बिहार में कड़ाके की ठंढ़ कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. बिहार में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. विभाग की तरफ से जारी अपडेट के अनुसार अगले 5 पांच दिनों तक मौसम में किसी तरह के बदलाव होने की कोई संभावना न के बराबर है. मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटे प्रदेश में इसी तरह के घने कोहरे रहने की संभावना जताई गई है. इधर आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी अपडेट में यह बताया गया है लोगों को इन दिनों ठंड से सावधानी बरतने को कहा गया है. हालांकि विभाग का कहना है कि 15 जनवरी तक ठंड में किसी तरह कोई भी कमी नहीं आएगी. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि 7 से 9 जनवरी के बीच में तापमान में और भी कमी देखने को मिलने वाली है.

मौसम विभाग की तरफ से जारी अपडेट के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इन दिनों प्रदेश के उत्तर के हिस्सों में कोल्ड डे जैसे हालात रहने वाले हैं. खास कर पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, मजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, और सहरसा में कोल्ड डे जैसे हालात रहने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने इन इलाकों को लोगों को ज्यादा सावधानी बरने को कहा है साथ ही यह भी कहा गया है कि घर से बाहर निकलने पर गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है. इन दिनों प्रदेश में घना कोहरा होने के कारण यातायात संचालन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि कई ट्रेने लेट हो गई है तो कई विमानों को रद्द कर दिया गया है. सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों की रफ्तार भी धीमी हो गई है.

आपदा विभाग ने प्रचंड ठंड को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी की है. जरूरत न होने पर बुजुर्गों व बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है. यदि घर से बाहर जाना आवश्यक हो, तो शरीर पर समुचित गर्म कपड़ा पहन कर ही निकलें. सिर चेहरा, हाथ और पैर को भी गर्म कपड़े से ढक लें. इसके साथ ही साथ यह भी कहा गया है कि इस दौरान गर्म कपड़े के साथ ही पौष्टिक भोजन करने की भी जरूरत है. आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ जारी अपडेट में यह भी कहा गया है कि अगर रात के समय आपके कमरे में लालटेन, दीया या फिर कोयले की अंगीठी जल रही है तो उसके धूंए का उचित प्रबंध कतरें. हो सके से प्रयोग के बाद इन्हें बंद कर दें. साथ ही अगर आप ब्लोअर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उपयोग के बाद उसे बंद कर दें.

इस कड़ाके की ठंढ़ के बीच में शुगर और बीपी के मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. इस दौरान बिना काम के घर से बाहर निकलने से बचने की जरूरत है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि बच्चों को खासतौर पर पैर, सिर और कानों को ढक कर रखना चाहिए. इन दिनों हो सके तो बुजुर्गों को साबुत अनाज, दलिया लेना चाहिए। तले हुए पदार्थों का सेवन करने से बचें. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि फलों और सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए. इसमें बीमारी लड़ने की शक्ति होती है. इस कड़ाके की ठंढ़ में प्यास कम लगती है तो पानी जरूर पीना चाहिए

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