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ऑनलाइन बैंकिंग एप्स का करते हैं इस्तेमाल तो सतर्क रहें; वरना ऐसे हो सकते हैं ठगी के शिकार

Bihari News

NPCI अर्थात नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया, रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया और UPI के साथ मिलकर दुसरे डिजिटल पेमेंट एप्स पर पाबंदी लगाने की कोशिश में है. चुकी अधिकांश डिजिटल लेनदेन थर्ड पार्टी एप जैसे google pay, phone pay और paytm के द्वारा हीं होता है इसलिए एनपीसीआई, आरबिआई और यूपीआई मिलकर ऐसे नियम बनाना चाह रही जिससे केवल 30 प्रतिशत लेनदेन हीं इन थर्ड पार्टी एप से हो सकेगा. यदि ऐसे नियम बन कर लागु होते हैं तो इन थर्ड पार्टी एप पर ऑनलाइन पेमेंट के नियमों में बदलाव की भी सम्भावना होगी, और हो सके तो महीने में ट्रांजेकसन की सीमा भी निर्धारित करने के नियम बने.

दरअसल डिजिटल पेमेंट एप अक्सर ऑनलाइन ठगी करने वालों के निशाने पर होता है. इसलिए सरकार इस ठगी के मामले को रोकने की कोशिश में है. यदि आप चाहते हैं की ठगों के निशाने पर आप ना आयें और खुद को सुरक्षित रखे तो कुछ बातों पर खास ध्यान दें.

जब हम नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किसी को पैसे भेजने के लिए करते हैं तो हमे सामने वाले के बैंक डिटेल्स की जरूरत पड़ती है उसके बाद हम खुद के बैंक को उनके बैंक से जोड़ते हैं और इस प्रक्रिया को पूरा होने में थोड़ा समय लगता है. यूपीआई यानि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिये मोबाइल नंबर को छोड़ अन्य किसी भी जानकारी की जरूरत नहीं होती.

थर्ड पार्टी ऑनलाइन एप यानि पेटीएम, फ़ोन पे और गूगल पे में ये सुविधाएँ तो होती है पर जितनी आसानी से एक क्लिक में पैसे ट्रान्सफर हो जाते हैं उतनी हीं आसानी से आप अपने बैंक अकाउंट के सारे पैसे भी गवां सकते हैं. देखा जाये तो ऐसे एप धरल्ले से बाज़ार में अपनी सेवा ले कर उतर रहे हैं. लेकिन इतने सारे एप्स में ये समझना बेहद हीं मुश्किल हो जाता है की इतने सारे एप्स में कौन से एप भरोसेमंद हैं.

ऐसे में इन एप्स को इस्तेमाल करने से पहले कुछ बातों का खास ख्याल रखें. जब आप प्लेस्टोर से ये एप डाउनलोड करते हैं तो इनके रिव्यु या फीडबैक और डाउनलोड की संख्या चेक कर लें. जब भी आप किसी से पैसे लेनदेन करते हैं तो इस चीज का नोटीफिकेशन आता है या नहीं. एप लॉग इन करते वक्त किनकिन चीजों के परमिशन की डिमांड करता है. क्या एप आपके डेटा को थर्ड पार्टी तक पहुचाने की मांग तो नहीं कर रहा. पैसे ट्रान्सफर करने पर आपकी परमिशन लेता है और गलती होने पर उसे ठीक करने का मौका देता है या नही. यदि इन बातों का हम ध्यान देते हैं तो ठगी की सम्भावनाओं को कम कर सकते हैं.

यदि आप सुरक्षित पेमेंट करना चाहते हैं तो कुछ बातों का खास ख्याल करना जरुरी है. पैसे लेनदेन के समय एप के नोटीफीकेशन को ऑन रखें ताकि कितने पैसे आ रहें हैं और कितने पैसे जा रहें इन बातों की आपको पूरी खबर हो. हमेशा हम अपने फ़ोन के लॉक स्क्रीन पर पासवर्ड तो लगा देते हैं पर अक्सर जरुरी एप में कोई पासवर्ड नहीं होता और एप के अन्दर आसानी से प्रवेश किया जा सकता है. तो जब भी आप अपने लॉक स्क्रीन पर पासवर्ड लगाते हैं तो इन एप में भी पासवर्ड लगायें ताकि इन एप में आसानी से जाना मुश्किल हो. फ़ोन का लोकेशन हमेशा ऑन रखें. ताकि फ़ोन किसी स्थिति में खो जाने पर ट्रैक किया जा सके. फ़ोन के खो जाते हीं अपने बैंक अकाउंट का पासवर्ड बदलें. आशा है की ये लेख आपको इन्फोर्मेटीव लगा होगा और पसंद आया होगा.

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