बिहार सरकार के द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2022 से 23 के लिए धान खरीद की खरीद के लिए घोषणा कर दी गयी हैं. बता दे कि धान खरीद की शुरुआत 1 नवम्बर से की जाएगी. इसके बाद लोग धान खरीद सकते हैं. वहीं, वैसे किसान जो खरीफ विपणन वर्ष 2022 से 23 में भाग लेना चाहते है तो, उन्हें इसके लिए कृषि या सहकारिता विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा. बताते चले कि धन खरीद से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए या फिर आवेदन करने के लिए 14 अक्टूबर 2022 से लिंक को एक्टिव किया जा चूका हैं. यहां जाकर किसान सभी जानकारी विस्तृत रूप से प्राप्त कर सकतें हैं.

वहीं अगर हम सरकार की ओर से घोषित किये गए धान की मूल्य की बात करें तो, वैसे धान जो A ग्रेड की श्रेणी में आते हैं उनका न्यूनतम मूल्य सरकार की ओर से 1960 रुपये निर्धारित की गयी है, वहीं वैसे धान जिनकी गिनती साधारण श्रेणी के धानों में की जाती है उनकी न्यूनतम मूल्य 1940 रुपये प्रति क्विंटल सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है. बताते चले कि सरकार के द्वारा इस साल भी धानचावल खरीद का लक्ष्य रखा गया है. इस साल के द्वारा पिछले वर्ष की तरह ही 45 लाख मैट्रिक टन धान और 20 लाख मैट्रिक टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा गया हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, कि धन की खरीद की शुरुआत बिहार के उत्तरी हिस्से में 1 नवम्बर से शुरू की जा रही हैं . वहीं, बिहार के दक्षिणी हिस्से में धान की खरीd की शुरुआत 15 नवम्बर से की जा रही हैं. सरकार के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि धान की खरीद 31 मार्च 2023 तक रहेगी. यानी कि वैसे लोग जो धान की खरीदारी करना चाहते है , उनके पास 31 मार्च 2023 तक का समय हैं. धान की खरीद की इस अवधी में सभी किसान अपने क्षेत्र के निर्धारित केन्द्रों पर ही धान की बिक्री कर सकतें हैं. वहीं इस बार भी धान की खरीद पैक्स और व्यपार मंडल के जरिये ही की जा सकेगी. इसके साथ ही धान को बेचने पर जो भी अधिप्राप्ति की राशि होगी वो सीधे किसानों के खेतो में जायेगी. बता दे कि इस बार धान की खरीददारी को लेकर सरकार के द्वारा विशेष निगरानी रखी जा रही हैं. मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष खरीद केन्द्रों पर अनियमितता को रोकने और गुणवत्ता की जांच करने के लिए सहकारिता और खाद्य विभाग के साथसाथ जिला प्रशासन को भी निर्देश दिया गया है. वहीं इस बार धान की खरीद तिन चरणों में की जाएगी. बिहार सरकार का मानना है कि बिहार में कई ऐसे जिलें है जहां एक नवम्बर तक धान पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाती हैं. इसके अलावा दिसम्बर और नवम्बर का महिना ऐसा होता , जिस समय वातावरण में नमी की मात्रा भी अधिक होती हैं. इन्हीं कारणों को देखते हुए बिहार सरकार के द्वारा यह नीचे लिया गया है कि इस वर्ष धान की खरीद को तिन चरणों में किया जाएगा.

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