बिहार में इन दिनों वायरल फीवर और डेंगू का कहर देखने को मिल रहा हैं. इसके साथ ही पूरे देश भर में कई ऐसे राज्य है जहां डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिससे लोगों के बीच तनाव का माहौल पैदा हो गया है. आपको हम बता दे कि डेंगू और वायरल फीवर के लक्षण एक जैसे होते है जिस वजह से लोग इनमें अंतर नहीं कर पातें. ऐसे में मरीज की हालात और बिगड़ जाती अहि. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू होता है और उसके लक्षण को पहचान कर जल्द से जल्द इलाज नही करवाया गया तो उस व्यक्ति की हालात और भी बिगड़ सकती है या हो सकता है कि उनकी जान भी चली जाए. अब सवाल यह उठता है कि कोई व्यक्ति कैसे जान सकता है कि उन्हें वायरल फीवर है या डेंगू क्योंकि दोनों में ही बुखार के लक्षण एक जैसे होते हैं. तो चलिए आज हम आपको इस विडियो में साड़ी चीजें विस्तार से बताते है, जिसे जानने के बाद आप भी दोनों के फीवर में अंतर करना जान जाएंगे.सबसे पहले आपको बताते है कि कीन वजहों से किसी को वायरल फीवर या डेंगू होता है. बता दे कि वायरल फीवर वायरस के इन्फेक्शन से होता है, जिसमें सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी समस्याएं हो जाती हैं. आम तौर पर इस विरस की चपेट में वे लोग आते हैं जिनकी इम्युनिटी कम होती है और यह विरस बारिश के मौसम में ही लोगों को हानि पहुचता हैं. वायरल फीवर 5 से 7 दिनों में के अन्दर अपने आप ठीक हो जाता है. वहीं अगर डेंगू की बात करें तो यह मछर के काटने से होता है और इसका लक्षण कुछ दिनों बाद ही नजर आने लगता हैं.अगर किसी व्यक्ति को डेंगू होता है और उसका सही समय पर इलाज नही कराया जाये तो यह बिमारी और भी गंभीर हो जाती हैं. इस बिमारी का असर लीवर पर देखने को मिलता है. बता दे कि डेंगू की भी गिनती वायरल फीवर में ही की जाती है लेकिन यह मछर के काटने से होता है.चलिए अब हमको डेंगू और वायरल फीवर में अंतर बताते हैं. डेंगू फीवर में तेज बुखार होता है. जिसे ब्रेक बोन फीवर भी कहा जाता है. वही वायरल फीवर में बुखार ज्यादा तेज नही होती है. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू होता है तो उसके शारीर पर लाल चक्कते हो जाते हैं , लेकिन वायरल फीवर में किसी प्रकार को कोई निशान नही होता. डेंगू होने पर प्लेटलेटस में कमी आती है लेकिन वायरल फीवर में प्लेटलेटस पर कोई असर देखने को नही मिलता है. कई लोगों जब डेंगू होता है तो उनके ब्लड प्रेशर लो हो जाते हैं, जबकि वायरल फीवर में ब्लड प्रेसर पर कोई असर नही पड़ता. बता दे कि डेंगू की वजह से उलटी और पेट दर्द जैसी समस्या भी होती है इसके साथ ही इससे लीवर पर भी असर पड़ता है. लेकिन वायरल फीवर में इस तरह की कोई समस्या नही होती.अगर आपको भी लगता है कि आपको डेंगू या वायरल फीवर है तो आप अपना ब्लड टेस्ट करवा कर यह पता लगा सकते है कि आपको इन दोनों में से कौन सी बिमारी है. वहीं अगर ट्रीटमेंट पर ध्यान दे तो, दोनों ही बीमारियों में लोगों को पैरसिटामोल दी जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर किसी व्यक्ति को डेंगू या वायरल फीवर होता है तो, उन्हें एंटीबायोटिक लेने से बचना चाहिए और अगर लेते भी है तो उन्हें डॉक्टरों की सलाह से लेनी चाहिए. अगर आप डेंगू का सही समय से इलाज करवाते है तो, आप 1 सप्ताह में आसानी से रिकवर कर सकतें है. जबकि वायरल फीवर को ठीक होने में दवा लेने के बावजूद 5 से 7 दिन लग सकते हैं.

 

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