आईपीएल यानि इंडियन प्रीमियर लीग जो दुनिया की सबसे बड़ी लीग में से एक है दोस्तों आईपीएल विश्व जगत के लिए एक लीग क्रिकेट हो सकती है लेकिन भारत के लिए ये लीग नहीं त्योहार है। मतलब भारत का त्योहार जो लगभग दो महीने तक समूचे भारत में छाया रहता है। इस त्योहार के जश्न में पूरा भारत सराबोर हो जाता है। क्या बच्चे क्या बूढ़े और क्या नौजवान हर कोई दो महीनों तक टीवी पर गोंद की तरह चिपक जाता है। और ऐसा क्यों ना हो , आखिर ये भारत का जो त्योहार है।
दोस्तों, आईपीएल का काउंडाउन शुरू हो चुका। आईपीएल शुरू होने में महज चंद दिन ही बचे हैं ऐसे में हमारी जिम्मेदारी ये है कि हम आपको अभी तक के आईपीएल चैंपियन टीम का विश्लेषण करें। दोस्तों इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए है सबसे पहले चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का विश्लेषण , यहां हम जानेंगे आईपीएल के 15 सीजन में आखिर सीएसके का परफोर्मेंस कैसा रहा है।
तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं
साल 2008 से लेकर 2022 तक के अपने आईपीएल सफर में चेन्नई सुपर किंग्स का रिकॉर्ड सभी टीमों से अलग और अच्छा ही रहा है। इसकी वजह आप सभी जानते है टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, वो जादुई कप्तान जिसने टीम का ऐसा नेतृत्व किया जिसे देखकर कई दिग्गज हैरान रह गए। दोस्तों कुछ टीमें ऐसी होती है जो बेवजह अग्रेशन दिखाती है और कुछ टीम ऐसी भी होती है जो मैदान पर बेहद ही शालीनता से खेलती है और उन्ही में से एक है चेन्नई सुपर किंग्स। अपने इसी तरह के कूल और कॉम नेचर के चलते इस टीम ने आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा फेयर प्ले अवार्ड अपने नाम किए है। सीएसके आईपीएल में 6 फेयर प्ले अवार्ड जीतने वाली इकलौती टीम है। और यह सब मुमकिन हो पाता है टीम के लीडर जिन्हे दुनिया कैप्टन कूल कहती है। साल 2008 में सबसे पहले फेयर प्ले अवार्ड सीएसके ने ही जीता था। इसके बाद ये कारवां यहीं नहीं रुका 2010, 2011, 2012 ,2013, 2014, और 2015 में भी सीएसके ने यह अवार्ड अपने नाम किया था। एक इंटरव्यू में कमेंटेटर हर्षा भोगले ने धोनी से फेयर प्ले अवार्ड के समय पूछ ही लिया आखिर ये अवार्ड हर बार आपके पास ही क्यों आता है तब धोनी ने मजेदार अंदाज में जवाब दिया था कि खेल में हार जीत तो लगी रहती है। लेकिन आप मैदान पर कितनी ईमानदारी और शांति के ये खेल खेलते है यह अधिक मायने रखता है क्योंकि आपको टीवी और स्टेडियम पर करोड़ों दर्शक सिर्फ आपके खेल को ही नहीं देख रहे होते बल्कि आपके खेल भावना पर भी उनकी नजर रहती है। दोस्तों धोनी जब भी टीम को लीड करते है सबकुछ टाइम पर ही समाप्त होता है। इस टीम में एक बात और है कोई भी गेंदबाज विकेट के लिए अननेसेसरी अपील नही करते। और ही विरोधी टीम के साथ स्लेजिंग में इन्वॉल्व होते है। जिससे अंपायर भी बेफ्रिक रहते हैं।
दोस्तों चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल की एक मात्र ऐसी टीम है जिसने आठ बार फाइनल खेला है जब जब इस टीम ने प्ले ऑफ में जगह बनाई हैं इसे फाइनल खेलने का सौभाग्य मिला है। सीएसके अब तक आठ बार फाइनल तक पहुंच चुकी है। जो भी किसी टीम के लिए सबसे ज्यादा है। और ऐसा कमाल सिर्फ सीएसके ही कर सकती है। साल 2010 ये सीएसके के लिए वो साल था जब वह पहली बार आईपीएल चैंपियन बना बनी थी। लेकिन इसकी चर्चा कम होती है। ठीक इसके अगले सीजन में साल 2011 में जब सीएसके ने दोबारा खिताब अपने नाम किया तो कई मायनों में ये खास रहा। इस सीजन में सीएसके ने कमाल का प्रदर्शन तो किया ही था साथ ही एक कमाल यह भी किया था जो दूसरी टीमें नहीं कर पाई थी। इस सीजन में खास बात यह भी थी कि सीएसके ने अपने सारे होम सीजन मैच जीते थे। और ऐसा करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल की पहली टीम बनी थी। लेकिन दो साल बाद साल 2013 में मुम्बई इंडियंस ने भी सारे घरेलू मैच जीतकर आईपीएल की दूसरी टीम बन गई थी। दोस्तों वैसे तो आईपीएल में चैंपियन बदलते रहते है लेकिन मुंबई और चेन्नई अभी तक की सबसे सफल टीमें है। दोस्तों आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने भले ज्यादातर आईपीएल खिताब अपने नाम किया हो लेकिन जब आईपीएल के नए सीजन की शुरुआत होती है तो चेन्नई सुपर किंग्स सबकी फेवरेट टीम बन जाती है। और इतिहास में भी ऐसा होता रहा है। 2010 में सीएसके ने मुंबई इंडियंस को फाइनल में हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया था।
साल 2011 में सीएसके ने विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को एक बार फिर फाइनल में हराकर खिताब जीता था। ऐसा करने वाली सीएसके इकलौती टीम बनी थीं। इसके बाद सीएसके को एक लंबा वक्त लगा फिर से चैंपियन बनने के लिए। क्योंकि बीच के सालों में सीएसके पर फिक्सिंग के आरोप भी लगे थे। जिसका मामला बीसीसीआई से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा था। तब इस टीम पर दो साल का बैन लगा था। 2016 और 2017 में। 2018 में बैन हटा तो सीएसके मैदान पर फिर नजर आई। और नए तेवर के साथ पूरे टूर्नामेंट में खेली। इतना ही नही धमाकेदार वापसी करते हुए एक बार धोनी के नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स फिर से चैंपियन बन गई। ये सीएसके का आईपीएल में तीसरा खिताब था। लेकिन अगले ही साल टीम की स्थित कुछ ठीक नहीं रही। साल 2019 और 2020 सीजन में सीएसके का परफोर्मेंस अर्श से फर्श पर नजर आया। इस बीच धोनी के खेल और उनकी कप्तानी पर भी सवाल उठने लगे थे। लोगों ने धोनी को बूढ़ा तक कह दिया था।
फिर आया साल 2021 का आईपीएल जिसका आयोजन यूएई में हो रहा था। यहां बूढ़ा शेर ऐसा लौटा कि खिताब लेकर ही आया। और साल 2021 में एक बार फिर सीएसके के हाथों आईपीएल की चमचमाती ट्रॉफी आई। दोस्तों आईपीएल के अलावा सीएसके चैंपियंस लीग टी 20 के लिए भी पांच बार क्वालीफाई कर चुकी है जिसमें दो बार सीएसके इस टूर्नामेंट की भी विनर बन चुकी है। चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के इतिहास की सबसे कामयाब टीम रही है। क्योंकि यह हर बार पहले से भी अच्छा प्रदर्शन करती है यही वजह है कि आईपीएल में सीएसके का विन परसेंटेज 61 है। साल 2008 से 2022 तक सीएसके ने 214 मैच खेलें है जिसमें 123 में जीत और 86 में हार मिली है। जो अपने आपमें एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन मुंबई के सामने सीएसके की विन परसेंटेज कम है और सनराइजर्स हैदराबाद के सामने सीएसके की ज्यादा है। यानी 76%। मतलब की सीएसके के सामने जब भी हैदराबाद खेलती है सीएसके ही भारी पड़ती है। दोस्तों सीएसके की एक खासियत यह है कि वह ज्यादा टीम में बदलाव नहीं करती है फिर बात चाहे नए सीजन की हो या फिर प्लेइंग इलेवन की। धोनी अपने खिलाड़ियों को ना जाने कौन सी संजीवनी देते है जिससे कमजोर से कमजोर खिलाड़ी एक नए रूप में नजर आता है। वैसे एक समय ऐसा भी था कि सीएसके में धोनी और सुरेश रैना ही ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। सुरेश रैना पहले ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने आईपीएल में सबसे पहले 5 हजार रन बनाए थे। साथ ही सबसे ज्यादा कैच भी सुरेश रैना के ही नाम है।
दोस्तों, चेन्नई सुपर किंग्स को एक लम्बे अर्से से पालने और पोशने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का ये आखिरी आईपीएल हो सकता है। सीएसके, टीम मैनेजमेंट और फ्रेंचाइजी यह बिल्कुल भी नहीं चाहेगी कि धोनी टीम का साथ छोड़ें। क्योंकि सीएसके आज जिस मुकाम पर पहुंची है उसमें धोनी का बहुत बड़ा योगदान है। जिसे चुका पाना असम्भव सा है।