IPL का 16 वां सीजन भी ख़त्म हुआ धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने आईपीएल के इतिहास में 5 वीं बार खिताब अपने नाम किया. लेकिन जरा ठहरिये, और सोचिये क्या धोनी के लिए ये सब करना इतना आसान था? तो इसका जवाब होगा नहीं. बेशक नहीं आप भी अगर आईपीएल प्रशंसक और CSK के फैन हैं तो आपने मैच के दौरान देखा होगा कि अपने एक घुटने लाचार धोनी के लिए ये सब उतना आसान नहीं था. लेकिन फिर भी धोनी ने किया, अपने लिए नहीं बल्कि अपनी टीम के लिए अपने हजारों लाखों प्रशंसकों के लिए जो उन्हें एक और सीजन खेलते हुए देखना चाहते थे. धोनी को CSK के लिए आईपीएल ट्राफी जीतता हुआ देखना चाहते थे. आईपीएल मैच के दौरान कभी उन्हें घुटने में पट्टी बांधे देखा गया कभी उन्हें बर्फ से उसे सकते हुए पाया गया. ऐसा भी नहीं है की ये दर्द उन्हें इसी आईपीएल सीजन में मिला है बिलकुल नहीं बल्कि ये दर्द उन्हें काफी समय पहले से है लेकिन फिर भी इतने दर्द में भी एक और आईपीएल सीजन खेलने की हिम्मत करना ये सच धोनी को महान बनाता है. ऐसे में उनके प्रशंसको को ये जानने की हमेशा इच्छा होती रहती है कि धोनी अपने घुटने के लिए क्या कर रहे हैं?
आईपीएल का ये सीजन बेहद ही अच्छा समय था जब CSK को आईपीएल का 5 वां खिताब मिला ऐसे में धोनी चाहते तब इस जीत के साथ आईपीएल से सन्यास लेने का ऐलान कर सकते थे लेकिन उन्हें अपने आराम से ज्यादा अपने प्रशंसकों की ख़ुशी अहम लगी और उन्होंने संन्यास को लेकर कुछ नहीं कहा और खेल अभी जारी रखने की ओर इशारा किया.
आईपीएल फाइनल जीतने के बाद पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में धोनी ने भी कहा था कि ये मेरे लिए अच्छा मौका था जब मैं अपने प्रशंसकों को थैंक यू और गुड बाय बोलकर निकल जाता. लेकिन इस पुरे आईपीएल सीजन में मैं जिस भी ग्राउंड में गया लोगो का अपार स्नेह और प्यार मिला ऐसे में मैं उन्हें ये प्यार और स्नेह लौटाना चाहता हूँ और शायद इसीलिए धोनी अपने घुटने के इलाज के लिए एक और कदम बढाकर सर्जरी करवाना चाहते हैं ताकि वो एक और आईपीएल सीजन खेल सके.
आईपीएल सीजन ख़त्म होने के बाद धोनी ने अपने घुटने का चेक अप करवाया है और अब उसकी रिपोर्ट आने का इन्तजार है जिसके बाद यह तय किया जाएगा की धोनी अपने घुटने की सर्जरी करवाएंगे या नहीं. इस बारे में पीटीआई से बात करते हुए सीईओ काशी विश्वनाथन ने कहा, “हां, यह सच है कि धोनी अपने बाएं घुटने की चोट के लिए डॉक्टर की सलाह लेंगे और उसी के अनुसार फैसला करेंगे. अगर सर्जरी की सलाह दी जाती है, तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता लगाया जा सकता है, यह पूरी तरह से उनका फैसला होगा.”
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में हर्षा भोगले से बात करते हुए धोनी ने कहा था कि ये मेरे लिए मुश्किल होगा लेकिन मेरा कर्तव्य बनता है कि जितना प्यार मुझे लोगो से मिला है उसे मैं एक लौटाऊँ इसके लिए मुझे 8-9 महीने मेहनत करनी होगी. वहीँ अगर धोनी सर्जरी करवाते हैं तो उन्हें 5-6 महीने रिहैब में रहना होगा. अब धोनी के घुटने के रिपोर्ट का इन्तजार बाकी ये पूरी तरह से धोनी का फैसला होगा की वो सर्जरी करवाते हैं या नहीं. बाकी तो धोनी अगले आईपीएल सीजन में ग्राउंड पर आकर एक छक्का भी लगा देंगे तो पूरा भारत झूम उठेगा. आप हमें कमेन्ट कर बताएं की क्या आप भी चाहते हैं की धोनी एक और आईपीएल सीजन खेले?