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शहाबुद्दीन को जेल भेजने वाले IPS को मिली बिहार पुलिस की कमान, अब अपराधियों की खैर नहीं

Bihari News

बिहार में पिछले कई सालों से अपराध को लेकर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. ऐसे में बिहार में अपराध को नियंत्रित करना बिहार सरकार की सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. ऐसे में अब बिहार में नए डीजीपी के रूप में राजलविंदर सिंह भट्टी बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखेंगे. ऐसे में उनके सामने कई तरह की चुनौतियां होगी. जैसे कि पिछले दिनों जिस तरह से बिहार में जहरीली शराब से लोगों की जान गई है. हालांकि प्रदेश में शराबंदी कानून लागू है उसके बाद भी लोग शराब पी रहे हैं. ऐसे में कानून व्यवस्था को एक बार फिर से मजबूत करना सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनती जा रही है. वर्तमान में बिहार के डीजीपी IPS संजीव कुमार सिंघल का कार्यकाल 19 दिसंबर 2022 को समाप्त हो रहा है.

राजविंदर सिंह भट्टी मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं. इनका जन्म 27 सिंतबर 1965 को हुआ था. इनकी पत्नी का नाम अमृता भट्टी है. बिहार के नए DGP राजविंदर सिंह भट्टी ने साल 1990 बैच के IPS अधिकारी भट्टी फिलहाल सीमा सुरक्षा बल में अपर महानिदेशक (पूर्वी कमांड) के पद पर तैनात हैं. नए डीजीपी की तैनाती को लेकर यह कहा जा रहा है कि भट्टी का कार्यकाल 30 सिंतबर 2025 तक का है. भट्टी इन दिनों दिल्ली में ही हैं. डीजीपी बनने की इस अधिसूचना के जारी होने के बाद सोमवार को उन्हें गृह मंत्रालय विरमित करने का आदेश जारी करेगा. उसके बाद DG BSF के स्तर से उन्हें पद से मुक्त करने का आदेश जारी किया जायेगा. इसके बाद यह कहा जा रहा है कि सोमवार की देर शाम तक पदग्रहण करने की संभावना है. आर एस भट्टी पटना के सीटी एसपी रह चुके हैं इसके साथ ही सीवान, पूर्णिया, बोकारो के एसपी रह चुके हैं. इतना ही नहीं भट्टी के नाम यह भी दर्ज है कि बिहार के बाहुबली कहे जाने वाले सासंद मो. शहाबुद्दीन को दिल्ली से गिरफ्तार करके लाने के कारण खासा सुर्खियों में रहे हैं. इसके साथ ही सारण के उस समय के दबंग नेता रहे पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और मोकामा से विधायक बाहुबली अनंत सिंह के बड़ी भाई स्वर्गीय दिलीप सिंह को इन्होंने अलग-अलग मामलों में गिरफ्तारी किया था.

आर एस भट्टी बिहार में तब सुर्खियों में आए हैं जब उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान एक बाहुबली विधायक को गिरफ्तार किया था. बाढ़ से जुड़े एक मामले के कारण उन्होंने एक विधायक को कोतवाली थाान पहुंचा दिया था उस दौरान पूर्णिया के विधायक अजीत सरकार की हत्या के बाद लालू प्रसाद उन्हें लेकर पूर्णिया गए थे और उन्हें पूर्णिया का एसपी बन दिया था. साल 2005 के विधानसभा चुनाव के समय उस समय के चुनाव आयुक्त के जे राव ने आरएस भट्टी को सीबीआई से वापस बुलाकर सिवान की कमान सौंप दी थी. उस समय उन्हें DIG बनाया गया था. हालांकि उन्होंने भट्टी को सीवान का एसपी बनाया और एक टीम बनाकर शहाबुद्दीन की गिरफ्तारी की थी. दरअसल उस दिन हुआ यह था कि पुलिस को पहले से पता था कि शहाबुद्दीन दिल्ली के द्वावरा का रह रहे हैं इस दौरान पांच लोगों की एक टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई. उसके बाद टीम ने द्वारका स्थिति शहाबुद्दीन के फ्लैट में पहले रेकी की गई. उसके बाद उनकी टीम में महिला गौरी कुमारी को घर के अंदर बिजली चोरी के मामले में जांच करने के लिए भेजा गया. जब यह स्पष्ट हो गया कि बाहुबली घर के अंदर ही है तो पूरी टीम अंदर घुस गई और शहाबुद्दीन को पकड़ लिया. उसके बाद बाहुबली को विशेष हॉलीकॉप्टर की मदद से पटना लाया गया. इस घटना को अंजाम देने के बाद उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली भेज दिया गया. बाद में उन्होंने सीबीआई में अपनी सेवा दी.

राजविंदर सिंह भट्टी के पास प्रॉपर्टी के नाम पर खेती की जमीन है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि कुछ बैंक बैलेंस निवेश की है. कहा जा रहा है कि लाइसेंसी हथियार और आभूषण तक नहीं है. जब उन्होंने अपने संपत्ति का जिक्र किया था उस समय उन्होंने बताया था कि उनके पास चंडीगढ़ के गांव मनीमाजरा में फार्म हाउस है. अमृतसर में करीब 89 लाख मूल्य की खेती की जमीन है. इसमें भी 50 फीसदी का शेयर है. बैंक आदि कंपनियों में 67 लाख के करीब निवेश – डिपॉजिट है. मात्र 45 हजार कैश है. 15 लाख की कार है , लेकिन इसके लिए 10 लाख का लोन लिया है.

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