सहारा इंडिया में जमा किया हुआ पैसा कम मिलेगा यह लाइन इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है. इसका मतलब है कि बिहार में बहुत ज्यादा ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपना पैसा सहारा इंडिया में जमा किया है. लेकिन उनका पैसा उनको नहीं मिल रहा है. ऐसे में सहारा इंडिया कंपनी और उसके मालिक पर कई उपभोक्ताओं ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है कइयों का केस कोर्ट में चल रहा है. पिछले दिनों पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर सहारा इंडिया के ऑफिस के सामने बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए जिसमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की थी. इन सभी लोगों की यही मांग थी कि जितनी जल्दी हो उनका पैसा उन्हें वापस मिलना चाहिए.
लोगों को सहारा देने का दावा करने वाली सहारा इंडिया कंपनी ने लोगों को बेसहारा कर दिया. आपको जानकर हैरानी होगी कि बिहार में कई ऐसे परिवार हैं जिन्होंने अपना पेट काट कर भविष्य के लिए अपना पैसा सहारा इंडिया में जमा किया था ताकि आने वाले दिनों में वे बड़े काम कर सके. लेकिन उनकी किस्मत इतनी भी अच्छी नहीं थी. अब जब कंपनी से पैसे की मांग की जाती है तो कंपनी उपभोक्ताओं को दूसरे स्कीम के बारे में बता कर कंपनी उपभोक्ताओं को गुमराह कर रही है. ऐसे में उस गरीब का पैसा एक तो उसके हाथ से निकल गया और अब जब उसको उसके पैसे की जरूरत है तो कंपनी अलग अलग दलीले दे रही है. अपने पैसे की मांग को लेकर पटना पहुंचे उपभोक्ताओं ने कहा कि हमारे बच्चों के पास अपने भविष्य को बेहतर करने के लिए पैसे नहीं है कि वह कुछ कर सकें. वहां पहुंचे कई लोगों ने यह भी बताया कि हमने अपने बच्चों की शादी के लिए पैसा जमा किया था लेकिन अब पैसा कंपनी के पास से नहीं मिल रहा है. वहां पहुंची कई महिलाओं ने तो यह भी कहा कि उनका पैसा सहारा इंडिया के अलावा किसी दूसरे बैंक में है ही नहीं ऐसे में वह पूरी तरह से बर्वाद हो गए हैं. वे अपने पैसे को लेकर पटना के बोरिंग रोड स्ठित सहारा कार्यालय पहुंचे थे.
सहारा ऑफिस पहुंचे लोगों ने कंपनी के साथ ही सरकार और न्यायप्रणाली पर भी सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा कि कंपनी पैसा नहीं दे रही है. ऐसे में सरकार को इस ओर एक्शन लेने की जरूरत है ताकी गरीबों का पैसा वापस हो सके. लेकिन सरकार की उस तरह की नीति ही नहीं है कि वह आरोपियों को पकड़ सके. वहीं न्यायपालिका पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि न्यायपालिका पर विश्वास था कि कुछ ठोस कदम उठाएगी लेकिन यहां भी कुछ नहीं हुआ हमलोगों को यहां भी निराशा ही हाथ लगी है. ऐसे में तो अब बस यही लगता है कि कंपनी मे जो पैसे जमा किये थे वे कंपनी की तरफ से लौटा दिया जाए.