पूरे देश में इन दिनों सियासत तेज है हर तरफ गठबंधन की बात की जा रही है. राजनीतिक पार्टियां अपने अपे खांचे में जाने का इंतजाम कर रहे हैं. बता दें कि एक तरफ एनडीए हैं तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन. दोनों ही तरफ से बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है. राजनीतिक नेताओं की तरफ से आने जाने का दौर शुरू है. ऐसे में अब एनडीए अपने कुनबें में विस्तार कर रहा है. एनडीए में खासकर उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड में अपना विस्तार कर रही है. बिहार में बीजेपी सबसे ज्यादा ध्यान दे रही है. क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जदयू ने मिलकर 40 में से 39 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था लेकिन अब जब नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ हैं तो ऐसे में बीजेपी अपने लिए एक मजबूत साथी की तलाश कर रही है जोकि नीतीश कुमार की भरपाई कर सके. ऐसे में बिहार में लोजपा के दोनों गुटों को एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया है साथ ही उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी और जीतन राम मांझी की पार्टी को भी निमंत्रण दिया गया है.

बीजेपी भले ही अपने कुनबे में विस्तार करना चाह रही है लेकिन बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर लोजपा के दोनों गुटों के बीच में खिंचतान शुरू हो गई है. दरअसल पशुपति कुमार पारस हाजीपुर सीट से सांसद हैं. ऐसे में वे इस सीट को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. लेकिन चिराग पासवान इस सीट को अपने पिता का सीट बता कर वे इसी सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर चुके हैं लेकिन पारस यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. ऐसे में शाह मात का खेल दोनों के बीच चल रहा है. बीजेपी इन दोनों ही पार्टियों को एनडीए में शामिल होकर चुनाव लड़ने का न्योता दी है. हालांकि पारस गुट पहले ही एनडीए का हिस्सा है. लेकिन दोनों के बीच की लड़ाई अब बीजेपी के पास पहुंचने वाली है. ऐसे में अब चाचा भतीजे की लड़ाई को भी बीजेपी ही शांत करेगी. ऐसे में अब देखना है हाजीपुर की सीट किसके खाते में जाती है. दोनों ही तरफ से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. चाचा पशुपति पारस का कहना है कि भैया रामविलास पासवान से हमको मिलने नहीं दिया जाता था. तो वहीं चिराग पासवान ने कहा कि हाजीपुर सीट पर चुनाव लड़ने के लिए पिताजी ने कहा था. ऐसे में चाचा भतीजे की लड़ाई अब खुलेआम हो गई है.

इन सब के बीच में चिराग पासवान ने एनडीए में शामिल होने से पहले अपनी शर्त रख दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव में 6 सीटें जबकि राज्यसभा में 1 सीट चाहिए. आपको बता दें कि लोजपा साल 2019 में भी सात सीटों पर जीतने में कामयाब रही थी ऐसे में चिराग उतनी सीटों की मांग कर रहे हैं. जबकि पारस की तरफ से सीटों को लेकर कुछ भी बयान सामने नहीं आया है. ऐसे में अब देखना है कि चाचा भतीजें की लड़ाई को बीजेपी किस तरह से सुलटाती है. इधर उपेंद्र कुशवाहा को भी एनडीए में शामिल होने का न्योता मिल गया है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है कि वे उस बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे हैं या नहीं. बता दें कि यह बैठक दिल्ली में 18 जुलाई को होनी है. उधर उत्तर प्रदेश में ओमप्रकाश राजभर को भी एनडीए से न्योता मिला है वे भी जाने के लिए अपनी सहमती दे दिए हैं ऐसे में एक तरफ जहां महागठबंधन अपनी बैठक कर रहा है तो वहीं एनडीए में भी बैठकों का दौर शुरू हो गया है. अब लगने लगा है कि बहुत जल्द देश में चुनाव होने वाला है. जबकि चुनाव की तारीख अगले साल आएगी. लेकिन चुनाव को लेकर अभी से माहौल बनने लगा है.

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