कुछ ही दिनों में 2022 खत्म होगा और नये साल की शुरुआत होगी. नए साल को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता होती है. ऐसे में आने वाले नये साल की शुरूआत को हर कोई यादगार बनाना चाहता है. ताकि आने वाला पूरा साल अच्छी और खट्टी मीठी यादों के साथ बीते. चलिए तो आज हम चर्चा करेंगे बिहार के कुछ ऐसे डेस्टिनेशन के बारे में जो हमारे जेब खर्च पर भी भारी नहीं पड़ेगा और नये साल के लिए रोमांच और शांति से भरा होगा. आइये तो आज हम जानते हैं बिहार के इन 5 खुबसूरत जगहों के बारे में.
1. बिहार के इन पांच खुबसूरत जगहों में सबसे पहले हम बात करते हैं तुतला भवानी की. इसे तुतला या तुतला धाम के नाम से भी जाना जाता है. यह रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड में कैमूर की मनोरम पहाड़ियों में स्थित है. इस मंदिर के सटे ही पहाड़ी में कछुअर नदी बहती है.आपको बता दें की मंदिर के आस–पास ही अविश्वसनिय प्राकृतिक छटा है. पहाड़ों से बहने वाले नदी और झरने इस जगह को और भी ज्यादा खुबसूरत बनाते हैं. इस जगह पर जाने के साधनों में ट्रेन, बस या निजी वाहन हो सकते हैं. इन वाहनों के जरिये वहां आसानी से पहुंचा जाता है. नये साल के मौके पर यदि आप प्राकृतिक छटा का आनंद लेना चाहते हैं तो ये आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन प्लेस है.
2. आइये अब हम बात करते हैं शेरशाह सूरी के मकबरे की. बिहार में स्थित यह मकबरा सासाराम में स्थित है. बिहार के सासाराम में स्थित यह मकबरा भारत के सबसे प्रभावशाली मकबरों में से एक है. आपको जान कर हैरानी होगी की इसकी ख्याति बिहार ही नहीं बल्कि पुरे भारत में है. इसकी वास्तुकला इंडो–इस्लामिक शैली की है, जो की लाल रंग के पत्थर से बनी है.आपको बता दें की इंडो–इस्लामिक शैली का यह एक बहुत ही खुबसूरत नमूना है. इसकी ऊंचाई 122 फीट है और इसमें मौजूद गुम्बद, छतरियां, स्तम्भ और मीनार इसे और भी खुबसूरत बनाते हैं. यह जगह पटना से लगभग 156 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. भारत के कई राज्यों से लोग यहाँ भ्रमण के लिए आते है. नये साल में यदि आप अपने परिवार या बच्चों को इतिहास से रूबरू करवाना चाहते हैं तो ये उनके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन प्लेस है.
3. चलिए अब हम देखते है बिहार के अगले न्यू इयर डेस्टिनेशन को जिसका नाम है पावापुरी. पावापुरी बिहार के नालंदा जिले में स्थित है. आपको बता दें की पावापुरी में स्थित जल मंदिर इस जगह को सबसे खास बनाती है. पावापुरी राजगीर और बोधगया से भी ज्यादा दुरी पर नहीं है. जैन धर्म के अनुयायियों के लिए इस शहर को पवित्र माना जाता है. ऐसा कहा जाता है की यहाँ भगवान् महावीर को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी. कम बजट में भी आप यहाँ आसानी से घुमने का लुत्फ़ उठा सकते हैं.
4. आइये अब चौथे नंबर पर बात करते हैं वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व की. नये साल के शुभ अवसर पर कम खर्चे में घुमने के लिए यह जगह बेस्ट है. यहाँ भी प्रकृति की लुभावनी छटा देखने को मिलती है. यहाँ एक तरफ पहाड़ तो वहीँ दूसरी ओर गंडक नदी है. आपको बता दें की यह जगह बिहार के बेतीयां से महज 100 किलोमीटर की ही दुरी पर स्थित है. वहीँ पटना से इसकी दुरी लगभग 350 किलोमीटर होगी. यहाँ जाने के लिए दो पहिया या चार पहिये वाहन का इस्तेमाल किया जा सकता है. यहाँ सरकार द्वारा पर्यटन के लिए कई मजेदार और इको फ्रेंडली चीजें उपलब्ध करवाई गयी है. यहाँ रहने के लिए आपको बड़े ही आकर्षक ट्री हट और बम्बू हट जैसी सुविधाएँ मिलेंगी. साथ ही यहाँ से सुन्दर वादियों और जंगली जानवरों को देखने का आनंद भी मिलेगा.
5. अब आखिरी में हम बात करते हैं बिहार के गया की. यह जगह हिन्दू तीर्थस्थल के साथ–साथ बौद्ध के अनुयायिओं का भी पारगमन बिंदु है. ऐसा माना जाता है की बिहार के बौद्ध गया में ही गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. गया कई मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों से भरा है. यहाँ विष्णुपद मंदिर, महाबोधि मंदिर, बोधगया, मंगला गौरी तीर्थ, डुंगगेश्वरी गुफा मंदिर, चीनी मंदिर और मठ, रॉयल भूटान मठ, बोधगया पुरातत्व संग्रहालय, मुचलिंडा झील, थाई मंदिर और मठ जैसे कई आकर्षक चीजें मौजूद है.