बिहार में इन दिनों सियासत तेज है. बिहार विधानसभा सभा का बजट सत्र चल रहा है. ऐसे में सरकार और विपक्ष की तरफ से लगातार आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू है लेकिन इन्ही सब के बीच में बिहार में सुरक्षा व्यवस्था और आपराधिक मामलों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रही है. जिस नीतीश कुमार सो सुशासन और अमनपरस्ती के लिए याद किया जाता था क्या उनके राज में एक बार फिर से जंगलराज की शुरुआत हो गई है. कई तरह के सवाल विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हैं. दरअसल ये नीतीश के बहाने तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे हैं.

नीतीश कुमार के कभी करीबी रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पद यात्रा पर निकले हुए हैं. ऐसे में वे प्रदेश के अलग अलग जिलों में जाकर वहां के युवाओं से बात कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजद के सत्ता में आने के बाद प्रदेश में जंगलराज वापस आने की जो आशंका थी, वह अब जमीन पर दिख रही है. किशोर इस दिनों अपनी जान सुराज पदयात्रा के दौरान बिहार के प्रखंडों, गांव तक पहुंच रहे हैं. प्रशांत किशोर ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले साल अगस्त में महागठबंधन की सरकार बनी थी और जब अक्टूबर में पदयात्रा शुरू हुई थी. तब लोग कहते थे कि राजद के सत्ता में आने के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि जो डर लोगों के मन में था वह कहीं न कहीं आज सच साबित होता दिख रहा है. उन्होंने यह भी कहा है कि लोगों का जो अनुभव रहा है उससे कानून व्यवस्था खराब होने की आशंका बनी रहती है, यह डर अब जमीन पर दिखना शुरू हो गया है.

प्रशांत किशोर ने सिर्फ राजद पर ही नहीं सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति के मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार की शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना उसके कार्यकाल का सबसे बड़ा काला अध्याय हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के बच्चों की मूलभूत समस्या शिक्षा और रोजगार है. जब तक आप शिक्षा और रोजगार के नाम पर वोट नहीं करेंगे तब तक कोई भी सरकार या कोई भी सरकार आ जाए आपकी स्थिति नहीं सुधरेगी. उन्होंने कहा कि वोट राम मंदिर के नाम पर किया है तो 30 साल के बाद ही सही राम मंदिर बन ही रहा है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि आप जिस दिन शिक्षा और रोजगार पर वोट करने लगेंगे तब से आपको सुधार दिखने लगेगा.

इस पूरे मामले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी कहते हैं कि एक महीने में रंगदारी-फिरौती के लिए अपहरण और हत्या की दर्जन-भर घटनाएं हुई हैं. सुशील मोदी ने बताया कि इसी 15 मार्च को लालू प्रसाद के भतीजे नागेंद्र राय ने हथियार के साथ एक प्लॉट पर पहुंच कर 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी. लेकिन इस पर महागठबंधन सरकार की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपराध और भ्रष्टाचार से समझौता कर जनता के जीवन को खतरे में डाल दिया है. पिछले दिनों बिहार विधानसभा में भी बिहार में अपराध को नियंत्रण करने के लिए बीजेपी नेता ने नीतीश कुमार से यह मांग की है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी अपराध को नियंत्रण करने के लिए उत्तर प्रदेश मॉर्डल को अपनाना चाहिए.

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