बिहार के विभाजन के बाद पहली बार बिहार राज्य में भी मेंटल हॉस्पिटल का निर्माण करवाया गया. बता दे कि बिहार विभाजन के बाद कांके मेंटल हॉस्पिटल, झारखंड राज्य में चला गया. जिसके 22 साल बाद बिहार को नया मानसिक रोग अस्पताल मिला है। इस अस्पताल का निर्माण भोजपुर जिलें के कोइलवर में किया गया हैं. शुक्रवार यानी की आज बिहार के मुख्यमंत्री के द्वारा इस मानसिक रोग अस्पताल के भवन का उद्घाटन किया गया. यह बिहार का एकमात्र मेंटल हॉस्पिटल हैं. इस अस्पताल में मरीजों के लिए हर प्रकार की आधुनिक सुबिधा मुहैया करवाई जाएगी. 272 बेड के इस अस्पताल में यह ध्यान रखा जायेगा की मरीजों को इलाज के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े.

बताते चले कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भोजपुर जिले के कोईलवर पहुंचे. इस उद्द्घातन के दौरान डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ मौजूद रहे.मुख्यमंत्री नितीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उद्द्घातन के दौरान पूरे अस्पताल का दौरा किया और सभी सुविधाओं का जायजा किया. इस उद्द्घातन समारोह के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित किया और उसके साथ ही उन्होंने रिमोट बटन को दबाकर मानसिक रोग अस्पताल के नए भवन का उद्घाटन किया.

जानकारी के अनुसार ऐसी खबर थी कि इस एस्प[ताल के काम को अगले महीने तक पूरा करना था, लेकिन इसे समय से पहले ही बनकर तैयार कर दिया गया हैं. इस अस्पताल के निर्माण में कूल 128 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी थी . हालांकि, एकरारनामा की राशि 123 करोड़ रुपये है। बता दें कि साल 2000 से पहले बिहार के कांके में मेंटल हॉस्पिटल था. लेकिन विभाजन के बाद यह अस्पताल रांची के झारखंड में चला गया. इसके बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह निश्चय किया था कि बिहार में भी मानसिक रोग अस्पताल का निर्माण किया जायेगा और उन्होंने इस नए भवन की नींव रखी.

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