हमारे हिन्दू धर्म में पूर्णिमा के व्रत का महत्वपूर्ण स्थान होता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रत्येक वर्ष पूरे 12 पूर्णिमा होते है. लेकिन जब अधिकमास या मलमास आता है तो इनकी संख्या 12 से बढ़कर 13 हो जाती है. बता दे कि कार्तिक पूर्णिमा हमेशा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जानी चाहिए. इसके साथ ही इस दिन ही भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार को धारण किया था. यही कारण है कि हिन्दू धर्मों में कार्तिक पूर्णिमा को काफी शुभ माना जाता है. वहीं लोगों का यह भी मानना है कि इस दिन जो व्यक्ति गंगा नदी में स्नान करता है उनके सारे पाप धुल जाते है और पूरे वर्ष उन्हें गंगा स्नान का फल प्राप्त होता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदी के किनारे दीप–दान करना भी काफी शुभ माना जाता है. इस दिन दान का विशेष महत्व है. लोग पुन्य की प्राप्ति के लिए इस दिन गरीबों और जरुरतमंदों को वस्त्र, अन्न और अन्य जरुरत की चीजें दान करते हैं.बता दे कि इस साल ज्योतिषियों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा की शुरुआत 7 नवम्बर शाम 04:15 से हो रही है जो की 8 नवम्बर को शाम 04:31 में खत्म हो जाएगी. लेकिन वैसे लोग जो व्रत रखना चाहते है वे मंगलवार को यानी कि 8 तारीख को रख सकते हैं. इसके साथ ही ज्योतिषियों के अनुसार यह भी बतया गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दौरान स्नान करने का शुभ मुहूर्त क्या है. बताते चले कि स्नान करने का शुभ मुहूर्त सुबह 04:57 से लेकर 05:49 बजे तक है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान् विष्णु नदियों में वास करते है जिस वजह से नदियों में स्नान करने वाले व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं.अगर हम अपने हिन्दू शास्त्रों की माने तो, उसके अनुसार अगर हम कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कुछ विशेष काम करते है तो, माता लक्ष्मी की कृपा हम पर बनी रहती है. इसके अलावा यह भी कहा जाता कि अगर ऐसा करते है तो माता लक्ष्मी हमसे बहोत प्रसन्न होती है और जीवन में कभी धन–धान्य की कमी नहीं होने देती. अब आपके मन में यह सवाल उठ रहे होंगे कि ऐसा क्या विशेष कार्य किया जाये जिससे माता लक्ष्मी हमेशा हम पर अपनी कृपा बनाई रहे. तो हम आपको बता दे कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूरे घर की अच्छे से सफाई की जानी चाहिए, क्योंकि हम सभी जानते है कि गंदगी देख माता लक्ष्मी हमसे रुष्ट होती है. इसके साथ ही इस दिन सूर्य के उदय होने से पहले उठाना चाहिए और स्नान कर दीप प्रज्वलित करना चाहिए. अगर इस दिन घरों को फूलों से सजाया जाता है तो, उसे देख कर भगवान् विष्णु और माता लक्ष्मी हमसे बहोत प्रसन्न होती है. ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन भगवान् विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करता है तो उसे यह पूजा बिलकुल विधिपूर्वक करना चाहिए. इस दिन चाँद का दर्शन करना और किसी गरीब या बेरोजगार को दान करना काफी जरुरी होता है. वहीं इस दीप दान करना बहोत शुभ माना जाता हैं. ऐसा करने से घर की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
अगर आप भी चाहते है कि आपके जीवन में भी भगवान् विशु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहे , तो आपको ये सारे कार्य जरुर करना चाहिए.