हिंदी विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के नेतृत्व में बापू कुटी, सेवाग्राम आश्रम में आज एक सामूहिक प्रार्थना कर विश्वविद्यालय को दुराचारियों से मुक्त करने की याचना की गई। विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए भी प्रार्थना की गई। विश्वविधालय की प्रतिष्ठा को बचाने से सबंधित सत्य के लिए संघर्ष में बापू कुटी में आशीर्वाद और मार्गदर्शन के लिए बापू को नमन किया गया।
प्रार्थना में शिक्षक संघ के अध्यक्ष के साथ-साथ सभी पदाधिकारियों, कार्यकारिणी के सदस्यों के अलावा कई शिक्षक साथी और विद्यार्थी शामिल हुए। मंगलवार की सुबह 8.30 बजे की प्रार्थना में गूगल मीट लिंक समूह के माध्यम से कोलकाता केंद्र, प्रयागराज केंद्र एवं हमारे अन्य साथी जो भौतिक रूप से आश्रम नहीं पहुंच पाए, आभासी रूप से जुड़े। ज्ञातव्य हो कि पिछले दिनों विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों को एक ईमेल प्राप्त हुआ है जिसमें विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने की साजिश दिखाई पड़ती है। वायरल हो चुके उक्त ईमेल की जांच के लिए शिक्षक संघ के द्वारा वर्धा थाने, साइबर सेल एवं एस पी ऑफिस में एक शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
वर्धावासियों से हिंदी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. धरवेश कठेरिया ने लोगों से प्रार्थना की अपील कि है जिसमें उन्होंने कहा है कि इन दिनों वायरल हो रहे तथाकथित whatsapp चैट/ई-मेल इत्यादि मामले/मामलों की सत्यता व वस्तुस्थिति के संदर्भ में वर्धा के समस्त सम्मानित नागरिकों से यह अपील है कि वे हिंदी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बचाने के लिए चिंतन मनन एवं प्रार्थना करें। विगत दिनों हिंदी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर जो कुठाराघात हुए हैं, लोक प्रतिष्ठा से जुड़ी ऐसी घटनाएं अत्यंत गंभीर एवं चिंतनीय हैं। घटनाएं एक अकादिमक संस्थान के 25 वर्षों की यात्रा व संस्था के योगदान पर अनेक प्रश्न खड़़े करती है। इन प्रकरणों पर देश भर में विरोध, क्षोभ और खेद जताया जा रहा है। वर्धा गांधी, विनोबा और डॉ. अम्बेडकर की भूमि होने के साथ-साथ महान हिंदू सामराज्य के संरक्षक शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि रही है। इस भूमि से न्याय और शक्ति की ज्वाला प्रज्जवलित होती रही है। अत: आप गणमान्य सुधिजनों से विनम्र अनुरोध है कि प्रतिष्ठा और सत्य के संरक्षण में प्रार्थना, आर्शीवाद तथा सहयोग प्रदान करें। यह समय हम सभी से यह अपेक्षा कर रहा है।