बिहार में अभी लोकसभा चुनाव को लेकर एक रोड मैप तैयार हो ही रहा था कि बिहार में विधानपरिषद चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई. बता दें कि इस चुनाव की तारीख 31 मार्च निर्धारित की गई है. बिहार में पांच विधानपरिषद की सीटों पर चुनाव होना है. जिसको लेकर उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. बता दें कि जिन पांच सीटों पर चुनाव है उसका प्रभाव बिहार के 26 जिलों पर पड़ने वाला है. ऐसे में अब उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में प्रचार करने के लिए तैयारी में जुट गए हैं. बता दें कि चुनाव आयोग की तरफ से जारी अधिसूचना में विधान परिषद के 02 स्नातक की दो और शिक्षक निर्वाचन की दो सीटें पर चुनाव होना है इसके साथ ही दो साल के लिए सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में उप चुनाव होना है जिसके तारीखों की घोषणा कर दी गई है.
भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी अपडेट के अनुसार बिहार विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक निर्वाचन की 5 खाली सीटों के लिए चुनाव 31 मार्च को करवाया जाएगा. 6 मार्च को इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. इतना ही नहीं इसको लेकर नॉमिनेशन की अंतिम तारीख 13 मार्च तक दी गई है. वहीं स्कूटनी की तारीख 14 मार्च तय की गई है. 16 मार्च तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं. वहीं वोटों की गिनती 5 अपैल को की जाएगी. बता दें कि वोटिंग का समय सुबह 8 बजे से शाम के चार बजे तक निर्धारित किया गया है.
आइए अब एक नजर डाल लेते हैं इन विधानपरिषद के सीटों के इतिहास के बारे मेंः- बिहार विधानपरिषद की जीन 4 सीटों पर विधानपरिषद का चुनाव होना है उनका कार्यकाल 8 मई को समाप्त होना है. जिसमें सारण स्नातक क्षेत्र से वीरेंद्र नारायण यादव का नाम है तो वहीं गया स्नातक क्षेत्र से अवदेश नारायण सिंह का नाम है और गया शिक्षक क्षेत्र से ही संजीव श्याम सिंह का नाम है. वहीं कोसी शिक्षक क्षेत्र से संजीव कुमार सिंह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वहीं एक विधानपरिषद की सीट पर उपचुनाव होना है. बता दें कि सारण शिक्षक क्षेत्र से केदार नाथ पांडे के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. इस निर्वाचन क्षेत्र का टर्म 16 नवंबर 2026 तक का है.