आईपीएल के इतिहास में ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने निस्वार्थ और सरल व्यवहार के लिए है मशहूर हैं। आई पी एल 2023 फाइनल में भी इस खिलाड़ी ने कुछ ऐसा किया जिससे हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
आई पी एल 2023 का फाइनल गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला गया था। इस मुकाबले का आयोजन नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में हुआ था और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने रविंद्र जडेजा के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत अंतिम गेंद पर गुजरात को मात देकर अपना पांचवा आईपीएल खिताब जीत लिया। 2008 से चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में यह इस फ्रेंचाइजी का पांचवां खिताब था और अब वह इस टूर्नामेंट के सबसे सफल कप्तान भी बन गए हैं।
मैच में महेंद्र सिंह धोनी शून्य पर आउट हो गए लेकिन मैच के बाद इस खिलाड़ी ने अपने प्रशंसकों का दिल जीतना नहीं भूला। चलिए आपको बताते हैं दरअसल क्या वाकया हुआ था-
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम चैंपियन बन चुकी थी और महेंद्र सिंह धोनी को स्टेज पर ट्रॉफी लेने के लिए बुलाया गया। महेंद्र सिंह धोनी तो महेंद्र सिंह धोनी ही हैं, वह कहां ट्रॉफी खुद लेने वाले थे? इस बार उन्होंने अपना अंतिम मैच खेले अंबाती रायुडु और फाइनल मुकाबले में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले रविंद्र जडेजा को ट्रॉफी लेने के लिए स्टेज पर बुलाया। उन दोनों के आने पर महेंद्र सिंह धोनी कोने में जाकर खड़े हो गए और मुस्कुराते रहे। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स की टीम स्टेज पर आकर जश्न मनाने लगी। कोने में खड़े महेंद्र सिंह धोनी को देखकर सबका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वैसे यह कोई पहली बार नहीं था महेंद्र सिंह धोनी पहले भी ट्रॉफी जीतकर टीम में आए नए खिलाड़ियों को ट्रॉफी पकड़ा देते थे। लेकिन इस बार उन्होंने दो दिग्गज खिलाड़ियों को मौका दिया।
महेंद्र सिंह धोनी का यह अंदाज देखकर यह महसूस जरूर हुआ कि हर कप्तान ऐसा नहीं कर सकता है और ना ही हर कोई महेंद्र सिंह धोनी जैसा बन सकता है।