके साथ मैं पहले खेल चुका हूं – वह एमएस धोनी थे.”

“कई लोगों के पास मेरा नंबर है. टीवी पर बहुत सारे लोग सुझाव देते हैं, लोगों के पास कहने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन जिसके पास मेरा नंबर था, किसी ने मुझे संदेश नहीं भेजा.”

कोहली ने आगे कहा, “वह सम्मान, वह संबंध जो आपका किसी के साथ है, जब यह वास्तविक है, तो यह इस तरह से दिखाता है क्योंकि दोनों छोर पर सुरक्षा है. न तो उसे [धोनी] को मुझसे कुछ चाहिए, न ही मुझे उससे कुछ चाहिए, और न ही क्या वह मुझसे असुरक्षित था या मैं उससे असुरक्षित था. मैं केवल इतना कह सकता हूं – अगर मैं किसी से कुछ कहना चाहता हूं, तो मैं व्यक्तिगत रूप से उस व्यक्ति तक पहुंचता हूं, भले ही आप मेरी मदद करना चाहते हों.”

“मेरा मतलब है, अगर आप दुनिया के सामने सुझाव देते हैं, तो मेरे लिए इसका कोई मूल्य नहीं है. अगर यह मेरे सुधार के लिए है तो आप मुझसे एक-एक करके बात कर सकते हैं कि मैं वास्तव में चाहता हूं कि आप अच्छा करें. मैं जीवन जीता हूं बहुत ईमानदारी से, इसलिए मैं ऐसी चीजें देखता हूं. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आप असली चीज देखते हैं, मैं केवल इतना ही कह सकता हूं. जब आप इतने लंबे समय तक खेलते हैं, जब आप खेलते हैं ईमानदारी से, जो देता है वह सर्वशक्तिमान है. जब तक मैं खेलता हूं, जब तक मैं खेलने के योग्य नहीं होता, तब तक मैं ऐसे ही खेलूंगा.”

कभी-कभी ब्रेक लेना बुरा नहीं होता

विराट कोहली ने फॉर्म में वापसी पर भी बात की और बताया कि कैसे उन्होंने फॉर्म में वापसी की. कोहली ने कहा कि कभी-कभी ब्रेक लेना बुरा नहीं होता है.

विराट ने कहा, ” मैंने नहीं सोचा था कि मैं एक महीना अपने बल्ले को छुए बिना जाऊंगा, लेकिन स्थिति ऐसी हो गई कि मुझे ब्रेक लेना पड़ा.”
“शारीरिक से अधिक मानसिक रूप से. तब आपको एहसास होता है कि जब आप एक महीने के बाद फिर से बल्लेबाजी करते हैं तो आपने खेल क्यों खेलना शुरू किया. वह [अनुभव] कई बार खो जाता है, जिस तरह से लोग आपको देखते हैं, जब आप मैदान पर होते हैं तो आपके लिए खुश होते हैं, ऐसे समय में आप उस अहसास को खो सकते हैं.”

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