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जब विश्व क्रिकेट ने पहली बार देखी थी 360 डिग्री बैटिंग !

Bihari News

कैसे होती है 360 डिग्री बैटिंग ? इस खिलाड़ी ने बताया था विश्व क्रिकेट को

जब विश्व क्रिकेट ने देखी बिलकुल अलग तरह की बल्लेबाजी

खिलाड़ी जिससे उनके विरोधी भी करते हैं प्यार

वनडे क्रिकेट में जिसके नाम है सबसे तेज अर्धशतक और शतक लगाने का रिकॉर्ड

जिसने कभी अपने व्यक्तिगत आंकड़ों की परवाह नहीं की, परवाह की तो सिर्फ अपने टीम की

 व्यक्ति बड़ा बनता है अपने फैसलों की वजह से. जो इंसान खुद से ऊपर उठकर फैसले लेता है, दुनिया उन्हें इज्जत देती है और महान व्यक्तियों में उनकी गिनती होती है. और इंसान की असली परीक्षा तो विपरीत समय में ही होती है और महान वही बनता है जिसके कदम कठिनायों के आगे नहीं डिगते. चक दे क्रिकेट की खास पेशकश चक दे क्लिक्स में बात होगी एक महान खिलाड़ी के बारे में, जिसके नाम क्रिकेट के कई हैरंतगेज रिकॉर्ड दर्ज हैं. आज जिसकी बात होगी, दुनिया उनको मिस्टर 360 डिग्री और सुपरमैन के नाम से जानती है.
इनको विकेट के चारों ओर शॉट खेलने की क्षमता के कारण “मिस्टर 360” के रूप में जाना जाता है, और उनकी जबरदस्त फील्डिंग के कारण “सुपरमैन” के रूप में भी जाना जाता है. विश्व क्रिकेट में इन्हें एक हमलावर बल्लेबाज के रूप में देखा जाता है जो कई तरह के अपरंपरागत शॉट खेलता है.

न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन द्वारा 36 गेंदों पर वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे तेज शतक जड़ने के एक साल बाद ही 2015 में दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने 5 बॉल से उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया. 18 जनवरी, 2015 को डिविलियर्स ने जोहानसबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट की सबसे तेज पारी खेली थी. जी हां उस मैच में डिविलियर्स ने सबसे तेज अर्धशतक लगाकर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या का रिकॉर्ड भी तोड़ा था. सनथ जयसूर्या ने 1996 में 17 गेंदों पर अर्धशतक लगाया था जबकि डिविलियर्स ने उनसे 1 गेंद कम लिए. उसी दिन एबी डिविलियर्स को क्रिकेट की दुनिया ने मिस्टर 360 डिग्री नाम से अलंकृत किया था. उस दिन दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी ने दुनिया को एक नई पद्धति से बल्लेबाजी करना दिखाया था, जिसे आजतक किसी ने नहीं देखा था. उनको वाइट बॉल क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. डिविलियर्स जितना रन विकेटों के आगे बनाते थे लगभग उतना ही विकेटों के पीछे भी, इस तरह की बल्लेबाजी से वो दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज बन गए थे. इस आला दर्जे के बल्लेबाज के युग में जो-जो खेले वो उनके मुरीद हैं इसलिए नहीं कि डिविलियर्स एक उम्दा खिलाड़ी थे बल्कि इसलिए क्योंकि डिविलियर्स एक महान खिलाड़ी थे. जितने अच्छे वो खिलाड़ी थे, उससे ज्यादा वो एक बेहतरीन इंसान थे. न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज स्पिनर डैनियल विटोरी कहते हैं – ‘डेविलियर्स उन महानतम खिलाड़ियों में से हैं, जिसे क्रिकेट ने देखा है.’ इंग्लैंड के कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज जॉस बटलर कहते हैं – ‘एबी डिविलियर्स हमेशा से मेरे आदर्श रहे हैं.’ ऐसे कई नाम हैं जो मैं लेता रह जाऊंगा और लिस्ट खत्म नहीं होगी, जिनके पसंदीदा एबी डिविलियर्स हैं.

वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे तेज अर्धशतक, शतक और 150 रन बनाने वाले एबी डिविलियर्स संन्यास ले चुके हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाजी, उनके द्वारा खेले गए शॉट्स आज भी हमारे जहन में है और क्रिकेट वर्ल्ड उन्हें कभी भूल भी नहीं पाएगा. 23 मई, 2018 को डिविलियर्स ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी. यह क्रिकेट लवर्स के लिए किसी झटके की तरह था क्योंकि 2019 में विश्व कप था और सबको उम्मीद थी कि वो वर्ल्ड कप खेलने के बाद रिटायरमेंट लेंगे. और फिर वो वनडे इंटरनेशनल में 10,000 रन के करीब थी और वो सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में भी थे लेकिन डिविलियर्स ने आंकड़ों की परवाह नहीं की बल्कि अपने देश के लिए भविष्य के लिए अपनी जगह छोड़ दी. इन्हीं सब कारणों से ही तो डिविलियर्स को महान खिलाड़ियों में गिना जाता है. संन्यास को लेकर डिविलियर्स ने कहा था, ‘मेरी बारी थी, और सच कहूं, तो मैं थक गया हूं.’

डिविलियर्स का पूरा नाम अब्राहम बेंजामिन डीविलियर्स है. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाने वाले डिविलियर्स का जन्म 17 फरवरी, 1984 को दक्षिण अफ्रीका के वार्मबाद (जो अब बेला-बेला है) में हुआ था. उनकी पढ़ाई लिखाई प्रेटोरिया में हुई. डिविलियर्स के पिता अब्राहम बी डीविलियर्स पेशे से एक डॉक्टर थे और अपने यूथ टाइम में रग्बी खेलते थे, और उन्होंने ही अपने बेटे डिविलियर्स को खेलने के लिए प्रोत्साहित किया. डिविलियर्स के घर में उनसे बड़े 2 और भाई हैं जिनका नाम जैन डिविलियर्स और वेसल्स डिविलियर्स है.
एबी ने अपने पिता की बात मानी और खेल के क्षेत्र में रूचि लेने लगे. स्कूली दिनों में वो कई खेलों में जैसे टेनिस, रग्बी, फुटबॉल, क्रिकेट में महारथ हासिल कर चुके थे लेकिन किसी एक को चुनने की बारी आई तो डिविलियर्स ने क्रिकेट को चुना.


डिविलियर्स ने 16 दिसंबर, 2004 को इंग्लैंड के खिलाफ पोर्ट एलिज़ाबेथ में अपना टेस्ट इंटरनेशनल डेब्यू किया था. 20 साल के डिविलियर्स ने ओपनिंग करते हुए अपने डेब्यू मैच में ही गजब की छाप छोड़ी लेकिन दूसरे टेस्ट में उनको नीचे भेजा गया और हाथ में विकेटकीपींग ग्लव्स पकड़ा दिए गए. इस मैच में नंबर-7 पर उतरे डिविलियर्स ने अर्धशतक लगाकर मैच बचाया था इसके बाद तीसरे टेस्ट में डिविलियर्स ने वापस टॉप-ऑर्डर में अपनी जगह बना ली. इसके बाद डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज का दौरा किया और टेस्ट सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई लेकिन 2005 ऑस्ट्रेलियाई दौरा डिविलियर्स के लिए उतना अच्छा नहीं रहा. शेन वार्न को बेहतरीन ढंग से खेलने के बावजूद और 1000 टेस्ट रन बनाने वाले दक्षिण अफ्रीका के दूसरे सबसे युवा और दूसरे सबसे तेज बल्लेबाज बनने के बावजूद वो संघर्ष करते नजर आए, 6 पारियों में उनके बल्ले से 152 रन ही निकले. इसके बाद डिविलियर्स ने वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. 2 फरवरी, 2005 को इंग्लैंड के खिलाफ ही डिविलियर्स ने अपना वनडे अंतराष्ट्रीय डेब्यू मैच खेला था. डिविलियर्स को वनडे में भी ओपनिंग भेजा जाता था लेकिन बाद में वो मिडिल ऑर्डर में उतरने लगे. 2006 विंटर सीजन में भारत के खिलाफ 98 गेंदों में 92 रनों की पारी, जिसमें 12 चौके और 1 छक्का शामिल था, डिविलियर्स के वनडे करियर में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. इसके बाद डिविलियर्स ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो पूरी दुनिया में गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम बन गए. उन्होंने पूरी दुनिया की पिचों पर गेंदबाजों की कुटाई की. डिविलियर्स एक टीम मैन थे, टीम की आवश्यकता के अनुसार खेलते थे. वर्ल्ड कप इवेंट में डिविलियर्स दक्षिण अफ्रीका के प्राइम बल्लेबाज बनकर सामने आए.

डिविलियर्स ने अपना पहला वनडे अंतराष्ट्रीय शतक 2007 वर्ल्ड कप के दौरान लगाया था. 10 अप्रैल, 2007 को डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सुपर-8 मुकाबले में 130 गेंदों पर 146 रन बनाए थे, जिसमें एबी ने 12 चौके और 5 छक्के लगाए थे. इसके 1 साल बाद भारत के खिलाफ डिविलियर्स ने दोहरा शतक जड़ दिया और दोहरा शतक जड़ने वाले पहले अफ्रीकी खिलाड़ी बन गए. फिर 2011 वर्ल्ड कप के दौरान डिविलियर्स ने बैक टू बैक सेंचुरी लगाकर रिकॉर्ड बना दिया. वर्ल्ड कप में लगातार 2 मैचों में शतक जमाने वाले वो पहले अफ्रीकी खिलाड़ी बने. इसी साल 6 जून को दक्षिण अफ्रीका के कोच गैरी कर्स्टन ने डिविलियर्स को दक्षिण अफ्रीका का लिमिटेड ओवर कैप्टन घोषित कर दिया. कप्तान बनने के बाद पहले वनडे मैच में ही दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 11 जनवरी, 2012 को 258 रनों से हराकर इतिहास रच दिया. उस वक्त वह रनों के लिहाज से वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत थी. दक्षिण अफ्रीका ने वनडे सीरीज अपने नाम की और डिविलियर्स ‘मैन ऑफ द सीरीज’ बने. उसी साल 10 जुलाई को डिविलियर्स को फुल टाइम विकेटकीपिंग की भी जिम्मेदारी दे दी गई, क्योंकि तत्कालीन विकेटकीपर मार्क बाउचर ने संन्यास की घोषणा कर दी थी’. डिविलियर्स ने बतौर विकेटकीपर भी रिकॉर्ड बना दिया, जब 4 फरवरी, 2013 को उन्होंने जैक रसेल के 11 डीसमिसल्स के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली, यही नहीं इस मैच में डिविलियर्स ने 117 गेंदों पर नाबाद 103 रन भी बनाए थे और ऐसा करके वो विश्व के पहले विकेटकीपर बन गए जिसने एक टेस्ट मैच में शतक लगाने के अलावा 10 डीस्मिसल्स किया हो. इसी साल 18 मार्च को पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के तीसरे वनडे मैच में डिविलियर्स ने हाशिम आमला के साथ तीसरे विकेट के लिए वनडे अंतराष्ट्रीय की सबसे बड़ी साझेदारी कर डाली जब दोनों ने मिलकर 238 रन बनाए थे. डिविलियर्स ने 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 128 रनों की पारी खेली थी.

डिविलियर्स रिकॉर्ड बनाने के लिए ही पैदा हुए थे और अब तो सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनने की बारी थी. उस दिन वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वो सबसे तेज अर्धशतक और शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ 18 जनवरी, 2015 को डिविलियर्स ने 16 गेंदों में अर्धशतक और 31 गेंदों पर शतक जमाया था. लगभग 60 मिनटों की उस पारी में डिविलियर्स ने 44 गेंदों पर 149 रन बनाए थे.
2015 वर्ल्ड कप के डिविलियर्स टॉप परफ़ॉर्मर थे, जहां उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 96 की औसत और 144 की स्ट्राइक रेट से 482 रन बनाए थे. इसी वर्ल्ड कप के दौरान पूल-बी में वेस्टइंडीज के खिलाफ डिविलियर्स ने 66 गेंदों पर 162 रनों की पारी खेली थी और इस तरह वो वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज अर्धशतक, शतक और 150 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. टूर्नामेंट के अंत आते-आते वो वनडे इंटरनेशनल के नंबर 1 बल्लेबाज बन गए जबकि टेस्ट में वो नंबर 3 पर थे. icc ने उनका नाम 2015 वर्ल्ड कप टीम ऑफ द टूर्नामेंट में शामिल किया.

इस बात को लेकर काफी बहस होती है कि डिविलियर्स सिर्फ वाइट बॉल के ही सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे, उन्हें ये आंकड़े देखने चाहिए.

– अपने डेब्यू के तुरंत बाद 2005 में डिविलियर्स के लिए उम्दा सीजन रहा, जहां उन्होंने 53.08 की औसत से 1008 रन बनाए थे.

– साल 2008 में उनके टेस्ट करियर ने उड़ान भरी, जहां उन्होंने पूरी दुनिया में जाकर गेंदबाजों की खबर ली.

– एबी डिविलियर्स 114 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 8765 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले टॉप-4 बल्लेबाजों में शामिल हैं.

– मिस्टर 360 डिग्री ने ना सिर्फ वाइट बॉल बल्कि रेड बॉल क्रिकेट में भी अपनी बल्लेबाजी की छाप छोड़ी और कई यादगार पारियां खेली.

– 2008 में पर्थ में खेले गए उस टेस्ट मैच में डिविलियर्स ने नाबाद 106 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी टीम को 6 विकेटों से शानदार जीत दिलाई थी. यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास का दूसरा सबसे सफल फोर्थ इनिंग चेज था.

– डिविलियर्स दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं, 2010 में भारत के खिलाफ सेंचुरियन में डिविलियर्स ने 75 गेंदों पर शतक बनाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था.

– 2012 में एडिलेड ओवल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध डिविलियर्स ने अपनी टीम को हार से बचाया था, जब उन्होंने 220 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 33 रन बनाए थे. डिविलियर्स ने करीब डेढ़ दिन तक बल्लेबाजी की थी.

डिविलियर्स ने अपने करियर में कई असाधारण रिकॉर्ड बनाए.
-दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट में दूसरा व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर – नाबाद 278
-नंबर 1 टेस्ट बैटर लंबे समय के लिए अक्टूबर, 2013 से अगस्त, 2014 तक .
-बतौर विकेटकीपर किसी टेस्ट मैच में सबसे अधिक डीस्मिसल्स
-टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक लगातार 50+ स्कोर (12 टेस्ट मैचों में)
-टेस्ट डक से पहले सर्वाधिक इनिंग्स. (78 इनिंग्स शून्य पर आउट होने से पहले)

– डिविलियर्स के टेस्ट करियर को देखें तो उन्होंने 114 टेस्ट मैचों की 191 पारियों में 50.66 की औसत से 8765 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 46 अर्धशतकीय पारियां खेली. 278 नॉटआउट उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा. 222 कैच और 5 स्टंपिंग भी उनके नाम है.

एबी डिविलियर्स का वाइट बॉल करियर तो हर खिलाड़ी का सपना होता है. डिविलियर्स ने 228 वनडे इंटरनेशनल की 218 पारियों में 53.50 की औसत से 9577 रन बनाए हैं. इस दौरान 39 बार वो नॉटआउट रहे. डिविलियर्स के नाम वनडे अंतराष्ट्रीय क्र्सिकेट में 25 शतक और 53 अर्धशतक दर्ज हैं. 176 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा. इस फॉर्मेट में डिविलियर्स ने 176 कैच लपके और 5 स्टंपिंग यहां भी उन्होंने किया. डिविलियर्स ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 78 टी20आई की 75 पारियों में 11 बार नॉटआउट रहते हुए 26.12 की एवरेज से 1672 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 10 अर्धशतक निकले. 65 कैच और 7 स्टंपिंग डिविलियर्स के नाम टी20आई में हैं.

दक्षिण अफ्रीकी रंगों के बाहर, डिविलियर्स दुनिया भर में टी20 लीग में बल्लेबाजी के दिग्गज थे, खासकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल में – जिसके लिए उन्होंने 11 सीज़न में 158.63 की स्ट्राइक रेट से लगभग 5000 रन बनाए. 2021 आईपीएल के बाद, डिविलियर्स ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की.
नवंबर 2020 में, डिविलियर्स को दशक के ICC पुरुष क्रिकेटर के लिए सर गारफ़ील्ड सोबर्स अवार्ड और दशक के ODI क्रिकेटर के पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था.

डिविलियर्स ने पांच साल की डेटिंग के बाद 2012 में ताजमहल के सामने अपनी प्रेमिका डेनिएल स्वार्ट को प्रपोज किया था. इस जोड़े ने 30 मार्च, 2013 को दक्षिण अफ्रीका के बेला-बेला में शादी की. उनके दो बेटे और एक बेटी हैं.

एबी डिविलियर्स एक धर्मनिष्ठ ईसाई हैं और उन्होंने कहा है कि जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण के लिए उनका विश्वास महत्वपूर्ण है. वह एक कुशल गिटार वादक और गायक भी हैं. 2010 में, उन्होंने अपने दोस्त और दक्षिण अफ्रीकी गायक एम्पी डू प्रीज़ के साथ एक द्विभाषी पॉप एल्बम ‘माक जौ ड्रोम वार’ जारी किया. उनकी आत्मकथा, ‘एबी डिविलियर्स – द ऑटोबायोग्राफी’, सितंबर 2016 में रिलीज़ हुई थी. वह इंस्टाग्राम पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले दक्षिण अफ्रीकी हैं.

आजकल एक नाम है जो खूब चर्चे में है. यह खिलाड़ी भारत का है, जिसका नाम है सूर्यकुमार यादव जिन्हें डिविलियर्स के बाद दूसरा मिस्टर 360 डिग्री कहा जा रहा है लेकिन कईयों का मानना है कि मिस्टर 360 डिग्री तो सिर्फ एक ही हैं वो हैं एबी डिविलियर्स. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज कप्तान और बल्लेबाज रिकी पोंटिंग क्या कहते हैं आइए जानते हैं –
पोंटिंग कहते हैं , ‘सूर्या उसी तरह ग्राउंड के 360 डिग्री में स्कोर करते हैं, जो डिविलियर्स किया करते थे, जब वो अपने प्राइम में थे.’ हालांकि डिविलियर्स के फैंस को ये नागवार गुजरी. उनका कहना था कि आप सिर्फ कुछ अच्छे सीजन से किसी की तुलना ग्रेटेस्ट ऑलटाइम वाइट बॉल बैटर से कैसे कर सकते हैं. ऐसा कोई नहीं है जो हर जगह शॉट खेले जैसे वो खेलता था, जिसने खुद नाम दिया 360 डिग्री. लेकिन पोंटिंग सूर्या के बल्लेबाजी स्टाइल की बात कर रहे हैं और जो स्टैट्स निकलकर के आते हैं वो दिखाते हैं कि सचमुच सूर्या ग्राउंड के सभी पार्ट में शॉट खेलते हैं. पिछले 2 सालों में टी20 क्रिकेट में जहां सूर्या ने 920 रन विकेटों के आगे बनाए हैं 884 रन विकेटों के पीछे. पोंटिंग बताते हैं सूर्या स्क्वायर लेग में कितने मजबूत हैं, जहां 37 प्रतिशत रन उन्होंने इसी क्षेत्र में बनाए हैं. लेकिन सूर्या बिहाइंड स्क्वायर भी वो भी विकेटों कम पीछे बेहद मजबूत हैं. पोंटिंग ने ये भी कहा कि सूर्या पेस और स्पिन दोनों के विरुद्ध समान रूप से मजबूत है.

तो असली 360 डिग्री तो डिविलियर्स ही हैं लेकिन कोई विसिटिंग कार्ड होगा जिसमें 360 डिग्री लिखा होगा तो वो उसे सूर्या को हैंडओवर कर सकते हैं.

आपके अनुसार सूर्या का डिविलियर्स से तुलना करना कितना सही है ? कमेंट में हमें बताएं.

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