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24 साल बाद भारतीय सलामी जोड़ी ने किया यह कारनामा

Bihari News

भारत और वेस्टइंडीज के बीच में दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत की टीम ने 84 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 288 रन बनाए. पहले दिन का खेल समाप्त होने तक विराट कोहली 87 रन जबकि रविंद्र जडेजा 36 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे. आपको बात दें कि भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज ने टीम को बेहतरीन शुरूआत दी थी. भारत का पहला विकेट यशस्वी जायसवाल के रूप में गिरा जब टीम का स्कोर 139 रन था. इस समय तक यशस्वी ने अपना पहला अर्धशतक पूरा कर लिया था. यशस्वी 57 रन बनाने में कामयाब रहे थे. हालांकि इसके बाद बल्लेबाजी करने आए शुभमन गिल कोई खास नहीं दिखा पाए और महज 12 गेंदों में 10 रन ही बना पाए. इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा लगातार दूसरा शतक बनाने से चुक गए. वे अपने 80 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गए. इसके बाद बल्लेबाजी करने के लिए आए अजिंक्या रहाणे एक बार फिर से फेल हुए 36 गेंदों में महज 8 रन ही बना सके. इसके बाद हुए टी ब्रेक के तीसरे सेशन में भारत कोई विकेट नहीं गंवाया. आपको बता दें तीसरे सेशन में कोहली और जडेजा ने मिलकर 201 गेंदों में 106 रन की पारी खेली.

दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय सलामी जोड़ी ने कमाल कर दिया. पहले दिन के खेल में ही टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी ने कमाल की शतकीय साझेदारी कर खास उपलब्धि अपने नाम कर ली है. बता दें कि रोहितयशस्वी ने 24 साल बाद ऐसा कारनामा करने वाले खिलाड़ी बने हैं. बता दें कि साल 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू सीरीज के दौरान एस रमेश और डी गांधी ने शानदार शतकीय साझेदारी की थी. अब 24 के बाद रोहित और जायसवाल ने एक सीरीज की दोनों ही पारियों में शतकिय साझेदारी की है. ऐसा करने वाली दूसरी जोड़ी बनी है. इसके साथ ही वेस्टइंडीज की धरती पर शतकीय साझेदारी करने वाली ओपनिंग जोड़ी यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा की जोड़ी ने सहवाग और वसीम की बराबरी कर ली है. इन दोनों ने वेस्टइंडीज की धरती पर यह कारनामा किया है.

भारत और वेस्टइंडीज के बीच में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की तरफ से एक बदलाव किया गया है. इस टेस्ट मैच में मुकेश कुमार को डेब्यू करने का मौका मिल गया है. वहीं वेस्टइंडीज की तरफ से से भी दो बदलाव किये गए हैं. वेस्टइंडीज की टीम ने शैनन गेब्रियल और किर्क मैकेंजी को टीम के साथ जोड़ा गया है. आपको बता दें कि यह टेस्ट मैच भारतीय टीम के साथ ही विराट कोहली के लिए भी खास है. क्योंकि वे अपना 500वां मैच खेल रहे हैं ऐसे में वे इस टेस्ट मैच को यादगार बनाना चाहेंगे. साथ ही अपने आलोचको का भी मुंह करना चाहेंगे. कोहली से पहले 9 ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 500 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. मगर कोई भी अपने इस एतिहासिक मैच में 50 रन नहीं बना पाया था. अब किंग कोहली की नजर इस टेस्ट मैच में शतक जमाकर अपने नाम एक विश्वरिकॉर्ड बनाने की है. इस रिकॉर्ड के लिए सचिन तेंदुलकर की ही बात करें तो उन्होने साल 2006 में 500 इंटरनेशल मैच खेले थे तब उन्होंने मात्र 35 रन बनाया था. वहीं कुमार संगाकारा 48 रन बना पाए थे.

इस मुकाबले की बात करें तो कोहली ने एक बार फिर से यह कर दिखाया है जिससे उनके फैंस उनपर भरोसा कर सकते हैं. भारतीय टीम जब मुश्किल में थी उस समय कोहली विकेट पर खड़ा होकर यह दिखाया कि वह अभी आगे खेल सकते हैं. तब स्थिति यह थी की 43 रन बनाने में भारत ने 4 विकेट खो दिए तब कोहली विकेट पर खड़े रहे और टीम को इस मजधार से बाहर निकाला था.इस दौरान कोहली ने 161 गेंदों में 8 चौके की मदद से 87 रन बनाए. और जडेजा के साथ मिलकर दोनों आखिरी समय तक टीके रहें.

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