सेना के अपमान के बहाने आरजेडी को घेरने में जुटी बीजेपी को तेजस्वी यादव ने ऐसी ऐसी पुरानी बातें याद दिला दी कि बीजेपी को उसका खंडन करने में पसीने छूट गए….

बिहार विधानसभा में राज्य की महागठबंधन सरकार अपना बजट पेश कर रही थी…उधर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी सरकार से लड़ती हुई नजर आ रही थी… कई मामले ऐसे थें जिन्हें आधार बनाकर भारतीय जनता पार्टी महागठबंधन सरकार को फंसाना चाहती थी लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ऐसा जबर्दस्त शॉट खेल दिया कि बीजेपी को बैकफुट पर आना पड़ गया… मामला क्या है… आइए, आपको बताते हैं…

दरअसल बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री हैं सुरेंद्र यादव…. पिछले दिनों उन्होंने सेना को लेकर एक बयान दे दिया जिसे बीजेपी मुद्दा बनाने में जुट गई और इस बयान को विवादित बताया जाने लगा… बीजेपी मंत्री सुरेंद्र यादव के बयान को लेकर सरकार से दो दो हाथ करने की तैयारी में लग गई… इस पर तेजस्वी यादव ने बीजेपी को संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान की याद दिला दी…. फिर क्या था… बीजेपी के नेता सदन में इधर उधर की बात करने लगें…

मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा था कि जिस भी व्यक्ति ने भारतीय सेना में अग्निवीर जैसी स्कीम का प्रस्ताव दिया है…उसे फांसी पर चढ़ा दिया जाना चाहिए… सुरेंद्र यादव ने अग्निवीर स्कीम का विरोध करते हुए यह दिया कि कुछ सालों के बाद भारत का नाम हिजड़ों की फौज में शामिल में हो जाएगा।

मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा था कि सेना में साढ़े चार साल के लिए अग्निवीर भर्ती किए जाएंगे। इतने दिनों में तो उनकी ट्रेनिंग भी पूरी नहीं हो पाएगी और उन्हें रिटायर भी कर दिया जाएगा। सुरेंद्र यादव ने कहा था कि गुजराती सेना में भर्ती नहीं होते… वो नहीं चाहते कि हम लोग सेना में शामिल होकर देश की रक्षा सुरक्षा करें… साढ़े चार साल में रिटायर होने वाले फौजियों की शादी भी नहीं हो पाएगी …. वैसे रिटायर्ड फौजियों के लिए सरकार क्या व्यवस्था करने जा रही है…. हम प्रधानमंत्री जी से जानना चाहते हैं…

आरजेडी कोटे से बिहार सरकार में मंत्री सुरेंंद्र यादव के इस बयान पर बीजेपी लगातार हमलावर थी और बजट सत्र के दौरान बीजेपी की ओर से सदन में भी उठाया गया… जिस पर तेजस्वी यादव ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान की याद दिला दी जिसमें उन्होंने सेना से पहले संघ के स्वयंसेवकों के युद्ध में तैयार होने की बात कही थी…

जब मंत्री सुरेंद्र यादव के इस बयान को सदन में उठाया गया तो तेजस्वी यादव ने बिहार विधान परिषद में कहा कि सेना को लेकर मोहन भागवत ने कहा था कि सेना को तैयार होने में सालों लग जाते हैं लेकिन हमारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के स्वयंसेवक सिर्फ 3 दिनों में सेना तैयार कर देते हैं। तेजस्वी यादव ने बीजेपी के साथ ही आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत का ये बयान सेना को नीचा दिखाने वाला है।

तेजस्वी यादव जब सेना के अपमान वाले मोहन भागवत के बयान को बता रहे थें तब सामने विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी थें। मोहन भागवत का नाम आते ही भाजपा नेताओं को तो जैसे सांप सूंघ गया और वो इधर उधर बंगले झांकने लगें….

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मोहन भागवत वाले बयान के जवाब में भारतीय जनता पार्टी के पास कहने के लिए सिर्फ इतना ही बचा था कि मोहन भागवत इस सदन के सदस्य नहीं हैं !

हालांकि मंत्री सुरेंद्र यादव तो पहले ही अपने बयान पर स्पष्टीकरण दे चुके थें और कहा था कि उन्होंने कभी भी सेना के शौर्य पर सवाल नहीं उठाया, उन्होंने अग्निवीर स्कीम का विरोध किया है और इसे लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल पूछा है।

इसके अलावा आरजेडी ने भी साफ तौर पर कहा कि हमारी पार्टी सेना का सम्मान करती है और भारतीय सेना हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। इसके बावजूद बीजेपी के नेता लगातार आरजेडी पर हमलावर हैं… और इस विषय को लगतार सदन मेंं उठाया जा रहा है….

राजनीति एक ऐसा क्षेत्र है जहां अपने विरोधियों से जुड़े हर मुद्दे पर सवाल जवाब किया जाता है लेकिन अपने घर में झांक कर कोई नहीं देखता….

बिहार में एक नेता हैं भीम सिंह… कभी जेडीयू में हुआ करते थें और नीतीश सरकार में मंत्री थें….वर्ष 2013 में उन्होंने बयान दिया कि सेना में तो लोग जाते ही हैं मरने के लिए…उस वक्त बीजेपी ने खूब बवाल मचाया… खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी मंच से भीम सिंह के बयान पर सीएम नीतीश कुमार की खिंचाई की थी और भारतीय सेना के विरोध का हवाला दिया था लेकिन एक दिन ऐसा आया कि उन्हीं भीम सिंह को 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया…

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