Placeholder canvas

क्रिकेट के इस प्रारूप के दीवाने हैं सभी, स्टेडियम में लगता है महाकुंभ

Bihari News

क्रिकेट बहुत पुराना खेल है और इसकी शुरुआत सन 1611 को इंग्लैंड में हुई थी। समय के साथ इस खेल की लोकप्रियता बढ़ती गई और नियमों में बदलाव होने शुरू हो गए। 1774 में क्रिकेट के पहले नियम लिखे गए थे जिसमें एलबीडब्ल्य आदि नियम जोड़े गए थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का गठन साल 1909 में हुआ था। उस समय क्रिकेट का एक प्रारूप जो कि टेस्ट क्रिकेट है वह खेला जाता था। इसके बाद रंगबिरंगी जर्सी में खेले जाने वाला क्रिकेट का दूसरा प्रारूप वनडे क्रिकेट शुरू हुआ। पहली बार सीमित ओवरों का खेल शुरू हुआ था। वनडे क्रिकेट की शुरुआत 60 ओवरों से हुई थी जिसे घटाकर 50 कर दिया गया। सबसे पहला वनडे क्रिकेट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 5 जनवरी 1971 को खेला गया था। इस प्रारूप की शुरुआत के बाद क्रिकेट प्रशंसकों को यह बहुत पसंद आने लगा।

लेकिन साल 2003 में टी-20 क्रिकेट के चलन के बाद वनडे क्रिकेट पर खतरा मंडराने लगा। मात्र 20 ओवर के इस प्रारूप में प्रशंसकों के अलावा खिलाड़ियों को भी खूब मजा आने लगा और बहुत ही कम समय में यह पूरे विश्व में लोकप्रिय हो गया। आज विश्व में काफी टी20 क्रिकेट टीम खेली जाती है और खिलाड़ी भी प्राथमिकता T20 क्रिकेट को ही देते हैं।

इसी कड़ी में आज हमारी चक दे क्रिकेट की टीम उत्साह, प्रशंसकों की पसंद के आधार पर क्रिकेट के तीनों प्रारूपों की तुलना कर आपको रैंकिंग बताएगी। तब तक आप कमेंट कर बताइए आपके अनुसार क्रिकेट के तीनों प्रारूपों की क्या रैंकिंग है?

3) वनडे क्रिकेट: क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में वनडे क्रिकेट तीसरे स्थान पर आता है। जब इस प्रारूप की शुरुआत हुई थी तब इसे बहुत पसंद किया गया था लेकिन अब इस प्रारूप की चमक फीकी पड़ गई है। यह चीज हम ही नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भी कह चुके हैं। कुछ समय पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि वनडे क्रिकेट अब बोरिंग हो गया है। अब क्रिकेट प्रशंसकों को एक दिन में 100 ओवर बैठ कर देखना कठिन लगता है और क्रिकेट के अन्य दोनों प्रारूपों के बीच वनडे क्रिकेट पिस रहा है। वनडे क्रिकेट की लोकप्रियता खत्म होने के पीछे विश्व क्रिकेट में लगातार बिना ब्रेक के वनडे सीरीज का आयोजन होना भी है। साथ ही इस प्रारूप में कुछ भी अच्छी टीम बची है जिसकी वजह से कंपटीशन बिल्कुल खत्म सी हो गई है। समय रहते आईसीसी को वनडे क्रिकेट के नियमों में बदलाव करना होगा जिससे क्रिकेट का यह प्रारूप फिर से जीवीत हो सके।

2) टेस्ट क्रिकेटटेस्ट क्रिकेट क्रिकेट का वह प्रारूप है जिसमें एक मुकाबला 5 दिन तक खेला जाता है। इसका प्रारूप में खिलाड़ी की असली परीक्षा होती है। यह क्रिकेट का सबसे पहला फॉर्मेट है और क्रिकेट का सबसे लंबा फॉर्मेट भी यही है। प्रत्येक टीम को एक टेस्ट मुकाबले में दो बार बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है। इस प्रारूप में सबसे मजे की बात यह है कि 5 दिन चलने वाले टेस्ट मुकाबले में अक्सर हम यह पता नहीं कर पाते हैं कि अंतिम दिन किसकी जीत होगी और ज्यादातर मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त होते हैं। हालांकि इस सूची में यह दूसरे स्थान पर इसलिए है क्योंकि कुछ देशों को छोड़कर बाकी देशों के मुकाबलों में ज्यादा रोमांच नहीं होता है और इसलिए फैंस उन्हें नहीं देखते हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में कोई उपलब्धि हासिल करना बहुत बड़ी चीज मानी जाती है और उसको बहुत अहमियत मिलती है। टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखने के लिए अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का आयोजन भी शुरू कर दिया गया है और इसका पहला फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था जिसमें न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।

1) टी20 क्रिकेटक्रिकेट के सभी प्रारूपों में यह प्रारूप सबसे छोटा और मजेदार है। आज के समय में यह सबसे ज्यादा पसंदीदा प्रारूप बन चुका है। इस प्रारूप की शुरुआत हुए मात्र 20 वर्ष हुए हैं लेकिन इन 20 वर्षों में टी-20 क्रिकेट काफी ज्यादा बढ़ चुका है और पूरे विश्व भर में प्रख्यात हो गया है। एक टीम इस मैच में 20 ओवर खेलती है और अक्सर इसमें हमें नए नवेले शॉट बल्लेबाजों द्वारा देखने को मिलते हैं। इस प्रारूप के चलते ही आज फ्रेंचाइज क्रिकेट हर देश में खेला जा रहा है। भारत में आईपीएल, ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग, पाकिस्तान में पाकिस्तान सुपर लीग, वेस्टइंडीज में कैरीबियन प्रीमीयर लीग, बांग्लादेश में बांग्लादेश प्रीमियर लीग जैसे इत्यादि टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं। T20 क्रिकेट में ज्यादातर मुकाबले अंतिम दिन तक जाते हैं और इस प्रारूप को देखकर जो रोमांच आता है वह किसी अन्य फॉर्मेट में देखने को नहीं मिलता है। इस प्रारूप को अब बहुत प्राथमिकता मिलती है।

कमेंट करके बताइए आपको क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में कौन सा प्रारूप सबसे ज्यादा पसंद है?

Leave a Comment