घोड़ा कटोरा झील राजगीर के पास स्थित एक प्राकृतिक स्थल है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भारतीय महाकाव्य महाभारत से राजा जरासंध का घुड़शाल हुआ करता था, इसलिए इस जगह का नाम घोड़ा कटोरा पड़ा। छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ यह स्थल काफी मनमोहक और प्राकृतिक सम्पदा से भरा हुआ है।
यह विश्व शांति शिवालय के पास स्थित है। रत्नागिरी और उदयगिरी सहित अन्य उपपर्वतों के बीच इसका भौगोलिक विहंगम दृश्य प्राकृतिक रूप से पानी के एक कटोरे जैसा दिखता है. इस झील में नौका विहार का आनंद लोगो को रोमांचित करता है. नौका विहार के लिए प्रति व्यक्ति आपको 40 रूपये के आस पास चुकाना होगा. इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यहाँ पहुचने के लिए मोटर वाहन वर्जित है. घोड़ा गाड़ियां या तांगे, ई रिक्शा और साइकिल पर्यटकों को यहां तक पहुंचने में मदद करते हैं। इस झील की प्राचीन प्राकृतिक शैली और इसके बीचों बीच स्थित भगवान बुद्ध की प्रतिमा आज के दौर में पर्यटकों को अपने अतिविशिष्ट रूप के कारण काफी आकर्षित करती है|. फोटो खिंचवाने के शौक़ीन लोगो के लिए यह बेस्ट प्लेस है. बिहार से जुड़ी ऐसी तमाम जानकारी के लिए फॉलो करें बिहारी न्यूज़