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एमएस धोनी ने किया खुलासा, बताया मैदान पर क्यों नहीं करते थे गुस्सा

Bihari News

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान Mahendra Singh Dhoni को ‘कैप्टन कूल’ कहा जाता है. मैदान के अंदर हों या बाहर धोनी हमेशा शांत नजर आते थे और शायद इसी वजह से उन्हें कूल कहते थे. चाहे कोई भी परिस्थिति हो, धोनी मैदान पर अपना आपा नहीं खोते थे, उनको शायद ही कभी खिलाड़ियों पर गुस्सा करते देखा गया. आखिर धोनी ऐसा कर लेते थे, इस पर धोनी ने अब खुद खुलासा किया है. धोनी ने खुद बताया है कि उनको मैदान पर गुस्सा क्यों नहीं आता है.

दिग्गज कप्तान एमएस धोनी ने कहा कि वह हमेशा अपनी भावनाओं को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं. धोनी ने कहा कि आखिर मैं भी एक इंसान ही हूं. धोनी ने दर्शकों से पूछा, “आपमें से कितने लोग सोचते हैं कि आपके बॉस शांत हैं?” इस सवाल के जवाब में कुछ हाथ उठे, धोनी ने इसे देखते हुए चुटकी ली और कहा, “या तो वे ब्राउनी प्वाइंट बनाना चाहते हैं या वे खुद मालिक हैं.”

मैदान पर कैसे इतने कूल रहते थे कैप्टन धोनी

धोनी ने इसके बाद कहा, “ईमानदारी से कहूं तो जब हम मैदान पर होते हैं, तो हम कोई गलती नहीं करना चाहते हैं, चाहे वह मिसफील्डिंग हो, कैच ड्रॉप हो या कोई अन्य गलती हो.”

आगे धोनी ने कहा, “मैं हमेशा यह जानने की कोशिश करता हूं कि किसी खिलाड़ी ने कैच क्यों छोड़ा या किसी ने मिसफील्ड क्यों किया? गुस्सा करने से बात नहीं बनती. पहले से ही 40,000 लोग स्टैंड से देख रहे हैं और करोड़ों लोग मैच देख रहे होते हैं (टीवी, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर). मुझे देखना था कि क्या कारण था (फील्डिंग में चूक के लिए).”

एमएस धोनी ने कहा, “अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर शत-प्रतिशत चौकस है और उसके बावजूद उससे कैच छूट जाता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि, मैं यह भी देखना चाहता हूं कि इससे पहले उन्होंने अभ्यास के दौरान कितने कैच लपके…कहीं उन्हें दिक्कत तो नहीं हुई और वह बेहतर होने की कोशिश कर रहे हैं या नहीं. मैं कैच छूटने पर ध्यान देने के बजाय इन सभी पहलुओं पर ध्यान देता था. हो सकता है कि हम उसकी वजह से एक मैच हार जाएं, लेकिन कोशिश हमेशा उनको जानने की रहती थी.”

धोनी ने कहा, “मैं भी इंसान हूं. मैं अंदर से वैसा ही महसूस करूंगा जैसा आप सभी ने महसूस किया. जब आप बाहर जाकर आपस में मैच खेलेंगे तो आपको बुरा लगेगा. हम अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए हमें बुरा लगेगा, लेकिन हम हमेशा कोशिश करते हैं और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करते हैं. बाहर बैठकर यह कहना हमेशा आसान होता है कि हमें एक निश्चित तरीके से खेलना चाहिए था, लेकिन यह आसान नहीं है. हम अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी खिलाड़ी भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वे वहां खेल खेलने के लिए हैं और कई बार उतार-चढ़ाव आते रहेंगे.”

महेंद्र सिंह धोनी की गिनती ना सिर्फ भारत के बल्कि विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में होती है. धोनी की कप्तानी में भारत ने सफलता के नए मुकाम हासिल किए. धोनी की कप्तानी में भारत ने ICC के सारे टूर्नामेंट जीते, इतना ही नहीं धोनी ने भारत को नंबर-1 टेस्ट टीम भी बनाया. धोनी ने 15 अगस्त, 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था.

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