वर्ल्ड कप दो हजार तेइस में पाकिस्तान की टीम जिस तरह से प्रदर्शन कर रही है उसे देखते हुए बाबर आजम की कप्तानी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, विश्व कप दो हजार तेइस में पाकिस्तान की शुरुआत काफी शानदार रही थी उसने लगातार दो मुकाबले जीते थे, लेकिन इसके बाद पाक टीम को लगातार तीन मुकाबले में हार झेलनी पड़ी है, इसको लेकर कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट expert बाबर आजम को कप्तानी छोड़ने की सलाह दे रहे हैं, आपको बता दे की बाबर आजम की कप्तानी पर ऐसा पहला मौका नहीं है कि सवाल उठ रहे हैं, पिछले साल भी ऐसे ही कई तरह के सवाल उठ रहे थे.
क्या बोले बासित अली?
इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिक्केटर बासित अली ने भी उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज कहते हुए विराट कोहली की राह पर कप्तानी छोड़ने की सलाह दी थी लेकिन इसका खामियाजा बासित अली को भुगतना पड़ा और पाकिस्तानी फैंस ने उन्हें गद्दार तक कह डाला. इसका जवाब देते हुए बासित अली ने पिछले कई साल के मुद्दे उठाते हुए फैंस को करारा जवाब दिया है, उन्होंने एक पाकिस्तानी चैनल पर बात करते हुए कहा कि, बाबर एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं लेकिन उन्हें कप्तानी छोड़ देनी चाहिए, ठीक उसी तरह जैसे विराट कोहली ने किया और अब विराट का प्रदर्शन देखिए, कप्तानी छोड़ने से बाबर का भी प्रदर्शन सुधरेगा, बासित अली ने आगे कहा कि मेरे इन शब्दों को गलत तरीके से समझाया गया था, लोगों ने अर्थ का अनर्थ निकाल दिया था, सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने बयान को बिना समझे ही कहना शुरू कर दिया कि मुझे बाबर आजम पसंद नहीं हैं, इतना ही नहीं यह भी बोला गया कि मैं गद्दार हूं.
बासित अली के बयान से माहौल गरम
बासित अली के इस बयान के बाद एक बार फिर से यह मुद्दा गरमा गया है, हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बाबर आजम और टीम पर उठ रही आवाजों पर कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट के हित में जो होगा वो आगे देखा जाएगा लेकिन अभी हमारी टीम के पास चार मैच बाकि हैं और फैंस एवं पूर्व क्रिक्केटर को वर्तमान टीम को सपोर्ट करनी चाहिए.
शोएब मलिक भी बासित अली के पक्ष में
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि विश्व कप में भारत से हार के बाद पूर्व पाकिस्तान कप्तान शोएब मलिक ने भी बाबर आजम को आइना दिखाया था, मलिक ने भी बाबर को कप्तानी छोड़ने को कहा था, उनका मानना है कि बाबर की कप्तानी में ज्यादा सुधार होता नजर नहीं आ रहा है, वे एक बल्लेबाज के रूप में कमाल कर सकते हैं, मलिक ने आगे कहा था कि बाबर कभी भी एक कप्तान के रूप में out of the box नहीं सोचते हैं. कभी–भी बाबर की पर्सनल परफ़ॉर्मेंस और लीडरशिप को मिक्स नहीं करनी चाहिए, लीडरशिप अलग जिम्मेदारी है, जिसमें इम्प्रूवमेंट का ग्राफ उतना नहीं पहुंच रहा है, हालांकि बाबर एक वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं.
शोएब मलिक ने जितने का बताया फार्मूला
इसके अलावा मलिक ने आगे कहा था कि बाबर हमेशा अपने प्लान–ए पर ही ज्यादा फोकस करते हैं लेकिन जब विरोधी टीम इनके ऊपर काउंटर करती है तो इनके पास बैकअप वाली चीज नहीं होती. प्लान–बी होना चाहिए. बाबर आजम टीम की अगुवाई कर रहे हैं तो यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह खिलाडियों के साथ बैठें और रणनीति बनाएं, यदि प्लान–बी ना चले तो प्लान–सी को आजमाएं, मलिक ने आगे कहा कि बड़ी टीमों के खिलाफ पाकिस्तान के पास कोई काउंटर प्लान नहीं है, इसपर फोकस करने की जरूरत है.
आपको क्या लगता है बाबर आजम को कप्तानी छोड़ देनी चाहिए, हमें कमेंट कर जरुर बताएं. धन्यवाद.