Placeholder canvas

ट्रेनिंग के लिए पैसे नहीं थे, आज कहलाता है भारत का हिटमैन !

Bihari News

गावस्कर और सचिन के होमटाउन से निकला वह बल्लेबाज, जिसने विश्व क्रिकेट में बनाई अपनी अलग पहचान

क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले भारत के दूसरे बल्लेबाज

100 टी20आई खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी

विश्व कप में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज

लिमिटेड ओवर में जिसने ठोके 3 दोहरे शतक

दोस्तों, 10 अप्रैल 1987 को नागपुर, महाराष्ट्र के बनसोड में एक बच्चे का जन्म हुआ. उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपने बच्चे की परवरिश कर सके. तो उस बच्चे को दादा-दादी अपने साथ ले आए. यही बच्चा आगे चलकर हिटमैन कहलाया और भारत का कप्तान बना.
रोहित शर्मा का बचपन कुछ ऐसे हालातों में गुजरा जहां उन्हें ना ही अपने पिता का प्यार मिला और ना ही मां की ममता. इसका कारण हमने आपको पहले ही बता दिया है. रोहित अपने दादा-दादी के साथ रह रहे थे लेकिन उनके क्रिकेटिंग हुनर को पहचाना उनके चाचा ने. यह साल 1999 की बात है जब चाचा ने रोहित का दाखिला एक मुंबई की एक क्रिकेट एकेडमी में कराया. यहां कोच दिनेश लाड के सानिध्य में रोहित क्रिकेट की बारीकियों को सीखने लगे. आपको जानकार हैरानी होगी कि रोहित ने क्रिकेट की शुरुआत बतौर एक ऑफ-स्पिनर और पुछल्ले बल्लेबाज के रूप में की थी.

तब कोच दिनेश लाड ने ही रोहित की प्रतिभा को देखते हुए उनसे ओपनिंग कराना शुरू कर दिया था. धीरे-धीरे रोहित की पहचान एक बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज के रूप में होने लगी और फिर वो दिन भी आया जब रोहित शर्मा ने अपना लिस्ट ए डेब्यू किया. साल 2005 में देवधर ट्रॉफी में वेस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए सेंट्रल जोन के खिलाफ रोहित ने नाबाद 31 रनों की पारी खेली थी. आपको बता दें, उस मैच में रोहित के अलावा चेतेश्वर पुजारा और रवीन्द्र जडेजा भी डेब्यू कर रहे थे. उसी देवधर ट्रॉफी में नॉर्थ जोन के खिलाफ खेलते हुए रोहित ने 123 गेंदों में 142 रनों की पारी खेल डाली थी. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारत की ए टीम में रोहित का चयन हो गया लेकिन उस सीरीज में रोहित एक भी मैच में प्लेइंग-11 में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सके. जुलाई 2006 में न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित ने डार्विन में अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत की. यहां अपने पहले मैच में रोहित ने 22 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली, और मैच इंडिया ने 3 विकेट से अपने नाम कर लिया.

2006-07 सत्र में रोहित शर्मा ने अपना रणजी डेब्यू किया, जहां उन्होंने मुंबई की तरफ से खेलते हुए गुजरात के खिलाफ दोहरा शतक ठोक दिया. अपने पहले ही रणजी मैच में दोहरा शतक लगाने वाले रोहित अब मुंबई में फेमस हो गए. पूरे सीजन में रोहित ने कमाल की बैटिंग की थी और वह सीजन मुंबई ने अपने नाम किया था.

घरेलु क्रिकेट में उम्दा प्रदर्शन का इनाम उनको 2007 फ्यूचर कप में मिला, जहां आयरलैंड के खिलाफ रोहित को भारत की वनडे अंतराष्ट्रीय जर्सी मिली. हालांकि रोहित को उस मैच में बैटिंग का मौका नहीं मिला क्योंकि रोहित 7वें नंबर पर उतरते वाले थे और भारत ने मैच में सिर्फ 1 विकेट ही खोया था.

लेकिन रोहित को मौका मिला दक्षिण अफ्रीका में होने वाले 2007 टी20 वर्ल्ड कप इवेंट में खेलने का. यह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का विश्व कप था, जो पहली बार खेला जा रहा था. टूर्नामेंट में रोहित ने अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया , फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 16 गेंदों पर नाबाद 30 रन मारकर रोहित ने विश्व क्रिकेट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी.

लेकिन रोहित नियमित रूप से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन पा रहे थे और उस वक्त भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली अपने बल्ले से सनसनी मचा रहे थे. रोहित को 2011 वनडे विश्व कप के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया, टीम मैनेजमेंट ने विराट कोहली को चुना. भारत फाइनल में श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुने जाने पर रोहित टूटे नहीं बल्कि वो तो गेंदबाजों को तोड़ने में लग गए. रोहित अपनी कमाल की बल्लेबाजी से सभी को मंत्रमुग्ध कर रहे थे तब टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने रोहित के खेल को देखते हुए उनसे ओपनिंग करवाना शुरू किया. फिर क्या था, रोहित ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. रोहित ने 2 नवंबर, 2013 को को चेन्नई के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन बना दिए, इसके बाद 13 नवंबर, 2014 को रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ अपना दूसरा दोहरा शतक ठोक दिया.

रोहित ने 264 रनों की पारी खेली, यह वनडे क्रिकेट में सबसे उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर है. इस पारी के बाद रवि शास्त्री ने रोहित शर्मा को हिटमैन नाम दिया. रोहित यहीं नहीं रुके, मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ ही रोहित ने 13 दिसंबर, 2017 को करियर का तीसरा दोहरा शतक जड़ दिया.

रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया. साल 2019 में दक्षिण अफ्रीका की मजबूत टीम भारत दौरे पर आई. सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में रोहित शर्मा ने रेड बॉल क्रिकेट में भी दोहरा शतक ठोक दिया. रोहित ने मैच में 212 रनों की पारी खेली और भारत ने वो मैच एक पारी और 202 रनों से जीत लिया. इसी साल इंग्लैंड में खेले गए 50 ओवर वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ने 5 शतक लगाकर भारत की ओर से वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बने थे.

साल 2009 वर्ल्ड कप, जहां भारतीय टीम का सफर सेमीफाइनल में ही समाप्त हो गया था, वहां रोहित 648 रन बनाकर टूर्नामेंट के लीडिंग स्कोरर रहे थे. रोहित को शानदार बल्लेबाजी के लिए गोल्डन बैट से भी नवाजा गया था.

लिमिटेड ओवर क्रिकेट में रोहित के 3 दोहरे शतक उन्हें सामान्य खिलाड़ियों की भीड़ से बिलकुल अलग कर देता है. टेस्ट और वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले रोहित ने टी20 क्रिकेट में शतक लगाया है. 2 अक्टूबर,2015 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित शर्मा ने शतक लगाया था.

इसके बाद रोहित क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी बन गए. अंतराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट से जुड़ी एक और उपलब्धि रोहित शर्मा के नाम है, वो है भारत के लिए 100 टी20आई खेलना. रोहित शर्मा पहले भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 100 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं. रोहित शर्मा से एक बार जब पूछा गया था कि वो किसको अपना रोल मॉडल मानते हैं, किसकी बल्लेबाजी उन्हें अच्छी लगती है ? इस पर रोहित ने थोड़ा सोचने के बाद भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ का नाम लिया था.

अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा रोहित शर्मा के IPL करियर की बात करें तो यहां रोहित सिर्फ एक अच्छे बल्लेबाज तक ही सीमित नहीं रहे, यहां उन्होंने अपने बेहतरीन कप्तानी की झलक दिखलाई और आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान साबित हुए. रोहित ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत साल 2008 में की, जब वो डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा बने, लेकिन 2011 ऑक्शन में उनको मुंबई इंडियन्स ने खरीदा और इसके बाद रोहित ने अपनी अलग पारी की शुरुआत की. रोहित ने अपनी टीम को 5 बार आईपीएल चैंपियन बनाया.

उपलब्धियों की बात करें तो रोहित शर्मा को भारत सरकार ने साल 2015 में अर्जुन अवार्ड और साल 2020 में उनको राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रनों की पारी खेलने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI ने स्पेशल अवार्ड से सम्मानित किया था. वो 2014, 2016, 2017 और 2018 में ICC ODI टीम ऑफ द इयर के सदस्य बने.

बात अगर रोहित शर्मा के निजी जीवन की करें तो रोहित ने 13 दिसंबर, 2015 को बांद्रा के एक 5-स्टार होटल में रितिका सज्देह से शादी की. रोहित और रितिका की मुलाकात साल 2008 में ही एक एड शूट के दौरान हुई थी. दरअसल रितिका के कजन कुनाल सज्देह img रिलायंस में मैनेजर के तौर पर काम कर रहे थे और रितिका भी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने कजन की कंपनी में काम करने लगी. युवराज सिंह ने रितिका की मुलाकात रोहित से करवाई और 2009 से दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे. 6 साल डेट करने के बाद फाइनली रोहित ने बोरीवली स्पोर्ट्स क्लब, जहां से रोहित ने अपने करियर की शुरुआत की थी, रितिका को प्रोपोज कर दिया. रोहित की एक बेटी है, समायरा, जिसका जन्म 30 दिसंबर, 2018 को हुआ था.

साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारकर नॉकआउट स्टेज में भी नहीं पहुंच सकी. इस टूर्नामेंट के बाद विराट ने टीम इंडिया की कप्तानी से हटने का फैसला किया तब bcci ने रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी और फ़िलहाल रोहित शर्मा सभी प्रारूपों में टीम इंडिया के कप्तान हैं. जब से रोहित कप्तान बने हैं, भारतीय टीम एक भी टी20 सीरीज नहीं हारी है, ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. अब देखना होगा कि रोहित अपनी कप्तानी में भारत को विश्व टी20 चैंपियन बना पाते हैं या नहीं ? आपको क्या लगता है दोस्तों, क्या रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनने में सफल होगी या नहीं ? कमेंट में हमें बताएं.

Leave a Comment