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बिहार के ये 5 धाकड़ न्यूज़ एंकर

Bihari News

बीते कुछ सालों में भारत की मीडिया इंडस्ट्री काफी विकसित हो चुकी है. मीडिया एक ऐसी इंडस्ट्री है जो समाज के हर क्षेत्र से देशदुनिया से हर उन चीजों को अपने कैमरे में कैद कर के लाता है जिन्हें जानना हमारे लिए बेहद जरुरी है. कई बार हमें मीडिया इंडस्ट्री चमचमाती दुनिया लगती है. और इस चमक को देख कर हर कोई खिंचा चला आता है. लेकिन इस भीड़ में अपनी पहचान वहीँ बना पाते हैं जिनमे सूझबुझ की समझ होती है. जो तर्क वितर्क करना जानते हो. जो साहसी हो. जिन्हें कलम से जादू करना आता हो, यानि उनके द्वारा लिखे गये चीजों के हर कोई कायल हो जाएँ. वे अपने बोलने और लिखने के अंदाज से हर किसी को अपना दीवाना बना लें. और सबसे जरुरी बात मेहनत और संघर्ष करने का जज्बा हो. आइये आज हम बात करेंगे बिहार के पांच ऐसे धाकड़ न्यूज़ एंकर की जिन्होंने अपने पत्रकारिता के अंदाज से पूरे देश में अपना लोहा मनवाया है. इनके पत्रकारिता के अंदाज का हर कोई दीवाना है.

इन पांच न्यूज़ एंकर की सूचि में सबसे पहला नाम है पुण्य प्रसून बाजपेयी का. इनका जन्म 18 मार्च 1963 में बिहार की राजधानी पटना में हुआ था. प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों हीं क्षेत्र में इनका नाम काफी लोकप्रिय है. इन्होने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया. चाहे वो सन्डे आब्जर्वर हो, सन्डे मेल हो, जनसत्ता हो, लोकमत हो, जी न्यूज़ और ndtv हो या आज तक. इन्हें उपन्यास और किताबें पढ़ना बहुत पसंद था. इन्होने कई किताबें भी लिखी. जिसमें डिजास्टर: मीडिया एंड पॉलिटिक्स, राजनीती मेरी जान, संसद: लोकतंत्र या नज़रों का धोखा और आदिवासी पर टाडा. ये किताबें लोगों के बीच काफी चर्चित और लोकप्रिय रहीं. साल 2001 में भारतीय संसद पर हमले के दौरान प्रसून बाजपेयी ने लगातार 5 घंटे तक रिपोर्टिंग की थी. अपने इस बेहतरीन और इतने लम्बे समय तक साहसी और निडरता के साथ एंकरिंग करने के कारण ये काफी सुर्ख़ियों में रहें. इनके इस एंकरिंग को काफी सराहना भी मिली.

आइये अब दूसरे नंबर पर हम जानते हैं श्वेता सिंह के बारे में. इनका जन्म 21 अगस्त 1977 को राजधानी पटना में हुआ था. 12वीं तक की पढाई स्थानीय स्कूल से करने के बाद पटना विश्वविद्यालय में इन्होने अपना एडमिशन करवाया. पटना विश्वविद्यालय से उन्होंने मास कम्युनिकेशन की पढाई की. पढाई के दौरान हीं इन्होने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से एक फ्रीलांसर के तौर पर काम किया. फिर अच्छे कैरिएर के ख्याल से वे दिल्ली चली गयी. दिल्ली जाने के बाद इन्होने हिदुस्तान टाइम्स और सहारा न्यूज़ में भी कुछ समय तक काम किया. उसके बाद साल 1998 में एक न्यूज़ रीडर के तौर पर वें जी न्यूज़ में शामिल हो गयी. फिर साल 2002 में वे आज तक के साथ जुड़ गयी. आज श्वेता भारत में बेहतरीन न्यूज़ एंकरों में से एक हैं.

चलिए तो अब बिहार एंकरों की सूचि में हम बात करते हैं रविश कुमार की. इनका जन्म बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में हुआ था. रविश प्रारंभिक शिक्षा पटना से प्राप्त करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली आ गये. फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद भारतीय जनसंचार संस्थान यानि IIMC में आ गये और यहाँ से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा हासिल किया. रविश हिंदी न्यूज़ चैनल NDTV के सम्पादक थे. इस चैनल में इन्होने रविश की रिपोर्ट, हम लोग, प्राइम टाइम शो के साथ देश की बात जैसे लोकप्रिय शो को होस्ट किया. इन्होने कई अवार्ड्स अपने नाम किये. जिसमे हिंदी पत्रिका रंग में गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार जिसे राष्ट्रपति द्वारा दिया गया था. पत्रिका रंग में रामनाथ गोयंका पुरस्कार, उत्तम हिंदी एंकर के लिए इंडियन टेलीविज़न पुरस्कार, कुलदीप नायर पुरस्कार, रेमन मैग्सेस पुरस्कार शामिल हैं. कई सालों तक NDTV के साथ काम करने वाले रविश ने वहां से इस्तीफा दे दिया और अब उनका खुद का यू ट्यूब चैनल हैं जहाँ से वे बेख़ौफ़ अपनी पत्रकारिता करते नज़र हैं.

आइये अब चौथे नंबर पर हम जानते हैं पत्रकारिता के क्षेत्र में सबसे चर्चित चेहरा अंजना ओम कश्यप के बारे में. ये भी अपना सम्बन्ध बिहार के आरा जिले से रखती हैं. इनका जन्म 12 जून 1975 में हुआ था. इन्होने दिल्ली के कॉलेज से अपनी स्नातक की पढाई पूरी की और जामिया मिलिया इस्लामिया में पत्रकारिता के क्षेत्र में डिप्लोमा किया. ये अपने समाचार प्रस्तुत करने के अंदाज से लोगों के बीच प्रसिद्ध हैं. पत्रकारिता में इन्होने अपनी शुरुआत साल 2003 में दूरदर्शन के एक शो आँखों देखि से की थी. उसके बाद जी न्यूज़ चैनल से ये जुड़ी. फिर साल 2007 में एक एंकर के रूप में न्यूज़ 24 के साथ जुड़ी. यहाँ इन्होने दो टुकनाम के डिबेट शो की मेजबानी भी की. उसके बाद अंजना एबीपी के साथ जुड़ कर राजतिलकऔर दिल्ली के दिल में क्या हैजैसे शो को होस्ट किया. इन्हें कई अवार्ड से नवाजा भी जा चूका है. जिसमे राष्ट्रिय टेलीविज़न पुरस्कार वर्ष का सर्वेश्रेष्ट रिपोर्टर, साल 2014 में बेस्ट एंकर के लिए ITA अवार्ड. 2015 में IMWA और ENBA अवार्ड आदि शामिल हैं.

चलिए अब हम पांचवें और आखिरी नंबर पर जानते हैं सुशांत सिन्हा के बारे में. इनका जन्म 2 अगस्त 1984 में बिहार की राजधानी पटना में हुआ था. इन्होने अपनी शुरूआती पढाई पटना के हीं किसी निजी स्कूल से की थी. अपनी उच्च शिक्षा इन्होने IGNOU यानि इंदिरा गाँधी राष्ट्रिय मुक्त विश्विद्यालय से की. यहाँ से उन्होंने सूचना प्रौधौगिकी के क्षेत्र में स्नातक की डिग्री हासिल की. इनके पत्रकारिता की जर्नी साल 2002 से शुरू हुई. साल 2005 में इन्होने जैन टीवी के साथ काम किया. फिर लाइव इंडिया के साथ जुड़ गये. उसके बाद एक न्यूज़ एंकर और प्रोडूसर के रूप में ये न्यूज़ 24 के साथ जुड़ गये. एक एसोसिएट एडिटर के रूप में इन्होने NDTV को भी ज्वाइन किया. फिर एक वरिष्ट एंकर संपादक के रूप में इंडिया न्यूज़ में भी शामिल हुए. वर्त्तमान में सुशांत टाइम्स नाउ नवभारत में हैं और एक बेख़ौफ़ पत्रकार के रूप में जाने जाते हैं.

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