पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10,000 रन पूरे कर लिए हैं. अब आप सोच रहे होंगे मंत्री और फर्स्ट क्लास क्रिकेट और वो भी 10,000 रन, माजरा क्या है ? लेकिन ये सच है दोस्तों, बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी देश में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी में कमाल की बल्लेबाजी कर रहे हैं. ये वो मनोज तिवारी नहीं हैं, जो गाना गाते हैं, वो दिल्ली में सांसद हैं. ये मनोज तिवारी दूसरे हैं जो लगातार फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते आ रहे हैं. और अब तो उन्होंने इस फॉर्मेट में 10,000 रन बना दिए हैं इतना ही नहीं जुझारू पारी खेलते हुए टीम को जीत भी दिलाई है. इस रणजी सीजन उनके बल्ले से 500 से ज्यादा रन आ चुके हैं. मनोज ने 132 मैचों में ये उपलब्धि हासिल की है.

मनोज तिवारी पिछले 18 सालों से बंगाल के लिए खेल रहे हैं, उन्होंने 2004 में दिल्ली के खिलाफ अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. तब से लेकर अभी तक मनोज तिवारी ने बंगाल को कई यादगार जीत दिलाई है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 29 शतक और 40 अर्धशतक दर्ज हैं. 2018-19 रणजी सीजन की बात है, मनोज तिवारी ने मध्य प्रदेश के विरुद्ध अपना पांचवां दोहरा शतक जड़ा था फिर 2019-20 सीजन में उन्होंने अपना पहला तिहरा शतक भी बना दिया, मनोज ने तब नाबाद 303 रनों की पारी खेली थी.

इस सीजन की बात करें तो अभी तक 500 से ज्यादा रन बना चुके बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ नाबाद 60 रनों की पारी खेली और इस तरह बंगाल ने 257 रनों के लक्ष्य को 73 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. मनोज तिवारी के अलावा अनुस्तुप मजूमदार ने 83 रनों की पारी खेली थी. बंगाल के गेंदबाजों ने उत्तर प्रदेश की पहली पारी को 198 रनों पर रोक दिया था, हालांकि जवाब में बंगाल भी मात्र 169 रनों पर सिमट गई, कप्तान मनोज तिवारी सिर्फ 23 रन ही बना पाए थे.

उत्तर प्रदेश ने इसके बाद अपनी दूसरी पारी में 227 रन बनाए और इस तरह बंगाल को जीत के लिए 257 रनों का लक्ष्य मिला. लेकिन जवाब में बंगाल की शुरुआत बेहद खराब रही थी, उनका पहला विकेट तो महज 18 रन पर ही गिर गया था. तब कौशिक घोष ने 69 रन बनाकर पारी को संभाला और जब वो आउट हुए तब अनुस्तुप मजूमदार और कप्तान मनोज तिवारी ने टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी ली और टीम को मंजिल तक पहुंचाया. पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 7 चौके और 1 छक्का लगाया.

मनोज तिवारी के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 1 वनडे और 1 टी20 मैच खेला है. 2021 में उन्होंने पश्चिम बंगाल की ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन किया था और 1 साल बाद पश्चिम बंगाल की विधानसभा में चुनकर आ गए थे, उसके बाद उनको राज्य का खेल मंत्री बनाया गया. लेकिन राजनीति में आने के बाद भी वो चौके-छक्के लगा रहे हैं. मनोज तिवारी की क्षमता के अनुरूप उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले ? लेकिन इसकी वजह क्या रही? आपको क्या लगता है? कमेंट में हमें जरुर बताएं

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