एक घर बनवाने का सपना हर किसी का होता है. लेकिन कई बार हमने देखा है की घर बनवाते वक्त लोग बिना नक़्शे के हीं घर बनाव लेते हैं. लेकिन अब यह लापरवाही करना मुश्किल हो सकता है. क्योंकि सरकार अब इन मामलों को लेकर सख्त होती नज़र आ रही है. कई बार लोगों को नक्शा बनवाने और पास करवाने में भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ जाता है. बता दें की अब इस मामले को लेकर और नागरिक सुविधाओं से जुड़ी तमाम सुविधाओं को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर मुजफ्फरपुर नगर निगम प्रशासन की तरफ से लाया जा रहा. वहीँ स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी कई चीजों पर काम कर रहा. बता दें की स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इसी कड़ी में अब नगर निगम में भवनों की समुचित तरीके से निगरानी और जांच के लिए ऑनलाइन पोर्टल को विकसित किया गया है. वहीँ गौरतलब है की ऑटोकैड सॉफ्टवेर एप्लीकेशन के माध्यम से अब नक़्शे की निगरानी और जांच भी की जाएगी. ऑटोकैड सॉफ्टवेर एप्लीकेशन क्या है इसकी जानकारी हम आपको आगे देंगे.
फ़िलहाल आठ अप्रैल दोपहर के 3 बजे तक कोटेशनदाता निगम कार्यालय में जमा करवा सके इसके लिए नगर आयुक्त की ओर से सॉफ्टवेर खरीदारी को लेकर नगर निगम प्रशासन की तरफ से कोटेशन आमंत्रित किया गया है. बताते चलें की आठ अप्रैल को हीं शाम के चार बजे सम्बंधित प्रतिनिधियों के सामने प्रशासनिक स्तर पर कोटेशन को खोला जायेगा. इस साल तक की वैद्यता सॉफ्टवेर के शर्त में रखी गयी हैं. वहीँ कोटेशन की प्रक्रिया से गुजरने के बाद इनस्टॉलेशन का काम भी एक सप्ताह में पूरा हो जायेगा. साथ हीं साथ भवनों के नक़्शे की प्रक्रिया भी होल्डिंग टैक्स के साथ हीं एक महीने के भीतर ऑनलाइन होने की उम्मिद जताई जा रही है. जिसकी तैयारी प्रशासनिक स्तर पर भी चल रही है.
अब तक तो कामों को मैनुअली हीं किया जाता था लेकिन ऑनलाइन आवासीय भवनों की ड्राइंग इस व्यवस्था के पास होने से शुरू हो सकेंगी. ऑटोकैड सॉफ्टवेर का प्रयोग अब नगर निगम द्वारा किया जायेगा. बता दें की ऑटोकेड सॉफ्टवेर की मदद से 2D और 3D ड्राइंग बनाने में मदद मिलती है. वहीँ बिल्डिंग अप्रूवल सिस्टम को भी ऑनलाइन हीं लागू किया जायेगा. इसके तहत निर्धारित सॉफ्टवेर में जैसे हीं पैनल के आर्किटेक्ट भवन की ड्राइंग को बना कर अपलोड किया जायेगा वैसे हीं नक्शा पास होने के लायक है भी या नहीं इसकी जांच सॉफ्टवेर ऑटोमेटिकली हीं कर लेगा और इसकी जानकारी हमें दे देगा. साथ हीं साथ ड्राइंग में और क्या कमी है इस बात की जानकारी भी हमें इस सॉफ्टवेर के माध्यम से मिल जाएगी. वहीँ हो रहे फर्जीवाड़े को भी इस सॉफ्टवेर के जरिये रोका जा सकेगा.
आइये अब हम थोड़ी बहुत जानकारी ऑटोकैड सॉफ्टवेर की भी लेते हैं. दरअसल ड्राइंग टूल के रूप में भी इंजिनियर इसका प्रयोग करते हैं. इससे 2 डी या फिर 3 डी ड्राइंग को आसानी से बनाया जा सकता है. इस सॉफ्टवेर का सबसे अधिक इस्तेमाल सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल सिस्टम में किया जाता है. लिहाजा बिल्डिंग डिजाईन करने की सुविधा ऑटोकैड बिल्डिंग डिजाईन सूट सॉफ्टवेर के जरिये आसानी से मिल जाती है. जो बिल्डिंग इनफार्मेशन मॉडलिंग और कई टूल को साथ में हीं कंबाइन भी करता है. जिसके कारण कंस्ट्रक्शन सम्बंधित डिजाईन, स्टीम्युलेट, विजुअलाईज और काम करने में इंजिनियर को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.