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जेपी सेतु के समानांतर बनेगा पुल, इन जिलों को मिलेगा सीधा लाभ

Bihari News

जेपी सेतु के समानांतर छह लेन का नया पुल 42 महीने में पटना के गंगा नदी पर दीघा और सोनपुर के बीच बन कर तैयार हो जायेगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है. इसका निर्माण कार्य एजेंसी के चयन के बाद शुरू हो जायेगा. बता दें की गंगा एक्सप्रेसवे से नए पुल को जेपी सेतु के दक्षिण की तरफ से जोड़ा जाना है. जिसके लिए 3.085 किलोमीटर की सड़क अलग से बनाई जाएगी. पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड द्वारा कुछ दिनों पहले हीं पुल निर्माण के लिए मंजूरी मिल गयी थी. मिली जानकारी के अनुसार लगभग 2635.9 करोड़ रुपये पुल और इसके अप्रोच रोड के निर्माण में खर्च आने हैं. पुल के निर्माण में यदि किसी तरह की समस्या नहीं आती है तो उम्मीद है की 2026 तक नए पुल से आवागमन शुरू हो जायेंगे. प्राधिकरण अभियंता को निर्माण कार्य की निगरानी के लिए अलग से बहाल किया गया है. विभाग द्वारा इसके लिए भी अलग से प्रस्ताव जारी किया गया था.

सिक्स लेन एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज को जेपी सेतु के सामानांतर पटना और सारण जिला स्थित गंगा नदी पर बनाया जाना है. यह सिक्स लेन एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रीज गंगा नदी पर 6.925 किलोमीटर की होगी. बता दें की 6.925 किलोमीटर में पुल को सड़क से जोड़ने के लिए लगभग 2.369 किलोमीटर अप्रोच पथ का निर्माण होगा. वहीँ 4.556 किलोमीटर में गंगा नदी पर एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रीज बनाया जायेगा. गंगा पर जिस ब्रिज का निर्माण होगा वहां पर पिलरों के बीच में 125 मीटर की दूरी होगी. लिहाजा, पिलरों की संख्या कम करने के लिए गंगा या अन्य दुसरे जगहों पर एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रीज का निर्माण किया जाता है. पिलरों की संख्या कम हो तो ब्रीज कम समय में बनकर तैयार भी हो जाता है और निर्माण कार्य में लागत भी कम आती है.

बिहार गंगा नदी के कारण उत्तर और दक्षिण बिहार दो भागों में बट जाती है. दक्षिण मध्य बिहार में पड़ने वाला पटना बिहार की राजधानी के साथसाथ बिहार के मुख्य शहरों में से एक है. यहाँ सरकारी कामकाज या और भी कई अन्य कामों के लिए लोगों का आनाजाना लगा रहता है. ऐसे में उत्तर बिहार से पटना आनेजाने वाले लोगों को जेपी सेतु के समानांतर बनने वाले सिक्स लेन एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रीज के निर्माण से काफी फायदा होगा. पहले गंगा के इस पार से उस पार जाने के लिए लोगों के पास केवल जेपी सेतु का हीं विकल्प होता था लेकिन अब जेपी सेतु के अलावे इस नये पुल का भी विकल्प हो सकेगा, और आवागमन की सुविधा हो जाएगी. बता दें की यह एक बेहतर माध्यम है उत्तर बिहार को जोड़ने के लिए. इसका सीधा जुड़ाव मुख्य रूप से पटना, सारण, गोपालगंज और सिवान जिले से होगा. अभी जेपी सेतु के उपर सड़क और नीचे रेलवे लाइन है. यहाँ सड़क पुल केंद्र से पास हुआ था. लेकिन रेल पुल का निर्माण पहले से ही चल रहा था. जिसके कारण सड़क पुल को और भी अधिक चौड़ा कर पाना मुश्किल था. सड़क पुल पर अधिक चौड़ाई नहीं होने के कारण यह दो लेन का ही पुल बन सका. ऐसे में जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है. चुकी आबादी बढ़ने के कारण वाहनों की संख्या भी लगातार बढती ही जा रही है. इस स्थिति को देखते हुए इस पुल का निर्माण किया जा रहा है. इस पुल के निर्माण से पुल पर वाहनों का दबाव भी कम होगा और सबसे जरुरी बात की शहर में जाम की समस्या से निजात भी मिल सकेगा.

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