राष्ट्रिय औसत की तुलना में यदि बिहार को देखें तो यहाँ पुलिसकर्मियों की काफी कमी है. मालूम हो की यहाँ पुलिस बल की संख्या प्रति एक हजार आबादी पर एक है. लेकिन इस वर्ष सरकार 65,000 पुलिसों की बहाली करने जा रही है. इस बहाली के बाद राज्य में पुलिसों की संख्या एक लाख 85 हजार पर पहुँच जाएगी. ऐसे में एक हजार आबादी पर एक पुलिस बल वाला अनुपात घट कर यह अनुपात 649 व्यक्ति पर एक पुलिस बल हो जायेगा. ऐसे में हमारे राज्य को प्रभावी पुलिसिंग में मदद मिलेगी.
बता दें की कैबिनेट द्वारा 19,000 बहाली की स्वीकृति साल के शुरूआती दिनों में हीं मिल चुकी है. यदि वर्त्तमान की बात करें तो बिहार में पुलिसों की संख्या लगभग एक लाख बीस हजार है, इसी स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार द्वारा इस वर्ष यानि 2023 में 65,000 पुलिस कर्मियों को बहाल करने का निर्णय लिया गया है. आपको बता दें की बिहार राज्य में यदि अन्य राज्यों के मुकाबले देखे तो महिला पुलिसकर्मियों की संख्या यहाँ सबसे ज्यादा है यानी बिहार एक ऐसा राज्य है जहाँ महिला पुलिस की तादाद सबसे अधिक है. गौरतलब है की बिहार में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या इतनी अधिक होने के बावजूद भी यहाँ पुलिसों की संख्या अन्य राज्य के मुकाबले काफी कम है. वर्तमान में यदि देखे तो बिहार में लगभग 25% महिला पुलिस कर्मी है. यदि सरकार द्वारा 65,000 की संख्या में पुलिस को बहाल किया जाए तो फिर महिला पुलिस कर्मियों की संख्या 25% से बढ़ कर 29% हो जाएगी.
यदि हम पुलिस पब्लिक के राष्ट्रिय अनुपात को देखे तो एक लाख की आबादी पर 143 पुलिस कर्मी होने चाहिए. लेकिन इस आंकड़े के अनुसार भी यहाँ पुलिस की संख्या काफी कम है. सर्वे करवा कर वर्ष 2010 में 1,52,232 पदों को भरने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन 1,52,232 पदों में 1,20,000 पदों पर हीं भर्ती हो सकी. मालूम हो की बिहार में 35% सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. इसके हिसाब से बहाली होने वाले 65,000 पदों में न्यूनतम 22,750 महिलायें आ सकती हैं. इसलिए इनकी संख्या बिहार में अब 29% हो जाएगी. जितेन्द्र सिंह गंगवार जो की बिहार पुलिस मुख्यालय एडीजी हैं उन्होंने कहा की पुलिस की संख्या को बढ़ाने के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय लगातार प्रयासरत है. देखा जाये तो धीरे–धीरे पुलिस बहाली में भी बढ़ोतरी हो रही है.
जीतेन्द्र सिंह गंगवार ने ये भी कहा है की राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस साल अधिक से अधिक पुलिस बल की नियुक्ति का निर्णय लिया गया है, जिससे बिहार पुलिस और भी मजबूत होगी. साथ ही साथ आम जनता के बीच अपनी उपस्थिति दे सकेगी. आपको बता दे की इसके बहाली की प्रक्रिया आने वाले दो महीने में शुरू होने की उम्मीद लगाईं जा रही है. डायल 112 को सुदृढ़ करने के लिए 19,000 कर्मियों को पहले चरण में बहाल किया जायेगा. फिर दूसरे चरण में आगे की और भी बहाली की जाएगी. यदि हम महिला पुलिस कर्मी को लेकर राष्ट्रिय स्तर से राज्य की तुलना करें तो महिला पुलिस कर्मियों का राष्ट्रिय औसत 16.5 है यानि बिहार से लगभग 13% कम.