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10 साल पुराना है आपका आधार तो अपडेट करवा लें अपनी डिटेल्स, सिंपल है प्रोसेस

Bihari News

अगर आपका आधार कार्ड भी 10 साल पुराना है. तो, यह खबर आपके लिए है . बता दे कि बीते दिन 11 अक्टूबर, मंगलवार को भारतीय विशिस्ट पहचान प्राधिकरण यानी की UIDAI के द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस के अंतर्गत UIDAI ने उन लोगों से अपने दस्तावेजों और जानकारियों को अपडेट कराने का आग्रह किया है जिन्होंने अपना आधार दस साल पहले बनवाया था और अब तक उसे एक बार भी अपडेट नही करवाया हैं.आपको बता दे कि UIDAI के द्वारा अपील करते हुए कहा गया है कि, ”ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अपना आधार दस साल पहले बनवाया था एवं उसके बाद इन सालों में कभी अपडेट नहीं करवाया है, ऐसे आधार नंबर धारकों से दस्तावेज अपडेट करवाने का आग्रह किया जाता है.’’ निकाय के द्वारा बताया गया है कि ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अपना आधार दस साल पहले बनवाया था एवं उसके बाद इन सालों में कभी अपडेट नहीं करवाया है, ऐसे आधार नंबर धारकों से दस्तावेज अपडेट करवाने का आग्रह किया जाता है.’’ निकाय के द्वारा बताया गया है कि UIDAI ने इस सम्बन्ध में धारकों को दस्तावेज अपडेट की सुविधा निर्धारित शुल्क के साथ प्रदान की गयी है. इसके साथ ही सभी लोग अपना आधार धारक व्यक्तिगत पहचान प्रमाण पत्र और पते से जुड़े दस्तावेजों को आधार देता में अपडेट करवा सकते है. बताते चले कि यह सुविधा लोग ऑनलाइन भी प्राप्त की जा सकती हैं.UIDAI के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि पिछले दस साल के दौरान आधार संख्या किसी व्यक्ति की पहचान के प्रमाण के रूप में उभरा है. और आज के समय में आधार संख्या का प्रयोग लोग विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ उठाने में कर रहे हैं. अब अगर कोई व्यक्ति विभिन्न सरकारी योजना का लाभ उठाना चाहते है तो उनके पास आधार संख्या का होना बहोत जरुरी हैं. UIDAI ने बताया है कि अगर लोग इन योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाना चाहते है तो, लोगों को व्यक्तिगत नवीनतम विवरण से अपने आधार डेटा को अपडेट करना होगा , नहीं तो वे व्यक्ति इन सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ नही उठा पाएंगे. आधार का अपडेट करना इसलिए जरुरी है ताकि सरकार को आधार प्रमाणीकरण व सत्यापन में कोई असुविधा का सामना न करना पड़े.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि UIDAI एक सांविधिक प्राधिकरण है. इसकी स्थापना आधार कानून, 2016 के तहत 12 जुलाई, 2016 को भारत सरकार के द्वारा की गयी थी. भारत सरकार के द्वारा इसकी स्थापना इस उद्देश्य से की गयी थी कि भारत के सभी लोगों को आधारनामक विशिस्ट पहचान संख्या यानी की UID जारी किया गया था. जिसके बाद दोहरी एवं फर्जी पहचान को खत्म किया जा सकें.

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