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इंटरनेशनल क्रिकेट में 2 बार लिया हैट्रिक, फिर भी चयनकर्ताओं ने किया नजरंदाज 

Bihari News

 इंसान की जिंदगी कब बदल जाती है, इसका अंदाजा खुद उस इंसान को नहीं होता है. और क्रिकेट में तो पल भर में सबकुछ बदल जाता है. कभी कभी खिलाड़ी को अच्छे प्रदर्शन का भी इनाम नहीं मिलता ऐसे में कभी कभी खिलाड़ी टूट जाता है और उसका मन सबकुछ छोड़ देने का करने लगता है. यहां पर इंसान के असली करैक्टर का पता चलता है. यहां से इंसान के पास सिर्फ 2 ही रास्ते होते हैं पहला हार मान लेना और दूसरा जीत का दम भरना. इस खिलाड़ी के जिंदगी में भी ऐसा दौर आया था, जब वो 15 साल के ही थे और तब इन्होने आत्महत्या का मन बना लिया था लेकिन आज यह टीम इंडिया का लीड स्पिन गेंदबाज है. आत्महत्या करने का मन बनाने से टीम इंडिया का लीड गेंदबाज बनने तक का सफर बेहद दिलचस्प है.
इस लेख में बात होगी भारत के ऐसे धुरंधर खिलाड़ी की, जो अपनी वापसी के लिए मशहूर है, जिसने बार-बार खुद को साबित किया.

14 दिसंबर, 1994 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव में पिता राम सिंह यादव और मां उषा यादव के घर एक बेटे का जन्म हुआ था, जो आगे चलकर भारत का प्रमुख स्पिन गेंदबाज बना, जिसे दुनिया कुलदीप यादव के नाम से जानती है. कुलदीप यादव एक इंटरव्यू में कहते हैं कि उनके पिता चाहते थे कि वो क्रिकेट खेलें और उसी में अपना करियर बनाएं. कुलदीप के पिता इंट भट्टे के मालिक थे और अपने बेटे के सपनों को पूरा करने के लिए वो अपने पूरे परिवार के साथ उन्नाव से कानपुर आ गए. यहां कुलदीप के पिता उनको कोच कपिल पांडे के पास ले गए. वसीम अकरम और जहीर खान से प्रभावित कुलदीप यादव भी उन्हीं की तरह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बनना चाहते थे लेकिन कोच कपिल पांडे ने उनमें छिपे एक बेहतरीन स्पिनर को पहचान लिया था, कुलदीप के बेहतरीन टर्न और वेरिएशन से प्रभावित होकर कोच ने उनको स्पिनर बनने पर जोर दिया. और जब कुलदीप ने महान शेन वार्न को गेंदबाजी करते देखा तो वो उनके आदर्श बन गए.

कुलदीप यादव ने एक इंटरव्यू में कहा था, “मैं वार्न के वीडियो देखता रहता हूं. गेंद पर उनकी पकड़, डिलीवरी की लंबाई और क्रीज का उपयोग अपराजेय है. मैं फुटेज से सीखने की कोशिश करता हूं.”

अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए कुलदीप यादव ने खुद को पूरी तरह से क्रिकेट के प्रति समर्पित कर दिया. कुलदीप की 3 बड़ी बहनें भी हैं. घर में सभी को कुलदीप से बड़ी उम्मीदें थी कि वह एक दिन पूरे परिवार का नाम जरुर रौशन करेंगे. और कुलदीप पर भी क्रिकेट का जूनून इस कदर सवार हुआ कि वो क्रिकेट के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते थे.

आलम ये था कि जब कुलदीप का सेलेक्शन उत्तर प्रदेश की अंडर-15 टीम में नहीं हुआ था, वो इतने आहत हो गए थे कि उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था, यही नहीं उन्होंने आत्महत्या करने का भी फैसला कर लिया था. एक इंटरव्यू के दौरान कुलदीप यादव की बहन ने बताया था कि जब कुलदीप का सेलेक्शन अंडर-15 टीम में नहीं हो पाया था तब कुलदीप अंदर ही अंदर काफी निराश हो गए थे और उन्होंने आत्महत्या करने की बात भी कही थी. लेकिन बहुत जल्द कामयाबी ने कुलदीप यादव के घर पर दस्तक दी. लेकिन घरवालों के साथ और कुलदीप के भूख के चलते घर में जल्दी ही खुशियों ने दस्तक दी. अपनी बेहतरीन स्पिन क्षमता से बल्लेबाजों को छकाने वाले कुलदीप यादव ने अंडर-19 लेवल पर जबरदस्त सफलता पाई और इसी ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा.

कुलदीप यादव को भारत की अंडर-19 टीम से बुलावा आ गया और अप्रैल 2012 में 17 साल के कुलदीप ने अपना पहला अंडर-19 अंतराष्ट्रीय मैच खेला. कुलदीप विकेट लेने के बावजूद रडार के नीचे ही थे लेकिन 2 साल बाद जब दुबई में अंडर-19 वर्ल्ड कप का 2014 एडिशन खेला गया, कुलदीप ने अपनी अहमियत समझाई. ओपनिंग मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध विकेटलेस स्पेल करने के बाद कुलदीप यादव ने अगले मैच में स्कॉटलैंड के खिलाफ हैट्रिक ले लिया. तब दुनिया ने कुलदीप यादव के विकेट लेने की जबरदस्त क्षमता का लोहा माना था. मैच के बाद कुलदीप ने कहा था, “एज कुलदीप, मेरे को विकेट निकालना है.” कुलदीप इसके बाद नहीं रुके और पूरे टूर्नामेंट में विपक्षी बल्लेबाजों को अपने टर्न से परेशान किया. 14 विकेट हासिल कर वो टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. इसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL ऑक्शन हुआ, जिसमें वर्ल्ड कप में अपनी गेंदों से बल्लेबाजों नचाने वाले कुलदीप यादव को कोलकाता नाइट राइडर्स ने $66,000 खरीदकर अपने साथ जोड़ लिया.


हालांकि कुलदीप 2012 सीजन में मुंबई इंडियन्स का हिस्सा थे और वहां उन्होंने एक बार नेट्स में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को अपनी गेंदों पर चारों खाने चित्त कर दिया लेकिन यह उनके आईपीएल डेब्यू के लिए काफी नहीं था. और ये 2014 एडिशन में कोलकाता की तरफ से भी नहीं हो पाया. कुलदीप यादव को अपने डेब्यू के लिए चैंपियंस लीग का इंतजार करना पड़ गया जहां उन्होंने सुनील नरेन के सपोर्ट बॉलर के रूप में अपनी सधी हुई गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया. अपने आईपीएल डेब्यू का इंतजार करने वाले कुलदीप यादव ने अब भारत की सीनियर इंटरनेशनल मेन्स टीम का दरवाजा भी खटखटा दिया था. कुलदीप को अक्टूबर, 2014 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में तो शामिल कर लिया गया लेकिन इंटरनेशनल डेब्यू के लिए वो इंतजार ही करते रह गए. दिलचस्प बात ये हुई कि कुलदीप ने इसके बाद अपना फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए डेब्यू कर लिया. और जल्दी ही अपनी शानदार गेंदबाजी से कुलदीप यादव ने उत्तर प्रदेश और इंडिया-ए टीम में खुद को स्थापित कर लिया था. इसके बाद कुलदीप को भारत की नेशनल टेस्ट टीम से बुलावा आ गया. फरवरी, 2017 में उनको बांग्लादेश के विरुद्ध खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया लेकिन कुलदीप का टेस्ट अंतराष्ट्रीय डेब्यू हुआ ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध.

25 मार्च, 2017 को धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू पर कुलदीप ने पहली पारी में ही 4 विकेट झटक लिए. इसके साथ ही कुलदीप यादव ने एक बड़ी उपलब्धि भी हासिल कर ली. भारत की अंतराष्ट्रीय टेस्ट टीम से खेलने वाले वो पहले लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर बने. इसके अलावा अपने टेस्ट डेब्यू पर 4 विकेट लेने वाले वो विश्व के सिर्फ तीसरे गेंदबाज बने.

टेस्ट डेब्यू के 3 महीने के बाद यादव ने लिमिटेड ओवर में भी अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू कर लिया. उसी साल जून महीने में वेस्टइंडीज दौरे पर खेली जाने वाली लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए कुलदीप यादव को भारतीय टीम में शामिल किया गया है. 23 जून, 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ कुलदीप यादव ने अपना वनडे अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया लेकिन अपने डेब्यू मैच में यादव एक गेंद नहीं डाल सके, बारिश की वजह से मैच रद्द हो गया, जहां पहली पारी में टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही थी. लेकिन अगले मैच में कुलदीप यादव ने सबको प्रभावित करते हुए 3 विकेट झटक लिए.

कुलदीप की किफायती गेंदबाजी और विकेट लेने की क्षमता ने उसी दौरे पर उनका टी20 अंतराष्ट्रीय डेब्यू भी करवा दिया. 9 जुलाई, 2017 को कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध अपना पहला टी20 इंटरनेशनल खेला थाम जिसमें उन्होंने अपने कोटे के 4 ओवर में 34 रन खर्च करते हुए क्रिस गेल का अहम विकेट लिया था. भारत ने उस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 190 रन बनाए थे लेकिन एविन लुईस के शानदार शतकीय पारी खेलकर कैरिबियाई टीम को 9 गेंद रहते आसान जीत दिला दी थी. वेस्टइंडीज ने 9 विकेट से मुकाबला जीता था लेकिन कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था.

सितंबर में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत का दौरा किया था, और कुलदीप की जिंदगी बदलने वाली थी. 21 सितंबर, 2017 को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में कुलदीप ने हैट्रिक लेकर सनसनी मचा दी. चेतन शर्मा और कपिल देव के बाद वनडे हैट्रिक लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए कुलदीप यादव. यह कुलदीप यादव के वाइट बॉल करियर में मील का पत्थर साबित हुआ. कुलदीप इसके बाद नहीं रुके. 3 जुलाई, 2018 को कुलदीप यादव ने टी20 अंतराष्ट्रीय में 5 विकेट हॉल लेकर एक नया मुकाम हासिल कर लिया. इंग्लैंड के विरुद्ध कुलदीप ने अपना पहला फाइव-फॉर हासिल किया था. टी20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में फाइव-फॉर लेने वाले वो भारत के सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बन गए. कुलदीप से पहले सिर्फ युज्वेंद्र चहल और भुवनेश्वर कुमार ने ये कारनामा किया था. इसके अलावा कुलदीप यादव टी20 आई में फाइव-फॉर लेने वाले पहले लेफ्ट आर्म वरिस्ट स्पिनर भी बन गए.
अभी टी20आई में फाइव-फॉर लिए कुछ ही दिन हुए थे कि कुलदीप ने वनडे अंतराष्ट्रीय में भी वही कारनामा कर दिया. 12 जुलाई, 2018 को इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज के पहले वनडे मैच में कुलदीप यादव ने 5 विकेट हॉल लेकर अनूठा रिकॉर्ड बना दिया. कुलदीप ने उस मुकाबले में 25 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे, यह इंग्लैंड की धरती पर वनडे अंतराष्ट्रीय में किसी भी स्पिनर का बेस्ट बोलिंग फिगर है. उस दिन कुलदीप ने पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज शाहीद अफरीदी का रिकॉर्ड तोड़ा था. फिर करीब 3 महीनों बाद ही कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध टेस्ट क्रिकेट में भी फाइव-विकेट हॉल हासिल कर लिया. 2018/19 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गई टी20 सीरीज में कुलदीप यादव ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी, उस सीरीज के बाद ही कुलदीप यादव ICC टी20 बौलर्स रैंकिंग में 20 स्थानों के उछाल के साथ तीसरे पायदान पर पहुंचे थे. 26 नवंबर, 2018 को जारी किए गए रैंकिंग में कुलदीप टी20 इंटरनेशनल के टॉप-3 गेंदबाजों में शुमार थे.


इसी दौरे पर टेस्ट सीरीज में कुलदीप ने अपने अंतराष्ट्रीय टेस्ट करियर का दूसरा फाइव-विकेट हॉल हासिल किया था. 6 जनवरी, 2019 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में सीरीज के चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में कुलदीप ने 5 विकेट ले लिया. यह ऑस्ट्रेलियाई धरती पर कुलदीप का पहला टेस्ट इंटरनेशनल मैच था. 11 फरवरी, 2019 को यादव टी20 बौलर्स रैंकिंग में दूसरे पायदान पर पहुंच गए. शानदार प्रदर्शन की बदौलत कुलदीप ने 2019 वर्ल्ड कप के भारतीय स्क्वाड में अपना स्थान बना लिया. लेकिन कुलदीप का प्रदर्शन वर्ल्ड कप में उम्मीद के मुताबिक़ नहीं रहा था. टूर्नामेंट के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 30 जून, 2019 को कुलदीप ने 50वां वनडे अंतराष्ट्रीय मैच खेला था. वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उनका प्रभाव कम होने लगा और टीम से उनको ड्रॉप किया जाने लगा.


लेकिन कुलदीप ने 18 दिसंबर, 2019 को वेस्टइंडीज के विरुद्ध एक वनडे मैच में हैट्रिक लेकर अनूठा कारनामा कर दिया. वनडे अंतराष्ट्रीय में 2 हैट्रिक लेने वाले वो भारत के पहले गेंदबाज बने, उनसे पहले किसी ने ये कारनामा नहीं किया था. 17 जनवरी, 2020 को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध यादव सबसे तेज 100 वनडे विकेट लेने वाले सबसे तेज भारतीय स्पिन गेंदबाज बन गए थे. लेकिन इसके बाद मानो कुलदीप कहीं गुम से हो गए. चयनकर्ताओं ने उन्हें बिलकुल नजरंदाज ही कर दिया. अब इसके पीछे कुलदीप का खराब प्रदर्शन था या फिर खराब किस्मत, ये कहना मुश्किल है.
कईयों का मानना था कि धोनी के जाने के बाद कुलदीप का पतन होना शुरू हो गया था. उनकी दलील थी कि धोनी जब विकेटों के पीछे होते हैं तो कुलदीप यादव अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, उनकी गैरमौजूदगी में कुलदीप का असली रंग नजर नहीं आता. ये बात कुलदीप ने भी मानी है. कुलदीप ने एक बार कहा था कि धोनी विकेटों से पीछे से उन्हें आत्मविश्वास देते थे और लेंथ भी बताते थे. करीब 3 साल बाद कुलदीप यादव का उदय हुआ, 2022 आईपीएल में दिल्ली की तरफ से खेलने वाले कुलदीप यादव ने जबरदस्त वापसी की और एक बार फिर से लोगों को असली कुलदीप यादव नजर आए. कुलदीप ने आईपीएल के 2022 एडिशन में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 14 मैचों में 21 विकेट चटका लिए थे. इसके बाद राष्ट्रीय चयनकर्ता कुलदीप को नजरंदाज नहीं कर पाए और उन्हें वापस टीम इंडिया में बुला लिया. कुलदीप भी अभी तक भरोसे पर खरे उतरे हैं और लगता है उनको भारत में होने वाले 2023 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में शामिल किया जाएगा. अगर ऐसा होता है तो ये कुलदीप यादव के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. आपके अनुसार क्या कुलदीप यादव को आगामी वर्ल्ड कप में जगह मिलनी चाहिए या नहीं ? कमेंट में हमें जरुर बताएं.

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