वन–डे क्रिकेट का महाकुंभ शुभ हो गया है. इस महाकुंभ में विश्व की सभी बड़ी टीमों ने अपनी कमर कस ली है. पिछली बार इंग्लैंड को विश्वविजेता बनने का मौका मिला. लेकिन फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. खैर किसी न किसी टीम को हारना था और किसी न किसी टीम को जीतना था ऐसे में इंग्लैंड को जीत मिली और न्यूजीलैंड को हार का सामना करना पड़ा. इस हार जीत के बीच में दो टीम ऐसी भी थी जिसको लेकर सबसे ज्यादा नाम लिया गया था. स्थिति यह थी कि विश्वकप शुरु होने से पहले इन टीमों को विश्वविजेता तक बताया जा रहा था लेकिन ये दोनों टीमें सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई ये दोनों टीमें थी भारत और ऑस्ट्रेलिया. जिसके बाद दोनों टीमों को इस बात की कसक आज तक है कि काश वह मुकाबला जीत गए होते तो फाइनल अपना था. इसी कसमकस के बीच में एक नये विश्वकप की शुरुआत हो गई है. साल 2023 विश्वकप का आगाज हो गया है. ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से अपने धूरंधरों के साथ मैदान में उतर गई है. इस पूरे वीडियो में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर वह कौन सी ऐसीचीज है जो इस बार ऑस्ट्रेलिया को ट्रॉफी तक पहुंचा सकती है साथ ही इस टीम की कमजोरी के बारे में जानने की कोशिश करेंगे…
ऑस्ट्रेलिया की कमजोरी
जिस ऑस्ट्रेलिया टीम को हमने देखा. उसके कप्तान रिकी पोंटिंग हुआ करते थे. उस टीम का खौफ था लोगों के मन में. उनके पास दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज थे. बेहतरीन गेंदबाज थे. जिसका नतीजा था कि उन्होंने विश्वकप की हैट्रिक लगा दी थी. लेकिन आज की ऑस्ट्रेलिया टीम है उसमें सबकुछ एक साथ नहीं दिख रहा है. हम सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया टीम की कमजोरी को देखेंगे उसके बाद उनकी मजबूती तक पहुंचेंगे. इस विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया टीम को लेकर जो बात कही जा रही है उसमें यह बताया जा रहा है कि इस टीम के पास बल्लेबाजी में गहराई है गेंदबाजी भी बेहतरीन है लेकिन एक ऐसी चीज है कि टीम के कप्तान को खाए जा रही है. और वह है खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर. ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन गई है खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर. इस बार टीम के कई खिलाड़ी हैं जो अपने फिटनेस को लेकर चर्चा के केंद्र में हैं. इन दिनों खिलाड़ियों में एक बड़ा नाम स्टीवन स्मिथ का है जोकि अनफिट हैं तो वहीं कैमरन ग्रीन को भी पिछले दिनों चोट लगी है. उधर ग्लेन मैक्सवेल लंबे समय से चोट से जुझ रहे हैं. खुद कप्तान पैट कमिंस को एशेज सीरीज के दौरान हाथ में चोट लगी है. जिसके बाद उन्हें मैदान में नहीं देखा गया है. अगर हम एक एक कर देखें तो ऑस्ट्रेलिया टीम के आधे खिलाड़ी चोट के कारण जुझ रहे हैं. ऐसे में क्रिकेट जानकार तो यह भी कह रहे हैं कि इस बार के विश्वकप में टीमों को 15 खिलाड़ियों को साथ में रखना होगा. क्योंकि इस बारे के विश्वकप में कई ऐसी टीमें हैं जिसके बेहतरीन खिलाड़ी चोट की मार झेल रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया की मजबूती
तो चलिए अब बात कर लेते हैं ऑस्ट्रेलिया टीम की मजबूती को लेकरः– ऑस्ट्रेलिया टीम की सबसे बड़ी खासियत है कि वे किसी भी टूर्नामेंट के बड़े मुकाबले में दोगुनी ऊर्जा के साथ मैदान में उतरते हैं. कहा जाता है कि ऑस्ट्रेलिया टीम दवाब में और भी निखरकर सामने आती ही. जब खेल में दबाव होता है तब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का सही खेल निकलकर सामने आता है. भारत में हो रहे विश्वकप 2023 में इस टीम को बड़ी दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह टीम टाइटल अपने साथ ऑस्ट्रेलिया ले जा सकती है. अगर हम ये कह रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया टाइटल अपने साथ ले जा सकती है कि उसके कुछ किरेदार हैं जोकि मैदान पर अपनी भूमिका को बखुबी समझते हैं. उनमें कुछ नाम इस प्रकार हैं ट्रेविस हेड– इस खिलाड़ी ने पिछले डेढ़ साल में रनों का अंबार लगा दिया है. इस खिलाड़ी ने नेशनल क्रिकेट में कमाल की बल्लेबाजी की है. पिछले साल मार्च के बाद से अभी तक में कुल 15 मुकाबले खेलने का मौका मिला है जिसमें इन्होने 5 अर्धशतक और 2 शतक अपने नाम दर्ज किया है. उनके बल्ले से कुल 774 रन निकले हैं. अगला नाम है कैमरन ग्रीन का इनका जलवा भारतीयों ने IPL में भी देखा है. और विश्वकप जब भारत में हो रहा है तो ग्रीन के लिए तो यह सोने पर सुहागा जैसा हो गया है. ग्रीन ने अपने छोटे से क्रिकेट कैरियर में पूरी टीम को प्रभावित किया है. उन्होने 16 मैचों में 302 रन बनाए हैं और कमाल के 12 विकेट भी अपने नाम दर्ज किया है. ऑस्ट्रेलिया के अगले धूरंधर हैं एडम जम्पा इस खिलाड़ी को कौन भूल सकता है. कमाल की स्पिन गेंदबाजी है इनके पास. पिछले कुछ सालों में इन्होंने अपनी फिरकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है. वन–डे मुकाबलों में इनका रिकॉर्ड भारत में बेहतरीन रहा है. भारत में इन्हें 12 मुकाबले खेलने का मौका मिला जिसमें 24 खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है.
ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम इस प्रकार रही हैः– पैंट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, एलेक्स कैरी, जोश इंग्लिश, सीन एबॉट, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, वेडिड बॉर्नर, एडम जम्पा, मिचेल स्टार्क, मार्नस लाबुनेश
ऐसे में इन खिलाड़ियों पर विरोधी टीमों की नजर होगी. जो ऑस्ट्रेलिया के एक ताकत के रूप में हैं. आपको क्या लगता है ऑस्ट्रेलिया इस विश्वकप की ट्रॉफी जीत पाएगी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं.