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लगभग खत्म हो चुका था इनका करियर, धोनी ने दिया फिर से मौका।

Bihari News

आई पी एल – टीम चेन्नई सुपर किंग्स- कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और काम आईपीएल के प्लेऑफ में पहुंचना और ट्रॉफी जीतना। आईपीएल की सबसे सर्वश्रेष्ठ टीम चेन्नई सुपर किंग्स और विश्व के सबसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान महेंद्र सिंह धोनी यूं ही पूरी दुनिया में नहीं मशहूर है। धोनी की काबिलियत का हर कोई फैन है और विश्व के सबसे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इन की कप्तानी में खेलना चाहते हैं।

आई पी एल 2023 में भी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने फाइनल मुकाबले में गुजरात को हराकर अपना पांचवा आईपीएल खिताब जीत लिया। यह जीत इस टीम के लिए काफी खास रही। इस जीत के पीछे दो चेहरे ऐसे भी हैं जिनका करियर इस टूर्नामेंट से पहले खत्म माना जा रहा था। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी तो महेंद्र सिंह धोनी ही ठहरे। धोनी ने उन खिलाड़ियों पर विश्वास जताया और आज एक बार फिर यह खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपनी चमक बिखेर रहे हैं।

महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी संभालते हुए 15 साल से ऊपर हो जाएं हैं और अब वह खिलाड़ियों को किस ढंग से इस्तेमाल करना है बखूबी जानते हैं। 42 वर्षीय महेंद्र सिंह धोनी इस आईपीएल में पहली बार नहीं किसी खिलाड़ी का करियर बचा रहे हो। इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी रोहित शर्मा, विराट कोहली और अश्विन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के करियर को भी बचा चुके हैं।

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम युवा खिलाड़ियों के साथ उम्रदराज खिलाड़ियों को मौका देती है। शेन वॉटसन, इमरान ताहिर रोबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ी काफी उम्र में इस टीम के लिए खेलते हैं। एम एस धोनी ने अपने शानदार दिमाग के बदौलत इस सीजन भी 2 खिलाड़ियों का कैरियर फिर से पुनर्जीवित कर दिया है।

1) अजिंक्य रहाणे- भारतीय टीम के पूर्व टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे को खराब प्रदर्शन की वजह से साल 2018 में सफेद गेंद क्रिकेट से ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद इस खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट की टीम से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था और उम्मीद की जा रही थी कि अब इनकी भारतीय टीम में वापसी संभव नहीं है। आईपीएल नीलामी में भी यह माना जा रहा था कि अजिंक्य रहाणे पर कोई भी टीम बोली नहीं लगाएगी। इस बल्लेबाज को फ्रेंचाइजी टेस्ट स्पेशलिस्ट के रूप में देख रही थी। पिछले तीन आईपीएल सीजन की बात करें तो अजिंक्य रहाणे आईपीएल 2020 में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से 9 मुकाबले खेले थे। अगले सीजन दिल्ली ने मात्र 2 मुकाबले खेलने को दिए। आई पी एल 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स में शामिल हुए अजिंक्य रहाणे ने 7 मुकाबलों में 103 रन बनाए और इनका प्रदर्शन एक बार फिर काफी निराशाजनक रहा। यही वजह थी कि इस सीजन इन पर बोली लगने की उम्मीद नहीं थी।

लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स ने सब को गलत साबित कर दिया और अजिंक्य रहाणे को 50 लाख रुपए में अपनी टीम में शामिल किया। बेन स्टोक्स की गैरमौजूदगी में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अजिंक्य रहाणे को नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला। इस बल्लेबाज ने इस मौके का फायदा उठाया और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 29 गेंदों में ताबड़तोड़ 71 रन की तेजतर्रार पारी खेल कर विश्व क्रिकेट में एक बार फिर अपने नाम की गूंज पहुंचाई। मुंबई इंडियंस के खिलाफ रहाणे ने 69 रन बना है तो वहीं फाइनल मुकाबले में भी 13 गेंदों में 27 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।

आई पी एल 2023 में अजिंक्य रहाणे ने 11 पारियों में 32.60 की औसत की मदद से 326 रन बनाए। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 172.23 की रही। आपको बता दें आज तक अजिंक्य के आईपीएल करियर में उनकी स्ट्राइक रेट 140 से अधिक की नहीं रही थी लेकिन इस बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में इस खिलाड़ी ने कमाल ही कर दिया। अजिंक्य रहाणे के शानदार प्रदर्शन की बदौलत उनका चयन एक बार तो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हो गया है।

अजिंक्य रहाणे ने भी अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को शुक्रिया कहा और बताया कि धोनी ने उन्हें मैदान में जाकर अपनी बल्लेबाजी को इंजॉय करने को कहा।

2) शिवम दुबे- इस ऑलराउंडर खिलाड़ी पर आईपीएल 2022 से पहले कोई भी विश्वास नहीं कर रहा था कि यह चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मैच विनर खिलाड़ी बनकर उभरेगा। पिछले सीजन नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने एक खिलाड़ी को चार करोड़ में खरीदा था। पिछले सीजन दुबे ने अच्छा प्रदर्शन किया था और इनकी तुलना युवराज सिंह से की जाने लगी। आई पी एल 2022 में इस खिलाड़ी ने 11 मुकाबलों में 156 के स्ट्राइक रेट से 289 रन बनाए थे। चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात के बीच खेले गए इस सीजन के पहले मुकाबले में शिवम दुबे को पूरी तरह से ट्रोल किया गया था और उनका करियर खत्म मान लिया गया था। दुबे ने 18 गेंदों में 19 रन बनाए थे और चेन्नई गुजरात से मुकाबला हार गई थी।

दुबे को टीम से निकालने की मांग होने लगी थी लेकिन इस खिलाड़ी ने हिम्मत नहीं हारी। महेंद्र सिंह धोनी ने लगातार इनको मिडिल ऑर्डर में मौके दिए और यह चेन्नई के सबसे बड़े मैच विनर खिलाड़ी बनकर उभरे। शिवम दुबे ने 16 मैचों की 14 पारियों में 37.36 की औसत से 411 रन बनाए। इस दौरान इस खिलाड़ी की स्ट्राइक रेट 160 के करीब की रही। फाइनली में भी दुबे ने महत्वपूर्ण 31 रन की पारी खेली। फाइनल मैच में भी शिवम दुबे ने महत्वपूर्ण 31 रन की पारी खेली थी।

शिवम दुबे ने आईपीएल फाइनल जीतने के बाद बताया कि महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें क्या रोल दिया था. धोनी ने उन्हें साफ कर दिया था कि अगर तुम जल्दी आउट भी हो जाओ तो भी कोई दिक्कत नहीं है लेकिन तुम्हारा काम तेज गति से रन बनाना है। लगभग खत्म होते कैरियर को महेंद्र सिंह धोनी का सहारा मिल गया और हमने शिवम दुबे को लंबे छक्के लगाते हुए देखा। इस सीजन शिवम दुबे ने हषर्ल पटेल की एक गेंद पर 111 मीटर का लंबा छक्का लगाया और यह इस आई पी एल 2023 का चौथा सबसे लंबा छक्का था।

अब शिवम दुबे पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहेंगे और भारतीय टीम में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहेंगे। सच में महेंद्र सिंह धोनी बहुत खास है और उनके जैसा शायद और कोई कप्तान देखने को नहीं मिलेगा।

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