इंटरनेशनल लेवल पर 100 टेस्ट मैच खेलना हर एक खिलाड़ी का सपना होता है. भूतकाल में तो ये हर खिलाड़ी का सपना होता था लेकिन समय बदला और आज के टी20 युग में, कुछ ही खिलाड़ी होते हैं, जो क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को प्राथिमकता देते हैं. हालांकि अभी भी बहुत सारे फैंस हैं, जिन्हें टेस्ट क्रिकेट ही भाता है. आज के टी20 यानी आधुनिक युग में भी हजारों हजारों की संख्या में क्रिकेट प्रेमी टेस्ट क्रिकेट देखने जुटते हैं. टेस्ट क्रिकेट में एशेज और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पूरी दुनिया में अपना अलग फैन-बेस है.

टेस्ट क्रिकेट में 100 मुकाबले खेलना और 3000 रन बनाने के अलावा 400 से अधिक विकेट लेने वाले तो 3 से अधिक लोग हैं. इसमें कुछ महान नाम शामिल हैं – शेन वार्न, शौन पोलक, कपिल देव और स्टुअर्ट ब्रॉड लेकिन 100 टेस्ट खेलने से पहले 3000 रन स्कोर करना और 400 से ज्यादा विकेट चटकाने का कारनामा सिर्फ 2 लोगों ने किया है. सिर्फ 2 खिलाड़ियों के नाम ये रिकॉर्ड है. आइए आपको बताते हैं, उन 2 दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में.

1. सर रिचर्ड हेडली

वह खिलाड़ी जिसने सबसे कम टेस्ट मुकाबले खेलते हुए 3000 रन बनाए और 400 से भी अधिक विकेट लिए, उसका नाम है सर रिचर्ड हेडली. न्यूजीलैंड के पूर्व महान ऑलराउंडर हेडली ने 83 टेस्ट मैचों में यह अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम किया था. हेडली की गिनती विश्व के बेस्ट ऑलराउंडरों में होती है. हेडली दाएं हाथ के एक उम्दा तेज गेंदबाज थे, जो बाएं हाथ से आक्रामक बल्लेबाजी करता था. हेडली ने न्यूजीलैंड के लिए 86 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 3124 रन बनाने के अलावा 431 विकेट चटकाए थे. उनके बल्ले से इस दौरान 2 शतक और 15 अर्धशतक निकले थे जबकि गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने 36 पारियों में 5 विकेट-हॉल लेने का कारनामा किया था साथ ही 9 बार पूरे टेस्ट में 10 विकेट हासिल किए थे. नाबाद 151 रन उनका टॉप स्कोर था.

2. रविचंद्रन अश्विन

टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अभी हाल ही में ये बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के दूसरे और अंतिम टेस्ट में ये अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम किया और हेडली के साथ एलिट क्लब में शामिल हो गए. यह स्पिनर का 88वां टेस्ट मैच था. अश्विन दूसरे टेस्ट के हीरो रहे थे, शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन से उन्होंने टीम इंडिया की जीत की कहानी लिखी थी और इसलिए वो प्लेयर ऑफ द मैच बने थे. अश्विन ने बांग्लादेश के विरुद्ध सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 4 विकेट चटकाए थे जबकि दूसरी पारी में उनको 2 विकेट मिला. बल्ले से पहली पारी में अश्विन ने सिर्फ 12 रनों का योगदान दिया था लेकिन दूसरी पारी में, जब टीम इंडिया संघर्ष कर रही थी, अश्विन संकट-मोचन बनकर आए और नाबाद 42 रनों की पारी खेलकर भारत को शानदार जीत दिला दी.

145 रनों के जवाब में भारतीय टीम ने सिर्फ 74 रन पर 7 विकेट खो दिए थे, उस वक्त बांग्लादेशी स्पिनर्स खेल में पूरी तरह हावी थे लेकिन तब अश्विन ने श्रेयस अय्यर के साथ 8वें विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की थी. अश्विन ने चेज को लीड किया, उन्होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से नाबाद 42 रन बनाए वहीं श्रेयस अय्यर 29 रन बनाकर नाबाद लौटे. दोनों ने भारत को जीत दिलाकर ही दम लिया. शानदार प्रदर्शन के बाद अश्विन छाए हुए हैं. icc टेस्ट रैंकिंग की बात करें तो ऑलराउंडर में इस वक्त अश्विन नंबर-2 पर हैं और बोलिंग में नंबर-5 पर मौजूद हैं.

आप अश्विन को बतौर ऑलराउंडर 10 में से कितना अंक देंगे, कमेंट में हमें बताएं.

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