6 दिसम्बर को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बहुत ख़ास माना गया है. दरअसल आज के दिन भारतीय टीम को अपनी प्रतिभा से गौरवान्वित करने वाले खिलाडियों का जन्म दिवस है. किसी एक खिलाडी का जन्मदिवस भी खास होता है लेकिन आज के दिन तो भारतीय क्रिकेट जगत के पाँच-पाँच सितारों का बर्थडे है. इनमें से तीन खिलाडी तो ऐसे भी है जो वर्तमान में टीम इंडिया में अपना बहुमूल्य योगदान दे ही रहे हैं. मुझे पता है आप उन पाँच खिलाडियों का नाम जानने को बेसब्र है. तो चलिए बिना देरी किये आपको बताते है आज के पाँचों ब’ डे बॉय के नाम और उनके के बारे में:-
हमारे लिस्ट में पहले ब’डे बॉय हैं रूद्र प्रताप सिंह, क्रिकेट जगत में लोग इस सितारे को आर पी सिंह के नाम से जानते हैं. इनका जन्म 6 दिसम्बर 1985 को उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गाँव में एक साधारण से परिवार में शिव प्रताप सिंह और गिरिजा देवी के घर पैदा हुआ. रूद्र की क्रिकेट में दिलचस्पी देख पिता ने हालात की परवाह किये बिना 15 साल की उम्र में रूद्र को गुरु गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स क्लब, लखनऊ में रूद्र का दाखिला करवा दिया. इसके बाद अपनी कड़ी मेहनत से प्रशिक्षण पूरी कर सन 2004 में बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए आर पी ने 8 विकेट लिए और रणजी ट्रॉफी खेलते हुए 6 मैचों में 34 विकेट ले चयनकर्ताओं की नज़रों में आ गये. इन बेहतरीन प्रदर्शनों को देखते हुए सितंबर 2005 में सिंह को भारत की ओर से खेलने का बुलावा आ गया. अपने पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में जिंबाब्वे के खिलाफ हरारे में आर पी ने 2 विकेट लिए थे, लेकिन सिंह भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण तब बने जब श्रीलंका के खिलाफ अपने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 35 रन देकर 4 विकेट ले उन्होंने न केवल भारत को जीत तक पहुंचाया बल्कि अपना पहला” मैन ऑफ द मैच पुरस्कार” भी हासिल किया। आर पी सिंह ने 2005 से 2011 तक भारत के लिए कुल 14 टेस्ट 58 एकदिवसीय और 20 टी-20 खेले हैं. इसके बाद इन्होने भारतीय क्रिकेट टीम से संन्यास ले लिया. आर पी क्रिकेट की दुनिया से बाहर भी अपने भविष्य में कुछ अच्छा करें हम ऐसी कामना करते हैं.
6 दिसंबर 1991 राजस्थान के जोधपुर में कालाधरन नायर और प्रेमा नायर जो अलप्पुझा, केरल के मूलनिवासी थे, के यहाँ एक लड़के का जन्म होता है जिसका नाम रखा जाता है करूण. करूण नायर भारतीय टीम के उभरते हुए सितारे हैं करूण ने नवम्बर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू टेस्ट श्रृंखला के पांचवें मैच में तिहरा शतक लगाया था. ऐसा कर ये सहवाग के बाद दुसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गये जिसके नाम एक टेस्ट पारी में तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड है. करुण ने 2016 जून में ये जिम्बावे के खिलाफ एकदिवसीय अन्तररास्ट्रीय में अपना डेब्यू किया था. करूण ने अपने अबतक के करियर में कुल 6 टेस्ट और 2 एकदिवसीय मैच खेले हैं, करूण के जन्मदिन पर हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते है और साथ ही करुण को भारत के लिए और भी उत्तम कृतिमान स्थापित करते देखने की लालसा रखते हैं.
6 दिसम्बर 1988 में गुजरात के नवागाम घेड में एक साधारण से परिवार में पैदा हुए भारतीय टीम के स्टार ऑल-राउंडर रविन्द्र जडेजा. जडेजा के पिता एक प्राइवेट सिक्यूरिटी एजेंसी में गार्ड थे इसके अलावा उनकी बड़ी बहन नैना एक नर्स थी. माँ 2005 के एक दुर्घटना में चल बसी. पिता चाहते थे कि जडेजा आर्मी में जाए लेकिन जडेजा ने बचपन से ही क्रिकेट में अपना भविष्य देखा और जी तोड़ मेहनत से 2009 में भारत के लिए खेल अपना सपना पूरा किया. जडेजा टीम के लिए एक अहम और शानदार ऑल-राउंडर बन गए. जडेजा को अपने शानदार प्रदर्शन के लिए इन्हें 2019 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया. 2021 में आईसीसी शीर्ष दस ऑल राउंडरों में जडेजा पहले स्थान पर रहे. जडेजा अब तक 60 टेस्ट और 171 एकदिवसीय मैच और 63 टी-20 खेल लगातार अब भी टीम में खेल रहे हैं. जडेजा के जन्मदिन पर हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.
6 दिसम्बर 1993 में एक पंजाबी सिख परिवार जो गुजरात के अहमदाबाद में बस गया जसबीर सिंह और दलजीत बुमराह के घर भारतीय टीम का एक इन-स्विंग योर्कर के महारथी का जन्म होता है जिसे हम जसप्रीत बुमराह के नाम से जानते हैं. जसप्रीत के पिता का निधन तभी हो गया था जब वो मात्र पाँच सालों के थे. ऐसे में उनकी माँ ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया. बुमराह ने 2016 में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया. इन्होनें कई बार टीम को डेथ ओवेर्स में बेहतरीन गेंदबाजी से जीत दिलाने में मदद की है. बुमराह अब तक 30 टेस्ट 70 एकदिवसीय और 57 टी-20 खेल चुके हैं, ये उन चुनिन्दा खिलाडियों में से हैं जिन्होंने टेस्ट में 8 और एकदिवसीय में 2 बार 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा कर चुके हैं, ये एशिया के एकमात्र गेंदबाज़ है जिसने एक कैलेंडर वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में 5 विकेट लिया हैं, बुमराह के नाम 2 जुलाई 2022 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर सबसे अधिक 35 रन लगाने का रिकॉर्ड भी है. बुमराह का भविष्य यूँ ही बूम-बूम रहे ऐसी शुभकामना.
6 दिसम्बर 1994 में चेम्बूर, मुंबई में रोहिणी अय्यर और संतोष अय्यर के घर श्रेयस जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ का जन्म हुआ. श्रेयस मूलतः केरल के रहने वाले हैं. 18 साल की उम्र से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग ले अय्यर ने नवंबर 2014 में विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलते हुए अपनी लिस्ट ए की तथा दिसंबर 2014 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने अपने डेब्यू रणजी सीजन में कुल 809 रन बना 7वें उच्चतम स्कोरर रहे. जिसमें दो शतक और छह अर्धशतक शामिल थे। 2015-16 की रणजी ट्रॉफी में, अय्यर ने टूर्नामेंट के दौरान चार शतक और सात अर्द्धशतक सहित 1,321 रन बनाए और इस रणजी सीज़न के शीर्ष स्कोरर तथा एक रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता में 1,300 रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए. 2016-17 की रणजी ट्रॉफी में अय्यर ने दो शतक और दो अर्द्धशतक सहित 725 रन बनाए। उन्होंने मुंबई में तीन दिवसीय अभ्यास मैच में मेहमान ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ 210 गेंदों पर नाबाद 202 रन बनाए, जो उनका सर्वोच्च प्रथम श्रेणी स्कोर है। अय्यर ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 32 एकदिवसीय और 47 टी-20 मैच खेले. आज इनके जन्मदिन पे हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.
दोस्तों आपको इन पाँच खिलाडियों में किस खिलाडी का योगदान सबसे ज्यादा लगता है कमेंट कर के हमें जरुर बताये.