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भारत को बनाया वर्ल्ड चैंपियन, कैसे एक जिद्द ने बना दिया रफ्तार का सौदागर !

Bihari News

जिसके एक जिद्द ने बना दिया रफ्तार का सौदागर

पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर लेकिन बेटे ने क्रिकेट को चुन खुद को साबित किया और बना रफ्तार का सौदागर

वो खिलाड़ी जिसने अपने इंटरनेशनल डेब्यू मैच में घातक गेंदबाजी से श्रीलंका की कमर तोड़कर रख दी

जिसने अपनी किफायती गेंदबाजी से अंडर 19 विश्व कप में दिया था अहम योगदान

टीम इंडिया का वो गेंदबाज जो डेल स्टेन और ग्लेन मैकग्रा को मानता है अपना आदर्श

भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा बल्लेबाजों का ही दबदबा रहा है भारत की धरती में ऐसे अनगिनत होनहार और काबिल खिलाड़ियों का जन्म हुआ जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से विश्व क्रिकेट में दमखम दिखाया है। आप भारतीय क्रिकेट के इतिहास में किसी भी दशक की क्रिकेट को उठाकर देखें ज्यादातर मैच बल्लेबाजों ने ही जिताए है। भारतीय क्रिकेट में गेंदबाजी तो थी लेकिन पैनापन नहीं था जो उस दौर में वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के पास था। 21 वीं सदी आते आते वक्त के साथ हालात बदले और भारतीय क्रिकेट की तस्वीर। जब टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के आगे मध्यम शब्द खत्म कर सिर्फ तेज गेंदबाज लग गया। और भारत को कई ऐसे गेंदबाज मिले जिन्होंने टीम के कमजोर टोटल को भी डिफेंड करने का हुनर सीख लिया। और उनकी रफ्तार ने भी विरोधी बल्लेबाजों को खूब छकाया। मौजूदा समय में भी भारतीय टीम के पास एक ऐसा उभरता युवा तेज गेंदबाज है जिसकी गेंदबाजी की दुनिया दीवानी नही बल्कि उसके रफ्तार की दीवानी है। पहले अंडर 19 टीम में अपनी गेंदबाजी से तहलका मचाया फिर आईपीएल में अपनी रफ्तार से हर किसी को हैरत में डाल दिया। आज हम जिस खिलाड़ी की बात करने जा रहे है उसकी रफ्तार ही उसका परिचय है

हम बात करने वाले है टीम इंडिया के उस युवा तेज गेंदबाज की जिसने अपनी धारदार गेंदबाजी के साथ साथ अपने रफ्तार से भी पहचान बनाई। जिसके पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे लेकिन उसकी जिद्द ने तेज गेंदबाज बना दिया। एक ऐसा तेजबाज जो मैदान पर 145 किलोमीटर प्रति घंटा के फर्राटे से गेंदबाजी करता है। वो कोई और नही टीम इंडिया का उभरता हुआ सितारा शिवम मावी है जिसे दुनिया आज नोएडा एक्सप्रेस के नाम से जानती है।

शिवम मावी का जन्म 26 नवंबर 1998 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एक छोटे से गांव सीना में हुआ था। शिवम एक गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखते है इनके पिता पंकज मावी एक बिजनेसमैन है और मां कविता मावी हाउसवाइफ है। शिवम जब छोटे थे तो इनके पिता बिजनेस के सिलसिले में मेरठ छोड़ नोएडा में बस गए । शिवम ने अपनी स्कूली शिक्षा नोएडा के सिटी पब्लिक स्कूल से पूरी की। शिवम ने कॉलेज की पढ़ाई फरीदाबाद के अल फलाह यूनिवर्सिटी से पूरी की। इतना ही नही शिवम ने उच्च शिक्षा में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी बीबीए भी किया हुआ है। शिवम को बचपन में क्रिकेट खेलने और देखने का बहुत शौक था। टीम इंडिया का मैच जब भी TV पर आता वो देखना नही भूलते थे। शिवम के पिता ने बेटे की क्रिकेट के प्रति लगन और जुनून को बहुत जल्दी ही भांप लिया। शिवम जब 8 साल के थे तब उनके पिता ने उनका दाखिला दिल्ली के फूलचंद शर्मा क्रिकेट एकेडमी में करा दिया। पिता उनके बिजनेसमैन थे इसके बावजूद वो रोज अपने बेटे को क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए नोएडा से दिल्ली ले जाते और जब तक प्रैक्टिस चलती वहीं रहकर शाम को साथ में घर ले आते थे। फिर भी उनके पिता के अंदर अपने बेटे के भविष्य को लेकर चिंता थी। उन्होंने एक बार अपने शिवम से कहा तुम क्रिकेट छोड़ दो। और अच्छे से पढ़ाई कर डॉक्टर बनो। पिता की बात को शिवम ने नजरंदाज कर दिया। शिवम ने क्रिकेट की जिद्द नहीं छोड़ी। उन्होंने पिता को भरोसा दिलाया कि क्रिकेट और पढ़ाई को वो मैनेज कर लेंगे। दिन में स्कूल और शाम को क्रिकेट प्रैक्टिस करने के बाद शिवम मावी थक जाते थे। यह देखकर उनकी मां ने शिवम से कहा तुम क्रिकेट खेलो मैं तुम्हारे साथ हूं । एक दिन शिवम क्रिकेट की प्रैक्टिस से आकर जल्दी सो गए तो उनकी मां ने शिवम के पैरो में मालिश की। जिसे जानने के बाद शिवम काफी भावुक हो गए थे। शिवम मावी ने क्रिकेट की बारीकियां अपने कोच फूलचंद से सीखी।

शिवम का खेल देखकर कोच बहुत खुश थे। उन्होंने एक दिन शिवम के पिता से कहा इसे क्रिकेट खेलने दो तुम्हारा बेटा एक दिन टीम इंडिया के लिए खेलेगा। क्योंकि इसकी जिद्द और लगन बता रही है कि इसका करियर उज्ज्वल है। इसके बाद उनके पिता ने शिवम मावी को कभी क्रिकेट खेलने के लिए मना नहीं किया। उधर शिवम अब पूरा फोकस क्रिकेट में लगा रहे थे। क्लब क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे । शिवम मावी ने अंडर 19 क्रिकेट की शुरुआत साल 2017 में ही शुरू कर दी थी। । जब उन्हें 23 जुलाई 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ चेस्टर ली स्ट्रीट में अपना पहला मैच खेलने का मौका मिला। जहां शिवम मावी पर उत्तर प्रदेश के चयनकर्ताओं की नजर पड़ी तो उन्होंने साल 2018 में उन्हे यूपी की रणजी टीम में शामिल कर लिया गया। और इस तरह उन्होंने 1 नवंबर 2018 को  उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। और  अपने रणजी डेब्यू मैच में तहलका मचा दिया। शिवम ने कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में खेले गए गोवा के खिलाफ चार विकेट झटक लिए। और इस तरह उत्तर प्रदेश ने गोवा को केवल 152 रन पर आउट कर दिया था। शिवम मावी ही वो गेंदबाज बने जिन्होंने गोवा के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। इसी मैच में शिवम की लाजवाब आउट स्विंग और इन स्विंग भी देखने को मिली थी। शिवम अब सुर्खियों में आ गए थे। इसी प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टीम इंडिया की अंडर 19 टीम में जगह मिल गई।

इससे पहले शिवम मावी ने घरेलू क्रिकेट के ही विजय हजारे ट्रॉफी के उद्घाटन मैच में सौरष्ट के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी। साल 2018 में टीम इंडिया की अंडर 19 विश्व कप टीम में शिवम मावी को भी शामिल किया गया। न्यूजीलैंड की धरती पर यह गेंदबाज विरोधियों पर कहर बनकर टूटा। इस विश्व कप में शिवम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले मैच में 8 ओवर की गेंदबाजी कर 45 रन देकर 3 विकेट झटके थे। इसी मैच मे शिवम ने सबसे तेज 145 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालकर विश्व कप में सनसनी फैला दी थी। शिवम यहीं नहीं रुके अगले मैच में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ 2 विकेट , जिम्बाब्वे के खिलाफ एक विकेट , बांग्लादेश के खिलाफ दो विकेट झटके थे। टीम इंडिया जब सेमीफाइनल में पहुंची तो उनका मुकाबला पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से था जहां शिवम ने कसी हुई गेंदबाजी की । चार ओवर में तीन ओवर शिवम ने मेडन डाले थे। इस मैच में भले ही शिवम मावी को विकेट ना मिले हो लेकिन टीम इंडिया फाइनल में पहुंच गई थी जहां उसका खिताबी मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था। जहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर विश्व कप अपने नाम किया था।

इसी साल शिवम मावी एसीसी इमर्जिंग टीम में एशिया कप के लिए भी नामित किया गया। और 2019 में उन्हे एसीसी इमर्जिंग एशिया कप के लिए भारत की टीम चोटिल अर्शदीप सिंह की जगह चुना गया। इससे पहले शिवम मावी भारत की अंडर 19 चैंपियन टीम का हिस्सा थे और उन्होंने विश्व कप में शानदार गेंदबाजी भी की थी जिसकी वजह से वो सुर्खियों में थे। दूसरी तरफ आईपीएल का 11 वें सीजन के लिए नीलामी हो रही थी। शिवम की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फेंकी गई 145 किलोमीटर प्रति घंटे वाली गेंद ने उन्हें आईपीएल का हिस्सा बना दिया।

कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने उन्हे 3 करोड़ में खरीदकर टीम में शामिल कर लिया। और इस तरह उन्होंने 14 अप्रैल 2018 को आईपीएल में डेब्यू किया। कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से शिवम ने आईपीएल के पहले सीजन में 9 मैचों मे 9 की इकोनोमी से 270 रन खर्च कर 5 विकेट झटके थे। उनका यह आईपीएल सीजन कुछ खास नहीं रहा। अगले सीजन में तो उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका भी नहीं मिला। 2020 में उन्हे सिर्फ आठ मैच खेलने को मिले जिसमे उन्होंने 9 विकेट लिए थे। 2021 के सीजन में 11 विकेट लेकर अपने प्रदर्शन को कुछ हद तक ठीक किया था। इस तरह शिवम मावी केकेआर टीम के साथ 2018,2019,2020, और 2021 सीजन तक बने रहे। लेकिन अगले सीजन में शिवम नई नवेली टीम गुजरात टायटंस का हिस्सा बन गए। 2022 में इसी गुजरात टायटंस ने उन्हें 7.25 करोड़ में खरीदकर टीम में शामिल कर लिया। यहां भी उन्हे अधिक मौके फिर नहीं मिले सिर्फ 6 मैच खेल कर उन्होंने 5 विकेट लिए थे। साल 2023 में होने वाले आईपीएल के 16 वें सीजन के लिए शिवम मावी को आईपीएल की नीलामी में हार्दिक पंड्या की टीम गुजरात टायटंस ने 6 करोड़ में खरीदकर रिटेन कर लिया।

शिवम के लिए अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बहुत दूर नहीं थी।

दिसंबर 2022 में शिवम मावी को श्रीलंका के खिलाफ  टी20 श्रृंखला के लिए चायनसमिति की तरफ से बुलावा आया। यह बताने के लिए कि उनका चयन श्री श्री लंका के खिलाफ होने वाली टी 20 सीरीज के लिए हो गया है। और इस तरह 3 जनवरी 2023 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्री लंका के खिलाफ शिवम मावी को अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टी 20 मैच खेलने का अवसर मिला। जहां उन्होंने वो कर दिखाया जिसके लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया था। डेब्यू मैच में 22 रन देकर 4 विकेट झटक कर शिवम मावी ने अपने नए युग का परिचय दे दिया। और भारत यह मैच दो रन से जीत गया। इसके बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी 20 सीरीज में भी चुना गया गया।बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि शिवम मावी दिल्ली की अंडर 14 टीम का हिस्सा भी रहे है।

5 फुट 9 इंच के शिवम मावी ने अपने छोटे से क्रिकेट करियर में 6 प्रथम श्रेणी मैच में 25 विकेट लिए है साथ ही उन्होंने अपने बल्ले से योगदान देते हुए 115 रन भी बनाए है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की बात की जाए तो शिवम ने सिर्फ 6 टी 20 मैचों 7 विकेट हासिल किए है। आईपीएल करियर पर नजर डाले तो शिवम ने 32 मैचों मे 31 की औसत से 30 विकेट अपने नाम किए है। जिसमें उनका बेस्ट 21 रन देकर चार विकेट है । जहां उन्होंने यह राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ किया था। शिवम मावी डेल स्टेन और ग्लेन मैकग्रा को अपना आदर्श मानते हैं।

दोस्तों, शिवम मावी के संघर्ष की कहानी और इस छोटे से क्रिकेट करियर को आप कैसे देखते है? आप हमें अपनी राय कमेंट करके बता सकते है .

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